SHIVPURI NEWS- जिले के 10 केंद्रो पर 5743 स्टूडेंट ने दी परिक्षा, शादी के बाद सीधे पहुंची दुल्हन, उतारनी पड़ी सुहाग की निशानी

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शिवपुरी।
रविवार को मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग इंदौर द्वारा राज्य सेवा और राज्य वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2022 का आयोजन किया गया दो सत्रों में आयोजित होने वाली यह परीक्षा शहर में 10 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुई जिसमें पहली शिफ्ट सुबह 10:00 से 12:00 बजे तक की रही जबकि दूसरी शिफ्ट दोपहर 2:15 से 4:15 बजे तक रही।

बहुत से परीक्षार्थियों को इस परीक्षा में शामिल होने की नियमावली का ज्ञान नहीं था यही वजह है कि जब हाथ में स्टील का कड़ा और कलावा बांधकर युवक नरेंद्र कुमार परीक्षा देने आया तो गेट पर चेकिंग कर रहे अंग्रेजी के प्राध्यापक डॉक्टर आरआर धाकड़ ने उन्हें रोकते हुए कहा कि आपको यह कड़ा और कलावा दोनों उतारने होंगे जब युवक ने कहा कि यह तो वह श्रीधाम से गुरु महाराज से पड़वा कर लेकर आया है इसे पहनने की तो छूट दे दे पर निरीक्षक ने नियम में नहीं है यह कहकर मना कर दिया।

शादी से सीधे पहुंची नई नवेली दुल्हन

मैं तो शादी से सीधी यहां आ रही हूं मुझे पता नहीं था हाथ में बना कलावा और पांव में पहनी पायल सभी उतारना पड़ेगी क्योंकि यह सुहाग की निशानी है इसलिए न उतरवाए तो परीक्षा दी जा सकती है, क्योंकि इनसे नकल तो होगी नहीं यह बात जब शहर के उत्कृष्ट विद्यालय में सुबह 9:30 बजे पीएससी परीक्षा देने पहुंची युवती निशा ने कहीं तो जवाब में चेकिंग कर रहे हैं अधिकारियों ने कहा कि हम परीक्षा की नियमावली से बंधे हैं।

किसी भी तरह की छूट आपको नहीं दी जा सकती। इसके बाद युवती ने अपने पर्स में हाथ में पहने हुए कंगन और पायल के साथ अन्य सामग्री रख उसका टोकन नंबर 357 लेकर परीक्षा कक्ष के लिए रवानगी डाली। इसी तरह एक अन्य युवक अभिषेक ने कहा कि उसकी पेंट ढीली है इस वजह से मैं पेंट लगा कर आया है उसे बेल्ट लगाकर जाने दें लेकिन जूते और बेल्ट दोनों ही पीएससी परीक्षा में अलाउड नहीं थे इस वजह से उन्हें बाहर उतरवाकर ही परीक्षार्थियों को अंदर प्रवेश दिया गया।

शहर के प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी कन्या महाविद्यालय में पहली बार 300 परीक्षार्थियों के लिए अलग-अलग कक्षाओं में पानी से भरे हुए कूलर चलते नजर आए इन कूलर की हवा से विद्यार्थियों को राहत मिली लेकिन पहली बार ऐसा हुआ कि भीषण गर्मी में विद्यार्थियों को कूलर की सुविधा कन्या महाविद्यालय में मिली अन्य जगह भी कुछ इसी तरह के हालात देखे गए।

पहले चरण में 2886 और दूसरे चरण में 2857 हुए शामिल

पीएससी परीक्षा के साथ-साथ राज्य वन सेवा परीक्षा के लिए ऑब्जर्वर और प्रमुख बनाए गए डिप्टी कलेक्टर अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि शहर के 10 केंद्रों पर शांतिपूर्वक परीक्षा संपन्न हुई। जिसमें किसी भी तरह की परेशानी ना तो विद्यार्थियों को रही और ना ही ड्यूटी कर रहे स्टाफ को इस दौरान किसी परेशानी का सामना करना पड़ा।

पहले चरण के दौरान जहां दर्ज 3862 परीक्षार्थियों मैं से 2886 ने पीएससी की परीक्षा दी जबकि 976 अनुपस्थित रहे। वहीं दूसरे चरण में यह परीक्षार्थी घटकर 2 857रह गए। इनमें से 1005 विद्यार्थियों ने परीक्षा नहीं दी। कुल मिलाकर पहला पेपर जी के का था, उसके बिगड़ जाने के बाद 29 विद्यार्थी दूसरा पेपर देने ही नहीं आए, क्योंकि उन्हें मालूम था कि वह बीएससी की प्रारंभिक परीक्षा में सफल नहीं हो सकेंगे। कुल मिलाकर पीएससी परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हो गई।
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