शिवपुरी शहर के फिजिकल थाना क्षेत्र में एक के बाद एक लाखों की चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले शातिर चोर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़ा गया चोर भोपाल में रह रहा था और अपनी मां से मिलने शिवपुरी आता था।
इसी बीच चोर ने एक पीएचई विभाग और वाइल्ड लाइफ एसटीएफ कर्मचारी के घर लाखों की चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। चोरी का मामला दर्ज करने के बाद पुलिस लगातार चोर की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस को CCTV की मदद से चोर को पकड़ने में सफलता मिली है।
पीएचई विभाग व वाइल्ड लाइफ STF कर्मचारी के घर को बनाया था निशाना
गौरतलब है कि फक्कड़ कालोनी के रहने पीएचई विभाग में पदस्थ कोमल सिंह बैस अपनी पत्नी का इलाज कराने के लिये इंदौर गए थे। इसी बीच 22 जनवरी को दिनदहाड़े अज्ञात चोर ने घर के ताले तोड़ घर में रखे सोने चांदी के जेवरात व करीब नगदी 85 हजार रुपए नगदी चोरी कर लिए थे।
वहीं 4 फरवरी को सिद्धेश्वर कालोनी के रहने वाले वाइल्ड लाइफ STF कर्मचारी विकास खत्री पुत्र प्रकाश चंद्र खत्री अपने परिवार के साथ प्रसिद्ध संत प्रदीप मिश्रा के सीहोर जिले के कुबेश्वर धाम दर्शन करने के लिए गए थे। उसी रात अज्ञात चोर ने घर में रखे सोने चांदी के जेवरात सहित 1 से 2 लाख रुपए के करीब नगदी चोरी कर लिए। गौरतलब है कि दोनों ही चोरी की वारदात को अंजाम एक ही चोर ने दिया था।
नाले में फेंक दिए सोने के जेवरात
फिजिकल थाना प्रभारी रजनी चौहान ने बताया कि चोरी के मामले की तहकीकात में सीसीटीबी में एक अज्ञात व्यक्ति दिखाई दिया था। जिसकी पहचान देहात थाना क्षेत्र के कटरा मोहल्ला में रहने वाले अंकित उर्फ फुंती ओझा के रूप में हुई थी। अंकित में पूर्व में देहात थाना, फिजिकल थाना और कोलारस में चोरी के मामले दर्ज थे।
शातिर चोर अंकित भोपाल में रह रहा था और चोरी की वारदात को अंजाम देने शिवपुरी आता था। पुलिस ने आरोपी को पकड़कर पूछताछ की थी। जिसमें आरोपी ने दोनों चोरियों की वारदात को अंजाम देना स्वीकार कर लिया था। पुलिस ने आरोपी के पास से पांच लाख रुपए के सोने चांदी के जेवरात बरामद कर लिए है साथ चोरी के पैसों से उसने एक मोबाइल खरीद लिया था।
बता दें कि शातिर चोर ने फक्कड़ कालोनी के रहने पीएचई विभाग में पदस्थ कोमल सिंह बैस के घर से चुराए सोने के जेबरातों को बड़ौदी क्षेत्र में बॉश सेंटर की नाले में फेंकना बताया है। इसके बाद पुलिस ने नाले में जेवरातों की खोजने का प्रयास किया लेकिन पुलिस के हाथ नाले में फेंके जेवरात नहीं लग सकें हैं।