SHIVPURI NEWS- विधायक रघुवंशी का मौके पर चौका: पार्क प्रबंधन आया घुटने के बल, संपन्न होगा शतचंडी यज्ञ

Bhopal Samachar
शिवपुरी। माधव नेशनल पार्क और बलारी मैया मंदिर के भक्तगणो के बीच आज कलेक्ट्रेट में 2 घंटे चली बैठक में विवाद का पटाक्षेप हो गया। कलेक्टर शिवपुरी रविन्द्र कुमार चौधरी ने कहा कि मंदिर पर प्रस्तावित यज्ञ संपन्न होगा,पार्क प्रबंधन उसमें कोई हस्तक्षेप नही करेगा। इस मामले में कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने मौके पर चौका मार दिया। मंदिर के महंत इस प्रयाग भारती इस मामले को लेकर वीरेन्द्र रघुवंशी से मिलने घर गए थे। वही इस घटनाक्रम में सहरिया क्रांति का आंदोलन के प्रेशर ने भी काम किया। मंदिर के भक्तों पर लगे सभी मामले वापस होंगे,हवन कुंड बनाने के लिए ईंटों से भरे ट्रक को जब्त पार्क प्रबंधन ने किया था वही भी रिलीज किया जाऐगा।

सबसे पहले पडे यज्ञ का प्रस्तावित कार्यक्रम

शिवपुरी के प्रसिद्ध बलारी माता के मंदिर पर शतचंडी यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। यह यज्ञ 24 मई से शुरू होगा जो 2 जून तक चलेगा। यज्ञ के आचार्य पं. हरी शंकर शास्त्री जी होगे। 24 मई को विशाल कलश यात्रा सुबह 9 बजे से शुरू होगी। यह कलश यात्रा ग्राम करई हनुमान मंदिर से माता मंदिर बलारपुर तक जाएगी। वहीं 2 जून को पूर्णाहुति एवं विशाल भंडारा होगा।

इंटो से भरे ट्रक को रोकने के कारण हुआ विवाद

बीती 19 मई की दोपहर यज्ञशाला में हवन कुंड को बनाने के लिए इंटो का ट्रक बलारी माता मंदिर पर जाना था। ट्रक को करई गेट पर पार्क प्रबंधन ने रोक लिया। इसमें विवाद हुआ और इस विवाद में पार्क प्रबंधन ने मंदिर के पुजारी रमन भारती पर लठ्ठ बरसा दिए। इसमें रमन भारती घायल होकर अस्पताल में भर्ती हो गए। इससे गुस्साए भक्तो ने नेशनल पार्क प्रबंधन के अधिकारियों पर हमला कर दिया पथराव कर दिया था। दोनो ओर से मामले दर्ज किए गए।

विवाद खत्म करने को लेकर एसडीएम आफिस में बैठक:नतीजा नही निकला

20 मई की दोपहर माधव नेशनल पार्क के अंदर बलारी माता मंदिर पर शतचंडी यज्ञ के लिए आए ईंटों का ट्रक को जब्ती में लेने पर हुए हमले के बाद प्रशासन ने विवाद खत्म करने शनिवार को दोनों पक्षों की बैठक एसडीएम आफिस में बुलाई। मंदिर समिति की तरफ से महंत व अन्य लोग पहुंचे, लेकिन पार्क की तरफ से सीसीएफ नहीं आए। न उन्होंने अधीनस्थों को भेजा। हालांकि फोन पर एसडीओ ने अपना पक्ष रखा। यदि पार्क की तरफ से अधिकारी जिद पर अड़े रहे तो विवाद और बढ़ सकता था। एसडीएम अंकुर गुप्ता इस बैठक में विवाद को खत्म कराने में असफल रहे।

