सिरसौद। शिवपुरी जिले के करैरा अनुविभाग में आने वाली सिरसौद पंचायत को आदर्श ग्राम पंचायत का दर्जा दिया था। इस पंचायत को सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर ने आदर्श नहीं बना पाया हो,लेकिन पंचायत के सरपंच और सचिव सहित ग्राम सभा के अन्य सदस्यों ने इस ग्राम पंचायत को आदर्श पंचायत बनाने के लिए ग्राम सभा में ठहराव पारित किया है।
जिसमें उन्होंने तय किया है कि गांव को नशामुक्त बनाएंगे तथा गांव में अवैध रूप से बिक रही शराब एवं स्मैक को बंद करवाएंगे। इतना ही नहीं पंचायत के इस ठहराव प्रस्ताव की एक कॉपी अमोला थाने में भी दे दी है, जिसमें यह चेतावनी दी है कि यदि इस पर प्रतिबंध नहीं लगा तो हम आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
ग्वालियर लोकसभा में आने वाली करैरा विधानसभा के ग्राम सिरसौद को पूर्व सांसद नरेंद्र सिंह तोमर ने आदर्श ग्राम घोषित किया था। ग्राम पंचायत के सरपंच अतर सिंह लोधी सहित पंचायत सचिव एवं पंचों ने ग्राम सभा की बैठक में रखे गए प्रस्ताव में एक अनूठा ठहराव प्रस्ताव शामिल किया। जिसमें यह उल्लेख किया है कि गांव में संचालित हो रहीं शराब की अवैध दुकानों को बंद कराए जाने के साथ- साथ गांव में बेची जा रही स्मैक को भी बंद कराया जाए।
ठहराव में यह भी उल्लेख किया है कि गांव में जगह-जगह नशा बिकने की वजह से ग्राम का माहौल शांतिपूर्ण हो गया है तथा नशे की हालत में महिलाओं पर भी अत्याचार बढ़ गए हैं। उक्त ठहराव प्रस्ताव में यह भी उल्लेख किया है कि अब गांव को नशामुक्त बनाने के लिए हम ग्रामवासी एकजुट होकर बिक रहे नशे का विरोध करेंगे।
साथ ही ठहराव में यह भी उल्लेख किया है कि यदि नशे की बिक्री पर रोक नहीं लगी तो हम आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। ग्राम पंचायत सिरसौद में नशामुक्त गांव बनाने का ठहराव प्रस्ताव डालने के साथ ही उसकी एक प्रति अमोला पुलिस थाने में भी देकर आए हैं। थाने में ठहराव की कॉपी देने का उद्देश्य यह हे कि पुलिस को भी पता रहे कि हमारे गांव में अवैध रूप से शराब व स्मैक का कारोबार हो रहा है, जिस पर वो अंकुश लगाए।