कूनो नेशनल पार्क से मादा चीता आशा तीसरी बार फरार,अब लोकेशन SHIVPURI में - NEWS TODAY

Bhopal Samachar
शिवपुरी। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क कभी चीतो मौत तो कभी चीतों के भागने को लेकर चर्चाओं में हैं। बीते दिन जहां ज्वाला चीता के दो शावकों की मौत हो गई। वहीं शुक्रवार को एक बार फिर आशा कूनों से भाग गई है। जबकि गुरुवार को वन मंत्री ने चीतों की हो रही मौत को देखते हुए उन्हें कूनो नेशनल पार्क से गांधी सागर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में शिफ्ट करने की बात कही है। बताया जा रहा है कि मादा चीता आशा पिछले 4 दिनों से कूनो नेशनल पार्क की सीमा से बाहर है। फिलहाल मादा चीता आशा की लोकेशन शिवपुरी जिले में मिल रही है।

कूनो से तीसरी बार भागी मादा चीता आशा: कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन की एक टीम लगातार मादा चीता आशा की ट्रैकिंग में जुटी हुई है। टीम द्वारा चीते की सुरक्षा और उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। जानकारी के अनुसार मादा चीता आशा इससे पहले भी दो बार कूनो नेशनल पार्क की सीमा से निकल कर रिहायशी इलाके में पहुंच गई थी। दोनों ही बार कुछ दिनों तक जंगल और रिहायशी इलाके में भटकने के बाद मादा चीता आशा लौटकर कूनो नेशनल पार्क में पहुंच गई थी। यह वही मादा चीता आशा है, जिसका नामकरण खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

शिवपुरी जिले में मिली लोकेशन

कूनो नेशनल पार्क से 4 दिन से गायब मादा चीता आशा की लोकेशन बुधवार की देर शाम शिवपुरी जिले में पोहरी थाना क्षेत्र के बैहटा-बैंहठी और बुरखेड़ा गांव के नजदीक बताई गई थी। गुरुवार की सुबह मादा चीता आशा की लोकेशन शिवपुरी जिले के झिरी गांव के पास बताई जा रही है। झिरी गांव माधव नेशनल पार्क की सीमा से काफी नजदीक है. अगर मादा चीता आशा इसी ट्रैक पर आगे बढ़ती रही तो जल्द ही आशा चीता शिवपुरी जिले में स्थित माधव नेशनल पार्क की उत्तरी सीमा में प्रवेश कर जाएगी। कूनो नेशनल पार्क से आशा के अलावा ओवान चीता भी भाग चुका है. कुछ दिनों बाद ओवान चीता को वापस कूनो वापस आ गया था।

बीते दिन 2 शावकों की हुई मौत:

गौरतलब है कि ज्वाला चीता के दो बचे हुए शावकों ने गुरुवार को बीमारी के चलते दम तोड़ दिया. वहीं बए हुए एक शावक की हालत गंभीर थी, जो आज स्थिर बताई जा रहा है। बता दें कुछ दिन पहले ही ज्वाला चीता ने 4 शावकों को जन्म दिया था. कूनो निदेशक उत्तम शर्मा के मुताबिक "कोई बीमार जानवर कब तक जीवित रहेगा इसके बारे में कहना मुश्किल काम है। कूनो में लगातार हो रही मौत के बात वन मंत्री विजय शाह ने चीतों को कूनों से गांधी सागर में शिफ्ट करने की बात कही थी। साथ ही कहा था कि जरूरत पड़ी तो नौरादेही की भी मदद ले सकते हैं।
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