SHIVPURI NEWS- नगर पालिका की चौखट पर दम तोड़ रहा है लोकतंत्र, अफसरशाही हावी, शिकायत करते करते हाफ रहे है जनप्रतिनिधि

NEWS ROOM
Ex-Rey ललित मुदगल @ शिवपुरी।
शिवपुरी नगर पालिका शिवपुरी की चौखट पर लोकतंत्र तोड़ रहा है,अफसरशाही हावी है,जनप्रतिनिधि शिकायत करते करते हाफ रहे है,लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। इसका ताजा उदाहरण मंगलवार को शिवपुरी विधायक और प्रदेश की कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया से नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने शिकायत की यह शिकायत कम थी पीडा अधिक थी,उससे पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष सरोज रामजी व्यास ने भी नगर पालिका के अधिकारियों पर बेलगाम होने के आरोप लगाए थे बताया कि कैसे बेलगाम होकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है पार्टी की बदनामी हो रही है,जनता ने कमल के फूल पर मोहर लगाकर हमे इसलिए भेजा है कि हम जनता के काम कर सके,लेकिन बेलगाम अफसरशाही के कारण हमारी सुनवाई नहीं होती है और जनता के मन में खिला कमल का फूल मुरझा रहा है।

पहले पढ़िए क्या कहा नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने

नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने मंगलवार को प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की। इस शिकायत को कम शब्दों मेे लिखने की कोशिश करते है। अध्यक्ष ने कहा कि नई परिषद के गठन को आधा साल निकल गया है,नपा के इंजीनियर नही सुनते है,किसी काम की कहो तो वह एक दूसरे पर टाल देते है,परिषद में शिकायतों के निराकरण के कोई काम नही होते है,जनहित के ऐसे कई काम है जो इंजीनियरो की वजह से समय पर पूरे नहीं होते।

अति आवश्यक काम जैसे कुछ सड़क ऐसी हैं जिनके टेंडर हो गए कार्य आदेश जारी नहीं हुए हैं।पानी की मोटर खराब हो जाने के बाद उसे खरीदने या सुधारने की सुध नहीं ली जाती। जनता परेशान होती है। पहले से इंतजाम इंजीनियर करके नहीं रखते। सड़कों की मरम्मत के काम शेष हैं। कब तक लेटलतीफी चलती रहेगी। कुल मिलाकर नगर पालिका अध्यक्ष की सुनवाई नहीं होती तो किस की होगी,शहर के विकास की जिम्मेदारी नगर पालिका अध्यक्ष की होती है।

यह कहा मंत्री महोदय ने

यह सुनकर खेल मंत्री यशोधरा राजे बोलीं. यह तो बेहद गंभीर आरोप हैं। आखिर इंजीनियर अध्यक्ष की सुन क्यों नहीं रहे, नगर पालिका में काम कैसे होंगे। उन्होंने कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी से कहा कि वे नगर पालिका अधिकारियों की बैठक लेकर इस मामले को निपटाएं।

नगर पालिका उपाध्यक्ष ने कहा कि इंजीनियरों और ठेकेदारों का सिंडीकेट

इससे पूर्व नगरपालिका उपाध्यक्ष सरोज रामजी व्यास लगातार कह रही है कि नगर पालिका में अफसरशाही हावी है। जनप्रतिनिधियों की सुनवाई नहीं होती,वही काम होते है जहां नपा के अधिकारी भ्रष्टाचार कर सके। कोई आगे के कामों की कोई प्लानिंग नहीं है,जनता अब परेशान होने लगी है,सड़कों के गड्ढे में गिर रही है,अंधेरे के कारण सड़कों पर दुर्घटनाएं बढ़ रही है-अभी थीम रोड के टेंडर में सीधे सीधे नगर पालिका के इंजीनियरों की भ्रष्टाचार सामने आया फिर भी इन पर कार्रवाई नहीं हुई है। कुल मिलाकर सीधे शब्दों में लिखे तो इंजीनियरों और ठेकेदारों का एक सिंडीकेट है जो मिलकर नगर पालिका को लूट रहा है। नगर पालिका के पास शहर के विकास का कोई विजन नहीं है कोई प्लानिंग रही है।

सिंडीकेट की कलई खुली सीसी के फैल हुए सैंपल ने

अभी शहर में सीसी की सडके डाली गई है,उनके जांच में सेंपल फैल हो गए। अब सवाल उठता है कि इससे पूर्व 40 प्रतिशत से अधिक बिलो रेटो में डाली गई सीसी सडको के सैंपल पास कैसे होते आए है सीधा सा अर्थ है जमकर भ्रष्टाचार हुआ है,लेकिन इस बार सांसद प्रतिनिधि रामजी व्यास इन सड़को पर नजर रखे हुए थे और गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे थे। इस कारण प्राइवेट एजेंसी से इन डाली गई सडको को सैंपल भेजे गए इसलिए फैल होकर आए। इंजीनियर और ठेकेदार का जो सिंडीकेट बना है वह नगर पालिका को लूट रहा था स्वयं प्रमाणित है।

नगर पालिका अध्यक्ष विश्वास में नहीं ले सकी परिषद को

नगर पालिका शिवपुरी अध्यक्ष गायत्री शर्मा पर पार्षद लगातार अनसुनवाई के आरोप लगा रहे है,प्रत्येक परिषद के सम्मेलन में तीखी बहस हुई है। पार्षदों का आरोप है जो प्रथम सम्मेलन में प्रत्येक वार्ड के लिए 20-20 लाख रुपए के विकास कार्य मंजूर हुए थे,लेकिन वह कार्य अभी तक शुरू नहीं हुए है इसको लेकर कांग्रेस के पार्षदों की नाराजगी बार बार खुल कर सामने आ रही है वही दबी जुबान में भाजपा पार्षद में कहने लगे है।

पार्षदों के काम नहीं हो रहे है। जब नगर पालिका अध्यक्ष की सुनवाई अधिकारी नहीं कर रहे तो पार्षदों की क्या सुनवाई होगी अब यही से अनुमान आप लगा ले,नगर पालिका अध्यक्ष ने अभी तक शिवपुरी के पार्षदों के लिए समय नहीं दिया है। पर्सनल चाय पार्टी पर नहीं बुलाया है। अध्यक्ष महोदय को सभी 38 पार्षदों के साथ एक लंबी मैराथन बैठक करनी होगी,सभी पार्षदों की सुननी होगी और उनके कामो को प्राथमिकता दे,कुल मिलाकर उनको विश्वास में लेना होगा जब ही यह परिषद जनहितेषी कार्य कर सकती है नहीं तो ऐसे ही हंगामे के बीच 5 साल बीत जाऐंगें।
G-W2F7VGPV5M