शिवपुरी। शिवपुरी जिले में 36 घंटे लगातार बारिश होने के कारण हालात सामान्य नहीं है। मडीखेडा डेम के 6 गेट पिछले 48 घंटे से खुले है वही मोहनी पिकअप डे मे के गेट भी खोलने पडे। इस भारी बारिश ने जिले में तबाही मचाई है,पिछले 24 घंटे में 4 मौत होने की खबर है जिसमें 2 बच्चे और 2 महिला है। बारिश के कारण दो ग्राम पंचायत में प्रशासन को राहत शिविर लगाने पडे है। इस साल की बारिश पिछले 12 साल के रिकॉर्ड को अग्रसर हो रही है।
जिले में चार मौत- दो महिलाए- 2 बच्चे
जिले में बारिश के कारण 4 मोत होने के समाचार है। यह सभी घटनाएं जिले के अलग अलग थाना क्षेत्रों में हुइ्र है। करैरा के सिल्लापुर गाँव मे निवास करने वाला निवासी राज उम्र 3 साल पुत्र भगवत लोधी की गड्ढे में डूबने से गुरुवार को मौत हो गई है। परिजनों का कहना है कि दोपहर करीब 1 बजे बच्चे को खेलते देखा था। इसके बाद कहीं नजर नहीं आने पर आसपास तलाशना शुरू किया। आशंका के चलते गड्ढे में तलाशा तो शव मिल गया। ईंट भट्टे के लिए मिट्टी खोदने से 3 से 4 फीट गहरा गड्ढा हो गया था।
मोहन पिकअप डेम में 5 साल का बालक
नरवर क्षेत्र में मोहनी डेम के पंप ऑपरेटर को डेम के जलभराव क्षेत्र में एक बालक का शव पानी में उतराता हुआ दिखाई दिया। बालक के शव को प्लास्टिक की बोरी में बंद कर फेंका गया था। प्लास्टिक की बोरी में रस्सी की मदद से पत्थर भी बांधा गया था। जिससे शव पानी के भीतर ही रहे। लेकिन पानी में शव के फूलने से फ़टी प्लास्टिक की बोरी के चलते शव पानी के ऊपर उतराने के बाद दिखाई दिया।
बालक का शव कहां से आया, किसने और किन कारणों के चलते फेंका पुलिस इसकी जांच में जुट गई हैं। बता दें बालक की हत्या कर शव को फेंका गया हैं। फिर बालक की मौत के बाद उसके शव को उम्र कम होने की वजह से नदी में प्रभाहित कर दिया गया। इसकी जांच भी पुलिस कर रही हैं।
पिछोर में महिला की मौत
शिवपुरी जिले के पिछोर अनुविभाग के भौंती थाना क्षेत्र के खोड गांव में बुधवार की रात मकान मकान का छज्जा भरभराकर गिर गया। इस घटना में मलबे के नीचे दबाने से उमा लोधी की मौत हो गई। मलबे को हटाने आधे घंटे से भी ज्यादा समय लग गया था। महिला को परिजन नजदीकी अस्पताल लेकर पहुंचे थे, लेकिन डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया। खोड़ चौकी पुलिस ने मामला दर्ज कर आज शव का पोस्टमार्टम कराया हैं।
रपटा पार रही महिला पानी के सैलाब में बही
बैराड़ थाना क्षेत्र के नारायणपुरा गांव का रहने वाला अशोक बघेल (35 वर्ष) अपनी पत्नी पुष्पा बघेल (30 वर्ष) के साथ ग्वालियर में साडू के यहां गमी में शामिल होकर अपने घर लौट रहा था। बारिश और रात होने के कारण वह एक रिश्तेदार के यहां रुकने गुरिच्छा गांव जा रहा था। तभी बूढ़दा तिराहे के उफनते नाले को पार करते समय रपटे पर पानी के तेज बहाव के कारण पति-पत्नी बाइक सहित बह गए। उसने पत्नी को बचाने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हुआ। वह तैर कर पानी से बाहर आ गया।
