शिवुपरी। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शनिवार को शिवपुरी भ्रमण पर आए। उन्होंने श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय शिवपुरी पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और मरीजों से चर्चा करते हुए उनका हालचाल जाना। इसके बाद महाविद्यालय प्रशासन एवं प्रबुद्धजन के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने में प्रबुद्धजनों को आगे आना चाहिए। इस दौरान सभी से चर्चा करते हुए सुझाव भी मांगे।
अधिष्ठाता डॉक्टर डी.परमहंस ने मेडिकल कॉलेज का प्रजेंटेशन से अवगत कराया। केंद्रीय मंत्री श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पहले खंड में हमारी बिल्डिंग तैयार होकर जीवित रूप में आ गई है और उसमें 300 बिस्तरीय अस्पताल सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा है। अब दूसरे खंड में 350 बिस्तर बढ़ाने और एमबीबीएस सीट 100 से 150 करने, 60 करोड़ का बजट स्वीकृत करने, क्रिटिकल केयर, नर्सिंग हॉस्टल स्वीकृत होकर निर्माणाधीन स्थिति में है। तीसरे खंड में बॉयज हॉस्टल (130), गर्ल्स हॉस्टल (120), सीटी स्कैन मशीन,एम आर आई मशीन, 10 बैड का गायनिक में आइसीयू, शव वाहन, एम्बुलेंस आदि की उपलब्धता रहेगी।
इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने सांसद निधि से मेडिकल कॉलेज को एंबुलेंस देने की बात कही। जनसहयोग से रैन बसेरा बनाने पर विचार करें।
उनकी पहल पर कुछ प्रबुद्ध जनों ने आगे आकर मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं में सहयोग की बात कही।
मेडिकल कॉलेज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल प्रदान किया। इस दौरान प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन, जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा यादव , नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा, कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी, डीन डॉक्टर डी. परमहंस, पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ सहित वरिष्ठ चिकित्सक शिक्षक , चिकित्सकगण, के साथ-साथ शहर प्रबुद्धजन मौजूद रहे।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने कहा कि हमारा मेडिकल कॉलेज सिर्फ एक भवन बनकर न रह जाए। वह जन सेवा का एक केंद्र बने। यहां से लोगों को कम से कम संख्या में चिकित्सा के लिए ग्वालियर और दिल्ली जाना पड़े। रेड क्रॉस से एक सामुदायिक भवन का निर्माण किया जाए।
विधायक देवेन्द्र जैन ने कहा कि जैसी व्यवस्था आज हमनें देखी वैसी ही व्यवस्था अस्पताल में हमेशा दिखनी चाहिए। मेडिकल कॉलेज में जो रेन बसेरा का निर्माण किया जाएगा। वह गुणवत्ता पूर्ण होना चाहिए और उसमें भोजन व्यवस्था भी होनी चाहिए। गरीबों, पीड़ितों की सेवा में और मानवता की सेवा में हम सभी को आगे जाकर कार्य करना चाहिए।