शिवपुरी। खबर जिले के बैराड़ थाना क्षेत्र से आ रही है। जहां शुक्रवार को सहरिया क्रांति के सदस्यों ने थाने पर जमकर प्रदर्शन किया है। बता दे कि आदिवासी समाज की 15 साल की किशोरी और 7 साल के बच्चे के गुमशुदा हो जाने की एफआईआर बैराड़ थाना पुलिस द्वारा 8 दिन बीत जाने के बाद भी नहीं करने पर सहरिया क्रांति ने बैराड़ थाने पहुंचकर प्रदर्शन किया। इसके बाद बैराड़ पुलिस ने तत्काल आनन फानन में मामला दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार बैराड़ थाना क्षेत्र के ग्राम हुसैनपुर के रहने वाले गिरिराज पुत्र विरखू आदिवासी की 15 साल की नाबालिग भतीजी और 7 साल का बेटा आशिक बीते 21 नबंवर को घर से बाजार जाने की कहकर गए थे जिसके बाद से उनका कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद परिजनों ने बैराड़ थाने पहुंचकर घटना बताई लेकिन पुलिस ने 2 दिन में ढूंढ लेने की कहकर भगा दिया। इसके बाद 8 दिन बीत जाने के बाद कोई सुनवाई पीड़ित की नहीं की गई।
इसके बाद शुक्रवार को परिजनों ने सहरिया क्रांति के संयोजक संजय बैचेन को पूरी घटना बताई जिसके बाद शुक्रवार शाम करीब 4 बजे सहरिया क्रांति के संयोजक और सदस्य बैराड़ थाने पहुंचे और जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। संजय बैचेन ने कहा कि इस तरह से फरियादी को 7 दिन तक गुमराह करने का काम जो पुलिस ने किया है यह कतई बर्दास्त योग्य नहीं है।
कानून के नाम पर बैराड़ थाना पुलिस अपनी जेब भरकर गरीब पीड़ितों की कोई सुनवाई नहीं कर रही है। बताया कि आज पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। जल्द ही खोजने की बात कही है। अगर इस प्रकार की घटनाएं बैराड़ थाने में थमने का नाम नहीं लेती है तो सहरिया क्रांति आगामी दिनों में उग्र आंदोलन करेगा। सहरिया समाज और गरीब के साथ अत्याचार और शोषण हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।