इसके बाद उसने घटना की सूचना रिश्तेदारों और पुलिस को दी। रात में ही बैराड़ तहसीलदार दृगपाल सिंह और पुलिस बल मौके पर पहुंच और पानी में बही महिला की तलाश शुरू की। हालांकि, रात होने के कारण महिला का कोई सुराग नहीं लगा। सुबह होने पर एसडीईआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और महिला की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद महिला के शव को झाड़ियों से बरामद कर लिया गया।
12 साल की बारिश का गणित
साल। बारिश
2013 978.0
2014 1306.0
2015 700.0
2016 737.5
2017 585.0
2018 1047.3
2019 1049.16
2020 822.4
2021 1452.9
2022 1108.22
2023 836.54
2024 1148.63
अगर इस आंकड़े पर गौर करे तो साल 2014 में 1452 मिमी बारिश हुई थी वर्तमान साल मे 1148 मिमी बारिश हो चुकी है अब इस आंकड़े को तोड़ने के लिए 300 मिमी बारिश की आवश्यकता है। मौसम विभाग के अनुसार मप्र में फिर तीसरा सिस्टम एक्टिव होगा जो घनघोर बारिश करा सकता है।
सुनारी गांव में भरा पानी
नरवर तहसील के सुनारी गांव से कुछ तस्वीरें सामने आई हैं। उक्त तस्वीरों में गांव जलमग्न दिखाई दे रहा हैं। बताया गया हैं गांव का तालाब भी ओवरफ्लो हैं साथ क्षेत्र में सबसे ज्यादा धान की फसल होती हैं। इसके चलते बारिश का पानी न ही खेतों में भर रहा हैं और न ही तालाब में पहुंच पा रहा हैं। इसके चलते बारिश के पानी ने अपना रुख बदल लिया हैं।
ग्रामीणों की माने तो बारिश का पानी गांव में भर चुका हैं। जिससे कच्चे पक्के मकान छतिग्रस्त हुए हैं साथ घरों में पानी भरने से खाने-पीने सहित ग्रहस्ती का सामान भी ख़राब हुआ हैं। बता दें आज करैरा एसडीएम अजय शर्मा भी सुनारी गांव पहुंचे थे। यहां उनके द्वारा गांव के हालातों का जायजा लिया। उनका कहना हैं कि गांव में ज्यादा जल भराव की स्थिति नहीं बनी हैं। तालाब के बेस्ट बियर से पानी निकलवाया जा रहा हैं।
अमोला के राजगढ़ में मकान धराशाई
शिवपुरी जिले के अमोला थाना के राजगढ़ गांव में भारी बारिश के चलते के कमला परिहार पुत्र मेहरवान परिहार का मकान धरासाई हो गया। मेहरवान सिंह के मुताबिक़ लगातार हो रही बारिश के चलते वर्षों पुराने घर की दीवार में पानी बैठने के चलते उसके मकान की दीवारे धरासाई हो गई। इससे उसे करीब एक लाख का नुकसान हुआ हैं।
वहीं इसी गांव के रहने वाले राजेंद्र विश्वकर्मा के घर के चौखट का बाहरी हिस्सा गिर गया। इससे उसे करीब ३० हजार रुपये का नुकसान हुआ हैं। गनीमत रही की दोनों ही घटनाओं के घटने के वक्त कोई भी व्यक्ति मलबे की चपेट में नहीं आया। इधर शिवपुरी तहसील के पिपरसमा पंचायत के छिरोंठा में कमल सिंह बघेल के कच्चे मकान की पाटौर गिर गई। जिससे उसे हजारों रुपए का नुकसान हुआ हैं।
शहर की मनियर बस्ती हुई जलमग्न
शिवपुरी शहर के मनियर क्षेत्र में तालाब के पास रहने रहने वाले लोगों के घरों में बारिश का पानी घुस गया हैं। सड़के नदी में तब्दील हो चुकी हैं। बताया गया हैं कि कॉलोनाइजर ने कॉलोनी काटते वक्त जल निकासी की व्यवस्था नहीं की थी। उस वक्त लोगों ने भी सस्ते के फेर में प्लाट खरीदकर अपने मकान बनवा लिए थे। ऐसे में शिवपुरी में जब भी तेज बारिश होती हैं। तब यहां बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं।
अब अंत में
कोलारस के वार्ड नंबर 15 जाटव मोहल्ला में सुबह की रात्रि बारिश के कारण पीतम जाटव का कच्चा मकान ढहा गया गनीमत रही कोई जनहानि नहीं हुई पीतम जाटव ने बताया लगभग 10000 का नुकसान हुआ है।