SHIVPURI NEWS - शहर की प्यास में टाइगर बनेगा बाधा,माधव लेक में पानी का टोटा, 35 % आबादी प्यासी

Bhopal Samachar

 शिवपुरी। मड़ीखेड़ा जलावर्धन योजना के अलावा शहर में पेयजल की संकट का समाधान माधव लेक से होने वाली सप्लाई से होता है, परंतु करीब एक सप्ताह हो गया है, माधव लेक में पानी खत्म हो जाने के कारण फिल्टर प्लांट बंद पड़ा हुआ है और इससे पानी की सप्लाई बंद कर दी गई है। ऐसे में एक सप्ताह से करीब शहर की 35 प्रतिशत आबादी को पानी की सप्लाई नहीं की जा रही है। लोग पानी के लिए परेशान हैं और अब तो स्थिति यह हो गई है कि बुधवार को छत्री कालोनी के लोग सड़क पर उतर आए और चक्का जाम का प्रयास किया।

लोगों का कहना था कि फिल्टर प्लांट से पिछले सात दिनों से पानी की सप्लाई नहीं की जा रही है। नगर पालिका पानी भिजवा नहीं रही है। लोगों को एक से दो किमी दूर तक जाकर एक-दो कट्टी पानी लाना पड़ रहा है ताकि पीने के पानी की व्यवस्था हो सके। इसके अलावा रोजमर्रा के उपयोग के लिए तो पानी उपलब्ध ही नहीं हो पा रहा है।

लोगों का कहना है कि जल्द पानी का प्रबंध नहीं किया गया तो वह कलेक्टर को मामले की शिकायत दर्ज करवाएंगे। इस संबंध में जब नगर पालिका के प्रभारी सीएमओ व जल प्रभारी एई सचिन चौहान से बात की तो उनका कहना था कि माधव लेक में पानी खत्म हो जाने के कारण फिल्टर प्लांट से पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। वह न सिर्फ सिंचाई विभाग से बल्कि माधव टाइगर रिजर्व प्रबंधन से भी लगातार संपर्क कर रहे हैं। उम्मीद है कि एक या दो दिन में चांदपाठा से डेम के गेट खोलकर माधव लेक में पानी छोड़ दिया जाएगा। माधव लेक में पानी आते ही फिर से पानी की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी।

हर रोज होता है 50 लाख लीटर पानी सप्लाई
फिल्टर प्लांट से शिवपुरी में रोजाना 50 लाख लीटर पानी की सप्लाई की जाती है। यह पानी शहर के छत्री कॉलोनी, फक्कड़ कॉलोनी, फिजिकल, पुरानी शिवपुरी, नीलगर चौराहा, पुरानी सब्जी मंडी पानी की टंकी, मोती बाबा रोड स्थित पानी की टंकी आदि क्षेत्रों में पहुंचाया जाता है। फिल्टर प्लांट से पानी की सप्लाई बंद होने के कारण कई क्षेत्रों में भारी जल संकट पैदा हो गया है। फिल्टर प्लांट से उन क्षेत्रों में पानी की सप्लाई की जा रही है, जहां पर मड़ीखेड़ा की पाइप लाइन नहीं पहुंची है। ऐसे में आने वाले दिनों में अगर शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में पानी के लिए संग्राम होता दिखे तो शायद अतिशयोक्ति नहीं होगी।

टाइगर रिजर्व की एनओसी मिली तो मिलेगा पानी
शहर को जिस माधव लेक से पानी की सप्लाई फिल्टर प्लांट के माध्यम से की जाती है, वह लेक सिंचाई विभाग की है। सिंचाई विभाग को नगर पालिका पानी का पैसा देती है, लेकिन यह लेक माधव टाइगर रिजर्व क्षेत्र में स्थित है। ऐसे में सिंचाई विभाग चांदपाठा से माधव लेक में पानी छोड़ेगा तो उसके लिए भी पहले माधव टाइगर रिजर्व की एनओसी लेनी होती है। अगर माधव टाइगर रिजर्व की एनओसी नहीं मिली तो शहर को पानी भी नहीं मिल पाएगा।

फैक्ट फाइल
शहर को प्रतिदिन 40 एमएलडी पानी की होती है आवश्यकता।
फिल्टर प्लांट से रोज 5 एमएलडी पानी की होती है सप्लाई।
शहर की करीब 80 से 85 हजार की आबादी फिल्टर प्लांट निर्भर।

इनका कहना है
हम छत्री कालोनी, फक्कड कालोनी में टैंकरों से पानी सप्लाई की व्यवस्था कर रहे हैं। जब तक फिल्टर प्लांट से पानी नहीं आएगा, उन्हें टैंकरों से पेयजल मुहैया करवाया जाएगा।
सचिन चौहान, प्रभारी सीएमओ नपा