20 मई की देर रात हुआ संत की मारपीट का वीडियो वायरल

20 मई की देर रात सोशल मीडिया पर सत रमन भारती को महिला वनकर्मी के द्वारा लठ्ठ मारते हुए वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कई वनकर्मी संत रमन भारती को पकड़े हुए है और महिला वनकर्मी लगातार संत में लठ्ठ मार रही है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद आमजन में रोष बढ़ रहा है कि कैसे एक संत को इस सरकार के नुमाइंदे पकड कर उसमें लठ्ठ मार रहे है जिससे वह घायल हो गया है। इस वीडियो को वायरल होने के बाद प्रशासन के खिलाफ जनमानस का आक्रोश बढ़ रहा था।

आज सुबह से ही मंदिर के गेट पर भक्तो का जमावडा

सुबह से ही माँ बलारी के भक्तों ने मंदिर गेट पर पहुँचना शुरू कर दिया ,देखते ही देखते सेंकड़ों की संख्या में माता भक्त द्वार के बाहर अनशन पर बैठ गए । संत समाज की घोषणा और सहरिया क्रांति पंचायत का शहर में कूंच कर आंदोलन करने की रूप रेखा से प्रशासन डर गया और आनन फानन में कलेक्ट्रेट मे बैठक का आयोजन रखा गया यह बेठक दोपहर डेढ बजे से 3 बजे तक चली।

संत ने कहा सबसे सामने ही बात करूंगा

नगर पालिका अध्यक्ष के साथ उनकी गाड़ी से आए बलारपुर के महंत बाबा प्रयाग भारती जब जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे तो पूर्व से उनका इंतजार कर रहे कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी व उनके साथ मंदिर के भक्त भी उनके साथ मीटिंग कक्ष में गए । वहाँ पहुँचते ही जिला कलेक्टर कार्यालय बलारी मैया के गगनभेदी नारों से गूंज गया । बताया गया था कि यहां पर सभी के बीच जिला कलेक्टर को मंदिर के विषय में सार्वजनिक चर्चा कर निर्णय करना था । बात चीत के लिए वीरेंद्र रघुवंशी , गायत्री शर्मा ,संजय बेचैन ,जंडेल गुर्जर , विपुल जैमिनी , बिट्टू शर्मा ,राजू गुर्जर ,विनोद योगी , उपेंद्र यादव , भानु दुबे , अवधेश शिवहरे सहित दर्जनों लोग व मीडियाकर्मी वहाँ आसीन हो गए। कलेक्ट्रेट की सभागार में जब सभी बैठे थे तभी मंदिर के मंह प्रयाग भारती को अंदर कलेक्टर कक्ष में बुलाया गया लेकिन प्रयाग भारती ने कहा जो भी बात होगी वह सभी के सामने होगी।

15 मिनिट तक चला इंतजार,विधायक रघुवंशी को रोका गया

बताया जा रहा है कि जब मंदिर के महंत प्रयाग भारती ने अकेले बात करने से मना कर दिया इसके 15 मिनिट बाद तभी दूसरी बार संदेशवाहक आया और उसने पुनः बाबा से अंदर चलने का अनुरोध किया कि कलेक्टर साहब कुछ खास बात करना चाहते हैं, बाद में सार्वजनिक तौर पर बाहर आकर भी बात करने को तैयार है। मंदिर के भक्तों की अनुमति के बाद बाबा प्रयाग भारती कलेक्टर से बातचीत करने उनके कक्ष में चले गए । लेकिन विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को अंदर नहीं जाने दिया गया । लगभग 1 घंटे बाद बाबा प्रयाग भारती बाहर आए तो उनका चेहरा तमतमाया हुआ था , वे अंदर हुई चर्चा से पूरी तरह संतुष्ट नजर आए । इसी बीच भाजपा के दो गुटों के बीच जमकर कहासुनी होती रही ।

