शिवपुरी। शिवपुरी शहर में मगरमच्छों की अब संख्या बढ़ने लगी है,कितनी संख्या में मगरमच्छ शिवपुरी शहर के चांद पाटा तालाब,शहर के नाले और जाधव सागर सहित अन्य जगह है इसका अब अनुमान भी नहीं है,संख्या बढने के कारण इसके नुकसान भी सामने आने लगे है। मगरमच्छ घुसने से रोकने के लिए शहर मे जाधव सागर तालाब के बने घरो के रहवासियों ने तालाब के किनारे कटीले झाडियो को डाल रखा है। यह कटीली झाड़ियो इनको मगरमच्छ से बचाती है।
मामला पुरानी शिवपुरी में स्थित अयोध्या बस्ती का है,यह बस्ती जाधव सागर तालाब के किनारे बसी है इस कारण तालाब से सटे घरो में मगरमच्छ के आने का खतरा बना रहता है इस कारण ही यहां के रहवासियों ने तालाब के किनारे कटीली झाडियों का बिछा दिया है इससे मगरमच्छों से उनकी सुरक्षा होती है।
रात का डिनर करने आते है मगरमच्छ
इस कॉलोनी में निवास करने वाले लोगों का कहना है कि शहर में हाथ ठेला और छोटे होटलों पर जहां मांसाहारी भोजन बिकता है यह दुकानदार रात के अंधेरे में इस तालाब के किनारे मुर्गा, मछली आदि की छीलन खराब मांस फेंक जाते हैं। इन्हीं - दुर्गंध मगरमच्छों को तालाब नाले के किनारे पर आने के आकर्षित करती है और वह रात के समय फेंके गए टुकडो को खाने आते है,रात में हम सोते है पता नहीं कब कोई मगरमच्छ हमारे घरों में घुस जाए।
बडा साल शहर कागजों में ओडीएफ,और इस बस्ती में जारी लोटा पार्टी
शहर कागजों में ओडीएफ घोषित है और अयोध्या बस्ती के लोगों के घरो में शौचालय नहीं है इस कारण वह लोटा लेकर तालाब किनारे शौच के लिए जाते है। लोटा पार्टी करने गए सोमवार की देर रात एक मगरमच्छ ने शौच करते समय बंटी बाथम नाम के युवक को अपना शिकार बनाकर उसका हाथ खा लिया था। तालाब किनारे शौच करने जाने वाले लोगों का कहना है कि उनकी बस्ती में एक भी घर में शौचालय नहीं है, इस कारण खुले में मगरमच्छों के बीच तालाब किनारे शौच करना उनका शौक नहीं, बल्कि मजबूरी है।