SHIVPURI NEWS - प्राथमिक शिक्षक की संघर्ष यात्रा पहुंची खनियाधाना, मेरिट में आने के बाद भी नियुक्ति नहीं

Bhopal Samachar
खनियाधाना। शाजापुर जिले के पिंदोनिया के दिलीप सौराष्ट्रीय ने हजारों युवाओं के भविष्य की चिंता व उनको न्याय दिलाने के लिए साइकिल से रोजगार संघर्ष यात्रा शुरू की है जो आज खनियाधाना पहुंची जहां पर अशोक यादव सरपंच व पिंटू जैन अंकी जैन, तेन्द्र यादव ने नगर में रुकने व भोजन की व्यवस्था हर संभव मदद का आश्वासन दिया है जानकारी के अनुसार मप्र में प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 में हुई थी।

इसमें लाखों अभ्यर्थियों ने भाग लिया और हजारों ने परीक्षा पास की। इसमें पिंदोनिया के दिलीप भी शामिल हैं। वे बताते हैं कि मेरिट में आने के बाद भी मुझे अभी तक नियुक्ति नहीं मिली। यही दर्द हजारों युवाओं का भी है। उनके भविष्य की चिंता करते हुए मैंने साइकिल से यह रोजगार संघर्ष यात्रा शुरू की है।

यात्रा शाजापुर से 29 जनवरी से शुरू की है। पहले यह विचार था कि भोपाल पहुंचकर राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का ध्यान इस ओर आकर्षित करवाऊंगा लेकिन जब 2 फरवरी को भोपाल पहुंचा उनसे मुलाकात नहीं हो पाई, या यूं समझो कि मुझे मिलने नहीं दिया।

मैंने सारी फाइल मुख्यमंत्री, राज्यपाल, शिक्षा मंत्री का पुट अप कर दी है। सोचा था भोपाल में अगर सुनवाई हो गई तो मैं यात्रा यहीं समाप्त कर दूंगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ऐसे में मेरी यात्रा दिल्ली की ओर बढ़ गई। दिल्ली में राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री से मुलाकात कर हजारों युवाओं के भविष्य को संवारने की मांग करूंगा। रात्रि विश्राम किसी भी धर्मस्थल में कर लेता हूं। कल सुबह यात्रा शुरू कर देता हूं। खाने.पीने संबंधित परेशानी नहीं आ रही है। भारत के लोग बड़े दयालु हैं। हर तरफ से मदद की जाती है। पुलिस विभाग के लोग भी मदद कर देते हैं।

युवाओं की चिंता देख बीच में छोड़ी भारत दर्शन यात्रा

दिलीप ने 27 मार्च 2023 को भारत दर्शन यात्रा शुरू की। इस संबंध में दिलीप बताते हैं कि पूरे भारत की यात्रा में साइकिल से करना चाहता था। पूरा भारत का नक्शा साइकिल से बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल होना था। 60 दिनों तक भारत दर्शन यात्रा मैं लगातार की कर्नाटक बेंगलुरु रामेश्वर होते हुए निकाला लेकिन रिजल्ट आने के बाद यात्रा रोकनी पड़ी।

इसके बाद 6-7 महीने घर पर रहा लेकिन इधर भी नियुक्ति आदेश नहीं आया। सोचा था ज्वाइनिंग लेकर शिक्षा मंत्री से बात कर वापस भारत दर्शन यात्रा को चला जाऊंगा लेकिन इधर नियुक्ति ही अटक गई। इस संघर्ष को देखते हुए मैं हजारों युवाओं के रोजगार व भविष्य को देखते हुए रोजगार संघर्ष यात्रा शुरू की ताकि हम लोगों को न्याय मिल सके। भारत दर्शन यात्रा के दौरान मुझे कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने भी सम्मानित किया है।