शिवपुरी। शिवपुरी शहर के और शुद्ध पेयजल के बीच हमेशा मतभेद ही रहे है। गर्मियों में पानी की लाइन टूटने के कारण जनमानस परेशान रहता है और अब इस घनघोर वर्षा वाले मौसम में भी आमजन को शुद्ध पेयजल के लिए आरओ वाटर का सहारा लेना पड रहा है। पिछले 3 दिनो से सिंध मडीखेडा योजना से मिलने वाला पानी दूषित आ रहा है,सिंध के नल लगातार कीचड़ उगल रहे है यह पानी पीने लायक नही है। इस कारण लोगों को परेशानी हो रही है। इधर जो लोग मजबूरी में इस पानी को पी रहे है, वह बीमार होकर अस्पताल पहुंच रहे है। शिकायत करने के बाद भी नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे।
जानकारी के मुताबिक शहर की 80 फीसदी आबादी को मड़ीखेड़ा जलावर्धन योजना के तहत ही पानी की सप्लाई की जाती है। लोग पहले तो समय पर पानी न आने की समस्या से परेशान थे। अब तीन दिन से शहर में गंदा व मटमैला पानी आने से परेशान है। हालात यह है कि इस पानी को पीना तो दूर, इसका उपयोग दैनिक कार्यों में भी करने में दिक्कत आ रही है। सतनवाड़ा स्थित करोड़ों रुपए कीमत का फिल्टर प्लांट होने के बाद भी सिंध नदी से आ रहे पानी को समय पर साफ नहीं किया जा रहा है। इससे यह स्थिति बनी है। बता दें कि हर बार बारिश में यही स्थिति बनती है और लोगों को दूषित पानी आने के कारण काफी दिक का सामना करना पड़ता है।
पेट दर्द व उल्टी-दस्त के मरीजों की बढ़ रही संख्या
वैसे भी बारिश के मौसम में सही पानी नहीं आता और लोग इस पानी को पीने से बीमार हो जाते हैं। अब तीन दिन से हालात यह हैं कि जो लोग पानी खरीदने में पैसा नहीं खर्च कर पाते, वह मजबूरी में यही दूषित व बदबूदार पानी पीते हैं। इससे न केवल लोग उल्टी, दस्त व बुखार की बीमारी से ग्रसित हो रहे है।, बल्कि ऐसे बीमार लोगों की संख्या कुछ दिन से अधिक हो गई है।
कई बार तो लोगों को सही होने के लिए जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में भर्ती होना पड़ता है। इस समय अस्पताल में ओपीडी १ हजार से अधिक हो रही है। इनमें से 80 फीसदी मरीज मौसमी व खराब पानी पीने से होने वाली बीमारियों के है। जिला अस्पताल के मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ चंद्रशेखर गुप्ता का कहना है कि बारिश के दिनों में पानी को उबालने के बाद ठंडा करके पिएं। खराब पानी से पेट संबंधी कई बीमारी होती हैं।
शहर में पैसा खर्च कर खरीद रहे पीने का पानी
शहर में कभी भी गंदे पानी की सप्लाई होने लगती है। ऐसे में कई लोग आरओ कैंपर का पानी पैसों में खरीदकर पीने का मजबूर हैं। स्थिति यह है कि शहर में गंभीर पेयजल संकट व दूषित पानी आने के कारण दो दर्जन से अधिक आरओ वाटर सप्लायर इस शहर में घर-घर पानी का कैंपर 500 से लेकर 800 रुपए प्रतिमाह में दे रहे है। जबकि शहर के लोग हर माह पानी का बिल 150 रुपए दे रहे है। इसके बाद भी उनके घर तक शुद्ध पानी नगर पालिका नहीं पहुंचा पा रही है।
खत्म करेंगे समस्या
अभी सिंध नदी में बारिश का पानी आने से यह स्थिति बन गई है। मेरे घर में भी मटमैला पानी आया था। मैंने फिल्टर प्लांट पर बोल दिया है कि पानी को साफ करने के लिए एलम व ब्लीचिंग का अतिरिक्त उपयोग करें। अब गंदे पानी की समस्या खत्म हो जाएगी।
इशांक धाकड़, सीएमओ, नगर पालिका, शिवपुरी।