शिवपुरी। खबर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर मिल रही है कि जिले के ग्रामीण क्षेत्र स्वास्थ्य सुविधाओं में कितनी लापरवाही बरती जा रही है। जिले के कोलारस विधानसभा में स्थित कोलारस के ग्राम खरई में स्थित सरकारी अस्पताल से एक वीडियो वायरल हुआ है तो स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का जिंदा सबूत है।
प्रसूता अपने परिजनो सहित प्रसव कराने पहुंची तो उसे अस्पताल पर ताला लटका मिला । प्रसूता 2 घंटे तक दर्द से तडपती रही और परिजन अस्पताल कर्मियों को फोन लगाते रहे।
जानकारी के अनुसार ग्राम डेहरवारा निवासी कृष्णा पत्नी राहुल जाटव उम्र 22 साल को रविवार की दोपहर प्रसव पीड़ा हुई तो वह 108 एंबुलेंस के माध्यम से खरई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रसव के लिए पहुंची। जब प्रसूता और उसके स्वजन अस्पताल में पहुंचे तो अस्पताल में कोई स्टाफ मौजूद नहीं था।
प्रसूता शाम 4 बजे अस्पताल पहुंच गई थी, परंतु शाम करीब छह बजे तक उसे अस्पताल में अटेंड नहीं किया गया। एंबुलेंस का स्टाफ भी दो घंटे तक अस्पताल के स्टाफ का इंतजार करता रहा ताकि वह प्रसूता को भर्ती करवा कर अपनी दस्तावेजी कार्रवाई पूरी कर सके, लेकिन वहां कोई स्टाफ मौजूद नहीं था। ऐसे में लंबे इंतजार के बाद अगला काल मिलने वह अस्पताल से लौट गया।
प्रसूता अपने परिजनो सहित प्रसव कराने पहुंची तो उसे अस्पताल पर ताला लटका मिला । प्रसूता 2 घंटे तक दर्द से तडपती रही और परिजन अस्पताल कर्मियों को फोन लगाते रहे।
जानकारी के अनुसार ग्राम डेहरवारा निवासी कृष्णा पत्नी राहुल जाटव उम्र 22 साल को रविवार की दोपहर प्रसव पीड़ा हुई तो वह 108 एंबुलेंस के माध्यम से खरई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रसव के लिए पहुंची। जब प्रसूता और उसके स्वजन अस्पताल में पहुंचे तो अस्पताल में कोई स्टाफ मौजूद नहीं था।
प्रसूता शाम 4 बजे अस्पताल पहुंच गई थी, परंतु शाम करीब छह बजे तक उसे अस्पताल में अटेंड नहीं किया गया। एंबुलेंस का स्टाफ भी दो घंटे तक अस्पताल के स्टाफ का इंतजार करता रहा ताकि वह प्रसूता को भर्ती करवा कर अपनी दस्तावेजी कार्रवाई पूरी कर सके, लेकिन वहां कोई स्टाफ मौजूद नहीं था। ऐसे में लंबे इंतजार के बाद अगला काल मिलने वह अस्पताल से लौट गया।
यह हालात सिर्फ डेहरबारा की कृष्णा के साथ नहीं थे। अस्पताल पर ग्राम पाली की एक अन्य प्रसूता भी प्रसव के लिए पहुंची थी, परंतु उसे भी अस्पताल पहुंचने के दो घंटे बाद तक न तो किसी चिकित्सकीय स्टाफ ने देखा और न ही उसे भर्ती किया गया था। प्रसूता के अटेंडरों का कहना था कि अस्पताल में कोई स्टाफ ही नहीं है। ऑफिस में ताले लटके हुए हैं, आखिर करें तो क्या करें।
इनका कहना है
यह मामला आपके द्वारा मेरे संज्ञान में लाया गया है, मैं मामले को दिखवाता हूं कि वहां क्या स्थिति थी। अस्पताल में किसी भी स्टाफ का मौजूद न होना तथा प्रसूताओं का घंटों तक इंतजार किया जाना गलत है। अगर मामले में लापरवाही बरती गई है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
डा. पवन जैन, सीएमएचओ शिवपुरी
यह मामला आपके द्वारा मेरे संज्ञान में लाया गया है, मैं मामले को दिखवाता हूं कि वहां क्या स्थिति थी। अस्पताल में किसी भी स्टाफ का मौजूद न होना तथा प्रसूताओं का घंटों तक इंतजार किया जाना गलत है। अगर मामले में लापरवाही बरती गई है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
डा. पवन जैन, सीएमएचओ शिवपुरी