मेडिकल कॉलेज के सुपरवाइजर ने स्टूडेंट को प्यार में फंसा कर किया बलात्कार

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी मेडिकल कॉलेज के सुपरवाइजर ने एक स्टूडेंट को प्यार में फंसाकर उसके बलात्कार करने का मामला सामने आया है। स्टूडेंट अपने पिता का इलाज कराने के लिए मेडिकल कॉलेज गई थी। बताया जा रहा है कि स्टूडेंट को सुपरवाई का किसी दूसरी नर्स के साथ अफेयर की जानकारी मिली तो उसने दूरी बना ली। अब लड़की व उसकी मां को धमकी दे रहा है। परिचितों को कॉल लगाकर बदनाम कर रहा है।

20 साल की कॉलेज छात्रा का कहना है कि सितंबर 2024 में पिता का इलाज कराने मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ले गई थी। यहां आउटसोर्स कंपनी का सुपरवाइजर वीरवल रजक मिला। पिता के इलाज में मदद की और फिर इसी बहाने धीरे-धीरे बातों में फंसाकर करीब आ गया। प्रेमजाल में फंसाकर कमरे सहित कई जगह बुलाकर उसके साथ गलत काम किया। जब पता चला कि सुपरवाइजर वीरवल का मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की नर्स भी अफेयर चल रहा है। बीरबल से दूरी बना ली और बातचीत बंद कर दी।

अब सुपरवाइजर धमकी देकर फिर से इस्तेमाल करने के लिए फोर्स कर रहा है। छात्रा का कहना है कि बीरबल ने मां को कॉल लगाकर कहा कि जहर खाकर सुसाइड कर लूंगा। वीरवल पुत्र रामगोपाल रजक बैराड़ के आकुर्सी का रहने वाला है और इन दिनों माधव नगर शिवपुरी में रहता है। छात्रा का कहना है कि बीमारी के चलते पिता का निधन हो गया है। परिवार में सिर्फ मां और वह स्वयं है।

इस मामले को लेकर मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. आशुतोष चौऋषि के हवाले से ग्वालियर के एक समाचार पत्र ने वर्जन प्रकाशित किया है कि वीरवल रजक आउटसोर्स एजेंसी का कर्मचारी है। कॉलेज हॉस्पिटल में सुपरवाइजर का काम करता है। हॉस्पिटल आने वाली लड़की को फंसा कर गलत काम किया है तो आउटसोर्स एजेंसी को पत्र लिखकर हटाने के निर्देश देंगे।

जब शिवपुरी समाचार ने इस मामले को लेकर डॉ. आशुतोष चौऋषि से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि इस मामले की जानकारी एक पत्रकार ने दी थी,वही पुलिस कंप्लेंट नहीं की है और हमारे पास भी छात्र ने किसी प्रकार की शिकायत नहीं की है,अगर पुलिस में कंपलेंट होती है तो हम कर्मचारी के खिलाफ आउटसोर्स कंपनी से शिकायत करेगें। वही बताया जा रहा है कि पीड़िता ने इस मामले को लेकर आउटसोर्स कर्मचारी सुपरवाइजर वीरवल रजक के खिलाफ एक आवेदन मेडिकल प्रबंधन को दिया है।  

वीरवल रजक बोला झूठी खबर छापी है

इस मामले को लेकर वीरवल रजक को शिवपुरी समाचार ने कॉल किया और मामले की जानकारी मांगी तो उसका कहना था कि यह खबर झूठी है। बीरबल से कहा कि गया खबर में आपके अधीक्षक का वर्जन है तो उसने मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया।

वही पीआरओ अष्ठाना बोले-पीडिता ने माफीनामा दे दिया है

इस मामले को लेकर मेडिकल कॉलेज के पीआरओ राहुल अष्ठाना को फोन लगाया तो उन्होंने कहा कि मामला निपट गया है लडकी ने मेडिकल कॉलेज में माफीनामा लिखकर दे दिया है।

मामला संदिग्ध - कॉलेज कर रहा है पर्दादारी करने का प्रयास

कुल मिलाकर इस मामले को मेडिकल कॉलेज प्रबंधन दबाने का प्रयास कर रहा है। कॉलेज के एक अधिकारी बयान दे रहे है कि पीडिता ने किसी भी प्रकार का आवेदन नहीं दिया है,वही दूसरी और पीआरओ अष्ठाना का कहना कि लडकी ने माफीनामा दिया है। यहां एक सवाल का जन्म होता है कि अगर पीड़िता ने मेडिकल कॉलेज को आवेदन नहीं दिया तो फिर वह माफीनामा क्यों देगी। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन इस मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है क्यों कि मामला अस्पताल में भर्ती मरीज के टेंडर से जुड़ा हुआ है। अगर प्रबंधन इस मामले को दबाने का प्रयास नही करता तो इस आवेदन को सीधे पुलिस को सौंपता लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। अब यह भी हो सकता है कि इस मामले में संदिग्ध वीरवल रजक और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन मिलाकर पीडिता को डरा और धमका रहा हो।