SHIVPURI NEWS - देवी अहिल्या बाई होल्कर की अवैध प्रतिमा रातो रात की स्थापित, स्थिति कंट्रोल करने चार थानों का बल

Bhopal Samachar

नरेन्द्र जैन @ खनियाधाना। शिवपुरी जिले के पिछोर विधानसभा के खनियाधाना कस्बे में स्थित सीएम राईज स्कूल के पास नए बाईपास रोड पर गुरुवार की रात अज्ञात लोगों ने देवी अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा अवैधानिक रूप से बिना अनुमति के स्थापित कर दी। प्रशासन ने इस प्रतिमा को हटाने का प्रयास किया तो जनता आक्रोशित हो गई। स्थिति को कंट्रोल करने के लिए पिछोर एसडीओपी,खनियाधाना का पुलिस बल सहित चार थानों की पुलिस बुलानी पडी। काफी देर तक विवाद चला उसके बाद प्रशासन ने प्रतिमा को नहीं हटाया लेकिन खनियाधाना थाना पुलिस ने 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

जानकारी के अनुसार खनियाधाना नगर की सीमा से लगी पोठयाई पंचायत में स्थित सीएम राईज स्कूल के पास गुरुवार के रात अज्ञात लोगों ने देवी अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा को स्थापित कर दिया,जब सुबह लोग जागे और उन्होंने देखा की रातो रात किसी ने प्रतिमा को स्थापित कर दिया। इस बात की जानकारी जब प्रशासन को लगी तो सबसे पहले खनियाधाना टीआई और तहसीलदार और नगरीय निकाय का अमला मौके पर पहुंच गया।

प्रशासन ने प्रतिमा को अपने कब्जे में लेने का प्रयास किया तो वहां पर पाल समाज के लोग एकत्रित होने लगे,देखते ही देखते वहां लोगों का मजमा लग गया। प्रशासन किसी भी कीमत पर इस प्रतिमा को हटाना चाहता था लेकिन वहां पर मौजूद पाल समाज के लोग प्रतिमा को हटाने को लेकर विरोध में उतर आए। स्थिती को बिगडती देख खनियाधाना टीआई ने एसडीओपी पिछोर को पूरा मामला बताया।

पिछोर एसडीओपी प्रशांत शर्मा और पिछोर एसडीएम शिवदयाल धाकड़ आधा घंटे मे मौके पर पहुंच गए। पिछोर एसडीओ प्रशांत शर्मा ने मायापुर,पिछोर,खनियाधाना थाना सहित चार थानों का बल खनियाधाना बुला लिया। पाल समाज ने मुर्ति हटाने के विरोध में धरना शुरू कर दिया,पाल समाज का कहना था कि बाकी सभी प्रतिमाओ की इस तरह ही इस प्रतिमा को रखा रहने दिया जाए।

बताया जा रहा है कि शुक्रवार की दिनभर नाटकीय घटनाक्रम चलता रहा लेकिन जनबल के आगे प्रशासन को झुकना पड़ा और अज्ञात पर एफआईआर दर्ज कर,प्रशासन लोट गया। पिछोर विधानसभा क्षेत्र में इस प्रकार से रातो रात मूर्तियां रखने का एक रिवाज बन गया है। इससे पहले भी इस क्षेत्र में लगभग दो दर्जन से अधिक महापुरुषों की प्रतिमाए अवैधानिक रूप से स्थापित हो चुकी है। प्रशासन अज्ञात पर एफआईआर दर्ज कर मामले की इतिश्री कर लेता है।