शिवपुरी। खबर शिवपुरी जिले के थनरा चौकी के अंतर्गत आने वाले उटवाहा गांव में 29 अगस्त को पुलिस ने अवैध रुप से बनाई जा रही देशी कच्ची शराब पर छापामार कार्यवाही की थी इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों पर मामला दर्ज किया था लेकिन गांव वालों का यह कहना है। कि जिन लोगों पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। वह घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं थे।
इस मामले की शिकायत लेकर उटवाहा ग्राम के कुछ लोग एडिशनल एसपी संजीव मुले के पास पहुंचे, उन्होंने आवेदन के आधार पर इस मामले में करैरा SDOP को निष्पक्ष जांच कर दोषी लोगों पर कार्यवाही के निर्देश दिये है।
जानकारी के अनुसार दिनांक 29 अगस्त को थनरा चौकी और आस पास के लगभग तीन थानों की पुलिस ने ग्राम उटवाहा में अवैध रुप से देशी व कच्ची शराब बनाने वाले भरत सिंह गुर्जर,रामवीर गुर्जर,महावीर गुर्जर,धर्मवीर गुजर, प्रदुम परिहार,आयुष लोधी, पर छापामार कार्यवाही की थी जिसमें सभी लोग मौके से भाग गये। लेकिन पुलिस ने कुछ लोगों के नाम दर्ज मामला दर्ज कर लिया था लेकिन कल गांव के लोगों ने एडिशनल एसपी संजीव से इसकी शिकायत की थी इस मामले में एडसलन एसपी ने करैरा SDOP को जांच के निर्देश दिए है।
गांव वालो का आरोप-पुलिस ने निर्दोष लोगों पर किया मामला दर्ज
ग्राम उटवाहा में रहने वाले वीर सिंह गुर्जर ने बताया कि थनरा पुलिस ने तीन थानों की पुलिस के साथ मिलकर गांव में शराब बनाने वालो के खेतों में छापा मारा था लेकिन वह लोग भाग गये। पुलिस ने हमारे बच्चों को झूठे केस में फसा दिया है। क्योकि थनरा चौकी में पदस्थ उपनिरीक्षक नीरज राणा,अंकित सिंह,राम अवतार सिंह, शराब माफियाओं से मिले हुए है पुलिस पर लाखो रुपये लेने का भी आरोप लगाया है।
वीर सिंह ने बताया कि ग्राम के पंचनामा में ग्राम के किसी भी सदस्य का नाम नहीं लिखा है। बल्कि पंचनामा शराब माफियाओं के डीलर विक्रम सिंह पुत्र सुहान सिंह ग्राम ढिकोली थाना रक्शा जिला झांसी, कल्ली पुत्र नाथूराम परिहार ग्राम बरूआ थाना सीहोर, बब्बू कुशवाह दिनारा जो कि कच्ची शराब बेचने का कार्य करता हैं इन लोगों के आधार पर ही अंकित सिंह,राम अवतार सिंह, ने पंचनामा तैयार किया है। जो कई सालों से थनरा चौकी मेंं पदस्थ होकर शराब कारोबारी से लाखों रुपये का लेन देन करते है। .
अरविन्द पाल आया था रक्षाबंधन पर घर
अरविन्द पाल ने बताया कि वह पिछले तीन महा से बाहर रेल्वे कैंटीन में काम करता है। और वह रक्षाबंधन पर अपने घर आया हुआ था उसी रात पुलिस ने छापामार कार्यवाही की थी लेकिन बाद में पता चला की कार्यवाही में उसका नाम भी सामने आया है।
सुकृति परिहार
पुलिस ने छापामार कार्यवाही की थी लेकिन मौके से लोग जो अपने खेत में शराब बना रहे थे उन लोगों को पहले ही सूचना मिल गई थी और वह पुलिस आने से पहले ही भाग गए। और उन लोगों ने हमारे बच्चों को इससे फसा दिया और पुलिस ने झूठा मामला दर्ज कर लिया है। इसकी निष्पक्ष जांच हो और जिन लोगों के खेत में शराब बनाई जा रही थी उन लोगों की जांच होनी चाहिए