शिवपुरी। मार्च के अंतिम सप्ताह से गर्मी ने अपने तेवर दिखाना शुरू कर दिए थे। अप्रैल माह मे सूर्यदेव का पारा 40 डिग्री से अधिक ही रहा है। इस कारण गर्मी के कारण अस्पताल मे ओपीडी की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही हैं मार्च माह के अंत में जिला अस्पताल में ओपीडी के मरीजों की संख्या 700 के लगभग थी लेकिन अप्रैल के माह में जैसे ही सूर्यदेव ने अपना रौद्र रूप धारण किया ओपीडी की संख्या 1100 के पार हो गहई।
इनमे से ज्यादातर मरीज वायरल से पीड़ित हैं और इन्हें पेट में ऐंठन, सरदर्द, उल्टी की भी शिकायत है। वहीं मरीजों की संख्या बढ़ने से अस्पताल में पलंग भी बढ़ा दिए हैं। 400 पलंग की क्षमता वाले जिला अस्पताल में 219 पलंग अतिरिक्त लगाए गए हैं। ये पलंग अस्पताल की गलियों व अन्य वार्डों में बढ़ाकर अब 619 पलंगों पर मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।
जिले में तेजी से बढ़ते तापमान के कारण लोगों में उल्टी, दस्त, बुखार और पेट दर्द की शिकायत बढ़ने लगी हैं। जिला अस्पताल में अप्रैल के प्रथम व दूसरे सप्ताह में ओपीडी 800 से 900 के बीच थी, जो अब बढ़कर 1125 से अधिक पहुंच गई है। अस्पताल स्टाफ का कहना है कि हर रोज करीब 200 मरीज जिला अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। वहीं ओपीडी में सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक पर्ची बनवाने व डॉक्टर को चेकअप करवाने के लिए मरीजों की कतार लग रही है।
एसएनसीयू में एक मशीन पर दो नवजात भर्ती
जिला अस्पताल की विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई (एसएनसीयू) में एक बेबी वार्मर मशीन पर दो नवजातों को भर्ती किया जा रहा है। जिससे नवजातों को संक्रमण होने का खतरा सताने लगा है। अस्पताल का एसएनसीयू छोटा होने की वजह से इसमें आवश्यकता अनुसार बेबी वार्मर मशीनें नहीं आ पा रहीं हैं। कई मशीनों पर तो तीन नवजातों के भर्ती होने की सूचना भी मिली है। गौरतलब है कि नवजातों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, ऐसे में उनके संक्रमित होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
मरीजों में पेट दर्द एवं थकान की भी समस्या
जिला अस्पताल के एमडी डॉ. चंद्रशेखर गुप्ता ने बताया कि वायरल से पीड़ित मरीजों की परेशानी में बदलाव आया है। पहले देखा जाता था कि वायरस से पीड़ित मरीजों में सर्दी जुकाम की समस्या होती थी, लेकिन वर्तमान में जो मरीज आ रहे हैं उन्हें उल्टी एवं बुखार के साथ-साथ पेट दर्द और थकान की समस्या अधिक हो रही है। सीएमएचओ डॉ संजय ऋषिश्वर का कहना है कि वायरल से बचने के लिए लोग साफ पानी, ओआरएस, छाछ, लस्सी, नींबू पानी आदि का सेवन करें। दिन की धूप से बचें। इसके साथ ही सूर्य की किरणों के सीधे संपर्क में आने से बचने और सूती कपड़े पहनने व खूब पानी पीने की सलाह दी है।
महिलाएं व बच्चे ज्यादा प्रभावित
बढ़ती गर्मी एवं वायरस की वजह से सबसे अधिक महिलाएं एवं बच्चे बीमार हो रहे हैं। प्रशासन ने बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए स्कूलों का समय सुबह से कर दिया है, लेकिन स्कूल छुट्टी होने से घर तक पहुंचने में में तक 1 बज जाता है। दोपहर का तापमान 42 से 44 डिग्री पार कर जाता है। गर्म हवा व लू के कारण बच्चे जल्दी चपेट में आ रहे हैं। गर्मी में तापमान के कारण लोगों की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है। इसके कारण उल्टी, दस्त व बुखार के मरीज बढ़ गए हैं।
3 दिन ड्राय डे, फिर बारिश की संभावना
मौसम अनुसंधान केंद्र भोपाल के वैज्ञानिक वीएस यादव का कहना है कि शिवपुरी का मौसम एक बार फिर बदलने जा रहा है। जिले में 3 दिन तक ड्राय डे रहने की उम्मीद जताई जा रही है, इसके बाद आंधी एवं बारिश होने की संभावना है। 1 मई के बाद मौसम बदल सकता है। 7 मई के बाद तापमान में फिर वृद्धि होने की संभावना लगाई जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि मौसम में होने वाले इस परिवर्तन के कारण मरीजों की संख्या अस्पताल में बढेगी। साथ मे घरो में भी वायरल ग्रसित मरीजा की संख्या में इजाफा होगा।
इनका कहना है।
आम दिनों की तुलना में अब अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ओपीडी 700 से बढ़कर 1100 पर पहुंच रही है। मरीजों की संख्या में वृद्धि बदलते मौसम एवं गर्मी की वजह से आई है। वायरल संक्रमण इसमें प्रमुख है। लोगों को गर्मी से बचने एवं ठन्डे पेय पदार्थ लेने की सलाह दी जा रही है।
डॉ बीएल यादव, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल, शिवपुरी