नरेन्द्र जैन खनियाधाना। शिवपुरी जिले के पिछोर अनुविभाग मे आने वाले खनियाधाना तहसील आने वाले गांव कुदौंली में निवास करने वाले एक युवक की मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि उसका इलाज झोलाछाप ने किया था,उसके इलाज के बाद उसकी तबीयत और बिगड़ गई थी। युवक को झांसी ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों ने युवक की लाश को थाने मे रखकर झोला छाप डॉक्टर पर मामला दर्ज करने की मांग की है। वही बताया जा रहा है कि इस झोला छाप डॉक्टर की बीएमओ खनियाधाना ने क्लीनिक को सील किया था,उसके बाद 4 दिन बाद इस डॉक्टर को बीएमओ ने एमबीबीएस की डिग्री देते हुए इलाज करने की परमिशन दे दी।
जानकारी के अनुसार कुंदौली गांव में निवास करने वाले बुंदेल सिंह लोधी उम्र 40 वर्ष को दो तीन पूर्व से बुखार आ रहा था। बुंदेल लोधी अपनी फसल बेचने के लिए अपने गांव से खनियाधाना से ट्रैक्टर चलाकर आया था। बताया जा रहा है कि बुंदेल लोधी ने खनियाधाना में गूडर रोड पर माँ पीताम्बरा क्लीनिक पर डॉ दिलीप यादव से अपना इलाज कराया। झोला छाप डॉक्टर ने उसकी जांच पडताल करते हुए उसे इंजेक्शन लगाया और ड्रिप चढाना शुरू कर दिया।
इंजेक्शन लगाते ही बुंदेल सिंह लोधी को घबराहट होने लगी और उसे ठंड लगने लगी। बुंदेल लोधी की स्थिति को गंभीर देखते हुए डॉ ने उसके साथियों से कहा कि इसका सरकारी अस्पताल ले जाओ। उसके साथियों ने उसे खनियाधाना के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया और बुंदेल सिंह लोधी के परिजनों को इस मामले की सूचना दी। बताया जा रहा है कि बुंदेल सिंह लोधी की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया। परिजन उसे शिवपुरी ना लाते हुए झांसी ले गए जहां रास्ते मे उसकी मौत हो गई।
परिजनों का कहना था कि उसे दो-तीन से बुखार आ रहा था। झोलाछाप डॉक्टर दिलीप यादव के इलाज के कारण उसकी मौत हुई है। वही खनियाधाना में मां पीतांबरा क्लीनिक को एक माह पूर्व खनियाधाना के बीएमओ अरुण झांसिया ने जांच करते हुए सील कर दिया था। यह क्लीनिक चार दिन बंद भी रही थी इसके बाद यह क्लीनिक खुल गई। अब सवाल यह उठता है कि अगर डॉक्टर दिलीप यादव इलाज करने की पात्रता रखता था तो उसकी क्लीनिक सील क्यों की,अगर नही रखता तो चार दिन में उसके पास एमबीबीएस की ड्रिगी कहां से आ गई। अगर उसने अवैधानिक रूप से इस क्लीनिक को खोला था तो एक माह से बीएमओ अवकाश पर गए थे क्या,कही कही पूरे जिले में जिम्मेदारों की देखरेख में यह झोलाछाप डॉक्टर फलफूल रहे है।
परिजनों ने मृतक बुंदेल सिंह लोधी की लाश को थाने में रखकर झोला छाप डॉक्टर दिलीप यादव के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की। खनियाधाना थाना पुलिस ने लाश का पीएम करवाने के बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही करने की बात कही है।