SHIVPURI NEWS - टमाटर ने पहले आम आदमी को रुलाया, अब किसानों को, इन सब्जियों के गिरे दाम

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिला टमाटर की बंपर उत्पादन के लिए पहचाना जाता है,जिले मे लगभग 10 हजार हेक्टेयर में टमाटर में पैदावार की जाती है। टमाटर ने पहले आम आदमी को रुलाया, अब किसानों का रूला रहा है। वर्तमान में टमाटर की दाम की बता करे तो मात्र 2 रुपए किलो से 4 रुपए किलो का भाव किसानों को मिल रहा है। किसानों कहना है कि अब टमाटर के भाव इतने नीचे आ गई है कि खेतो से टमाटर की तुड़ाई और मंडी तक भाड़ा भी नहीं निकल रहा है। इतना नहीं कई सब्जियों को भाव भी जमीन पर गिर गए है।

इन दिनो टमाटर से लेकर अन्य सब्जी जैसे गोभी व बैंगन का जिले में बंपर उत्पादन है और खपत न के बराबर है। पहले तो थोक में टमाटर से लेकर गोभी व अन्य सब्जी दूसरे बड़े शहरों में जाती थी, तो किसान व व्यापारी को अच्छा दाम मिलता था, लेकिन पिछले 15 दिन से मंडी में इन सब्जियों को पूछने वाला कोई नहीं है। टमाटर जहां थोक में दो रुपए या 20 रुपए क्रेट जा रहा है तो वहीं फूल गोभी महज 5 या 6 रुपए किलो जा रही है। इसके अलावा बैंगन का भी यही हाल है, उसके दाम भी या 5 रुपए किलो हैं, जबकि एक माह पूर्व इनके दाम 40 से 50 रुपए किलो के बीच में थे। आज मंडी में इन सब्जियों को लेने के लिए किसी व्यापारी ने बोली नहीं लगाई। शुरुआत में जो माल आया था, वह व्यापारियों ने खरीद लिया था, क्योंकि जितनी शहर में खपत होनी है. वह तो व्यापारी ले रहा है।

पहले आमजन को रूला रहा था टमाटर

दो-तीन माह पूर्व शिवपुरी का टमाटर गजब ढा रहा था और यहां से 1200 से 1300 रुपए प्रति क्रेट के हिसाब से यह टमाटर दिल्ली, कानपुर, लखनऊ, नेपाल सहित दूसरे शहरों व पड़ोसी देशों में जा रहा था। अब सभी जगह यह टमाटर हो रहा है तो बड़े शहरों में शिवपुरी से टमाटर जाना बंद हो गया है। इसी कारण से जिले में जो टमाटर की बंपर आवक हो रही है, वह पूरा टमाटर बेकार ही जा रहा है।

यह बोले किसान
12 बीघा में डेढ़ लाख रुपए की लागत से फूल गोभी की थी। मुश्किल से 50 हजार रुपए मिल जाएं तो बहुत है। इस बार गोभी के दाम या 5 रुपए प्रति किलो हैं, जबकि पिछले साल 55 रुपए किलो में यह गोभी बिक रही थी। इस बार तो लागत भी नहीं निकल रही। बर्बाद हो गए, यह सब्जी की फसल करके।
धर्मवीर कुशवाह, निवासी सेसई

3 बीघा जमीन में टमाटर किया था। जिन किसानों ने दो माह पहले टमाटर निकाल लिया, उन्हें तो मुनाफा हो गया, लेकिन हमारा टमाटर अब आया है तो बाजार में इसे कोई लेना वाला नहीं है। जो पैसा खर्च कर मंडी तक टमाटर लाया हूं. उसके एक या दो रुपए किलो के दाम मिल रहे हैं। इससे तो मंडी लाने का खर्च भी नहीं निकल रहा।
सचिन, किसान, कबीरखेड़ी,

शिवपुरी में टमाटर लेने व्यापरी नहीं आ रहे

पहले टमाटर लेने के लिए बाहर के व्यापारी शिवपुरी में आ रहे थे और खेतों से ही टमाटर ले जा रहे थे। उस समय दाम अच्छे थे, पर जिन शहरों में यह टमाटर जाता था, अब वहीं पर इसका उत्पादन हो रहा है। इसलिए टमाटर लेने के लिए कोई नहीं आ रहा। हम भी तब किसान का माल खरीदते हैं जब कोई हमसे लेने वाला हो। टमाटर के साथ गोभी और बैंगन की हालत भी ऐसी है। भागीरथ कुशवाह, थोक व्यापारी