फिर प्रशासनिक अधिकारी आए

कुछ समय बाद जिला कलेक्टर पुलिस अधीक्षक व सीसीएफ के साथ आए और फिर उन्होने सार्वजनिक तौर पर कहा कि मंदिर मे किसी भी दर्शनार्थी को रोका नहीं जाएगा , यघ भी पूर्ण विधि विधान के साथ सम्पन्न कर सकते हैं। कलेक्टर की बात सुनने के बाद कुछ लोगों ने कहा कि हमें लिखित में चाहिए तो कलेक्टर बोले इतना सारा मीडिया यहां पर मौजूद है सारी बात रिकॉर्ड है इसमें लिखित की बात कहां से आ रही है। उनकी बात सुनकर सभी लोगों ने सहमति जताई एवं भविष्य में कभी पुनः इस तरह के हालात निर्मित नहीं होंगे इस पर कलेक्टर का आश्वासन मिला । भक्तों को दर्शन से वंचित ना किया जाए आदि विषयों पर खुलकर चर्चा की गई जिस पर कलेक्टर के साथ सभा कक्ष में मौजूद सीसीएफ ने कहा अपनी मौन सहमति दी । इसके बाद मामला शांत हुआ।

एक कॉल विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी पर आया

सभा कक्ष में जब बलारपुर भक्तों और जिला प्रशासन के बीच बातचीत शुरू होने वाली थी उससे पहले ही कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को एक फोन आया जिस पर शिवपुरी विधानसभा में उनसे हस्त्क्सेप न करने की बात कही बक़ौल वीरेंद्र रघुवंशी उन्होंने कहा की चूंकि बलारपुर मंदिर हम सब स्थानीय निवासियों की आस्था का प्रमुख केंद्र है और उस मंदिर पर गत दिवस हुई घटना बेहद निंदनीय है । यहां में कोई राजनीति करने नहीं आया बल्कि अपनी आस्था के कारण मंदिर का पक्ष रखने आया हूं। यह कहकर उन्होंने फोन काट दिया ओर वे निर्णय न होने तक डटे रहे । अब यह फोन किसका था इसको लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।

शिवपुरी समाचार से बातचीत करते हुए कहा कि मैने जब यह वायरल वीडियो देखी तो मेरा मन व्यथित हो गया,संत के साथ इतनी निर्दयता से मारपीट सहन योग्य नही है। मंदिर के महंत प्रयाग भारती बीते रोज मुझसे मिलने आए थे और इस मामले में हस्तक्षेप करने की बात कही। बलारी माता सबकी माता है,इसमे कही काई राजनीति नही है मे धार्मिक प्रवृत्ति का हूं,मेरी आस्था बलारी माता से जुड़ी है। 24 मई को कलश यात्रा में शामिल भी रहुंगा। इस विवाद को शांत कराने के लिए मैने प्रदेश स्तर पर भी बात की थी।

शिवपुरी विधायक और प्रदेश मंत्री राजे ने कहा था समन्वय से निकाले हल

शिवपुरी विधायक और प्रदेश की कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने पिछले माह कलेक्ट्रेट में प्रशासन के अधिकारी सहित पार्क प्रबंधन और मंदिर के महंत प्रयाग भारती के साथ बैठक ली,जिसमें राजे ने कहा था समन्वयन निकाले,लेकिन राजे के निर्देशों का पालन नही किया गया था। कोई रास्ता नही निकाला गया जिससे यह घटना घटित हुई।

टाईगर है विवाद के मूल में

दरअसल माधव राष्ट्रीय उद्यान में बीते दिनों तीन टाइगर लाए जाने के बाद से राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन मंदिर के प्रति सख्त हो गया। आने वाले भक्तों ओर नेशनल पार्क प्रबंधन के मध्य झगड़ा होना रोज का काम हो गया है । यहां नवरात्रों के समय से ही टकराव के हालात चले आ रहे हैं। राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन से जुड़े अधिकारी किसी भी स्थिति में बलारी माता मंदिर क्षेत्र में आम लोगों के प्रवेश के खिलाफ हैं, मंदिर एवं उसके परिसर से लगे क्षेत्र में किसी भी तरह के आयोजन पर पूर्णत: रोक लगा दी गई है। वन विभाग के अपने तर्क हैं और अपनी विभागीय बाध्यता भी, जबकि मामला श्रद्धा और विश्वास से जुड़ा होने के चलते आसपास के क्षेत्र के ग्रामीण इन प्रतिबंधों को माता के दर्शनार्थ आड़े आने देना नहीं चाहते।
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