शिवपुरी। शिवपुरी जिले में बढ़ते सड़क हादसों पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस और NHAI की संयुक्त टीम ने गुरुवार को ब्लैक स्पॉट्स का निरीक्षण किया। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और एसडीओपी शिवपुरी के मार्गदर्शन में की गई।
सभी ब्लैक स्पॉट्स NH-46 और NH-27 पर
पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा 2024 के सड़क दुर्घटना आंकड़ों के आधार पर जिले में 12 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। इनमें से सभी NH-46 और NH-27 पर स्थित हैं। इन स्थानों पर बीते तीन सालों में 105 सड़क हादसे हो चुके हैं, जिनमें 81 लोगों की जान चली गई।
इन्हीं में से थाना सतनवाड़ा क्षेत्र के खूबत घाटी और थाना देहात क्षेत्र के पिपरसमा चौराहा पर संयुक्त निरीक्षण किया गया। इस दौरान एसडीओपी शिवपुरी संजय चतुर्वेदी, यातायात थाना प्रभारी रणवीर सिंह यादव, देहात थाना प्रभारी रत्नेश यादव और सतनबाड़ा थाना प्रभारी सुनील राजपूत मौजूद रहे। NHAI की ओर से रेजिडेंट इंजीनियर धनंजय युके, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर इंद्रजीत सिंह सिकरवार और क्वालिटी मटेरियल इंजीनियर अविनाश बिरथरे भी टीम में शामिल थे।
निरीक्षण के दौरान दोनों ब्लैक स्पॉट्स पर कई खामियां सामने आईं। जैसे कि खूबत घाटी में रोशनी, साइन बोर्ड और क्रैश बैरियरों की स्थिति खराब पाई गई। वहीं, पिपरसमा चौराहे पर चेतावनी बोर्ड, रोड मार्किंग और सुरक्षा चिह्नों की कमी पाई गई।
मौके पर ही संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिए गए कि इन खामियों को जल्द से जल्द दूर किया जाए। अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि यदि इन स्थानों पर जरूरी सुधार किए जाते हैं, तो सड़क हादसों की संख्या में ठोस कमी लाई जा सकती है।
सभी ब्लैक स्पॉट्स NH-46 और NH-27 पर
पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा 2024 के सड़क दुर्घटना आंकड़ों के आधार पर जिले में 12 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। इनमें से सभी NH-46 और NH-27 पर स्थित हैं। इन स्थानों पर बीते तीन सालों में 105 सड़क हादसे हो चुके हैं, जिनमें 81 लोगों की जान चली गई।
इन्हीं में से थाना सतनवाड़ा क्षेत्र के खूबत घाटी और थाना देहात क्षेत्र के पिपरसमा चौराहा पर संयुक्त निरीक्षण किया गया। इस दौरान एसडीओपी शिवपुरी संजय चतुर्वेदी, यातायात थाना प्रभारी रणवीर सिंह यादव, देहात थाना प्रभारी रत्नेश यादव और सतनबाड़ा थाना प्रभारी सुनील राजपूत मौजूद रहे। NHAI की ओर से रेजिडेंट इंजीनियर धनंजय युके, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर इंद्रजीत सिंह सिकरवार और क्वालिटी मटेरियल इंजीनियर अविनाश बिरथरे भी टीम में शामिल थे।
निरीक्षण के दौरान दोनों ब्लैक स्पॉट्स पर कई खामियां सामने आईं। जैसे कि खूबत घाटी में रोशनी, साइन बोर्ड और क्रैश बैरियरों की स्थिति खराब पाई गई। वहीं, पिपरसमा चौराहे पर चेतावनी बोर्ड, रोड मार्किंग और सुरक्षा चिह्नों की कमी पाई गई।
मौके पर ही संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिए गए कि इन खामियों को जल्द से जल्द दूर किया जाए। अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि यदि इन स्थानों पर जरूरी सुधार किए जाते हैं, तो सड़क हादसों की संख्या में ठोस कमी लाई जा सकती है।