क्या रूठे है शिवपुरी से सिंधिया सरकार.? टाइगर के लिए भी समय नही,कुछ दिया भी नही... Shivpuri News

NEWS ROOM
एक्सरे ललित मुदगल@ शिवपुरी।
शिवपुरी की राजनीति के तार सीधे सीधे ग्वालियर महल से जुडें है। चुनावी साल में एक सवाल राजनीति करने वाले और राजनीति में रूचि रखने वालो के मस्तिष्क में बार बार आ रहा है कि क्या रूठे है शिवपुरी से सिंधिया सरकार... शेरों के लिए समय नही दे रहे,वही जब से केन्द्र में मंत्री बने है जब से शिवपुरी को कोई सौगात भी नही दी........वही शिवपुरी के दौरो भी नही कर रहे है सिंधिया सरकार,यह सवाल बार बार अब शिवपुरी की राजनीति में उठ रहा है कि क्या रूठे है शिवपुरी से सिंधिया सरकार. ?.

गौरतलब है कि महाराज सिंधिया ने शिवपुरी-गुना लोकसभा सीट से अपनी राजनीति की शुरुआत की थी। सिंधिया ने शिवपुरी को दिल खोल कर दिया। मेडिकल कॉलेज सहित तमाम कॉलेज,सडके,सीवर प्रोजेक्ट,पानी और बिजली भी दिया। कभी खाली हाथ शिवपुरी नही आते थे सिंधिया सरकार,जब भी शिवपुरी के दौरे पर आते थे तो कुछ ना कुछ लाते थे।

समय बदला शिवपुरी गुना अशोकनगर की जनता ने मिलकर सिंधिया सरकार को उन्ही के सांसद प्रतिनिधि ने हरा दिया। इसके बाद कई घटनाक्रम हुए सिंधिया सरकार ने अपने समर्थक विधायकों के साथ मिलकर मप्र की सरकार को पलट दिया। ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा ने राज्यसभा भेज दिया और देश की सरकार में कैबिनेट मंत्री का बना दिया।

पिछले कई दिनो से देखा जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया का दौरा शिवपुरी नही बन रहा है। हालाकि 2 माह पूर्व सीएम के दौरे के साथ के साथ सिंधिया सरकार दौरा हुआ था लेकिन केवल सिंधिया सरकार का दौरा नही हुआ। पिछले साल दिसंबर 21 में जब कैबिनेट मंत्री बनने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया शिवपुरी आए तो सिंधिया सरकार का ऐतिहासिक स्वागत शिवपुरी के लोगो ने किया था।

दिसंबर 2021 के बाद सिंधिया सरकार का दौरा शिवपुरी में अकेले नही हुआ है। 2022 का पूरा साल निकल गया लेकिन शिवपुरी सिंधिया सरकार नही आए,इसलिए आकलन किया जा रहा है कि क्या रूठे है शिवपुरी से सिंधिया सरकार.... ?.

टाइगर प्रोजेक्ट भी तैयार बस माननीय का इंतजार
माधव राष्ट्रीय उद्यान के टाइगर प्रोजेक्ट का सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी 16 दिसंबर को शिवपुरी प्रवास के दौरान जायजा लिया था। सीएम के आने से टाइगर के भी समय पर आने की उम्मीद जगी थी। इसके बाद कार्यक्रम में मंच से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, स्थानीय सांसद डॉ. केपी यादव, प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने भी माधव राष्ट्रीय उद्यान में फिर से टाइगर बसाने को उपलब्धि बताया था। कार्यक्रम खत्म होने के बाद किसी भी नेता ने प्रोजेक्ट की सुध नहीं ली। अब राजनीति के फेर में ही फंसकर ही टाइगर की आमद में देरी हो रही है।

क्या 250 साल पुराने संबंधों को सिंधिया सरकार भूल गए जो टाइगर प्रोजेक्ट में रूचि नही ले रहे है। माना जा रहा है कि सब तैयार है माननीयों को समय नही है। अगर कैबिनेट मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया टाइगर प्रोजेक्ट में मन लगाते तो यह प्रोजेक्ट अपनी पूर्णता की ओर होता और माधव राष्ट्रीय उद्यान में शेरों की दहाड सुनाई देने लगती,क्या रूठे है शिवपुरी से सिंधिया सरकार.... ?.

कभी खाली हाथ न आने वाले महाराज ने शिवपुरी के कुछ नही दिया

शिवपुरी की जमीन से ही ग्वालियर के महाराजा की राजनीतिक जीवन का श्रीगणेश किया था। इससे पूर्व जब ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस की देश की सरकार में मंत्री थे कुछ ना कुछ शिवपुरी का लाते रहते थे। उसके बाद भी जब देश में भाजपा की सरकार थी और महाराज सांसद थे जब भी महाराज शिवपुरी को सौगात देते रहते थे,लेकिन अपनी राजनीतिक जीवन की नई पारी देश की भाजपा की सरकार में कैबिनेट मंत्री बने है और एक साल से भी अधिक का समय हो गया लेकिन शिवपुरी को काई सौगात नही दी है,क्या रूठे है शिवपुरी से सिंधिया सरकार..?.

समर्थकों को पद मिले पर शिवपुरी को कुछ नही

ग्वालियर के महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया जी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे,उनके समर्थक विधायक और नेता भी कांग्रेस से पलायन कर गए। इन समर्थको में किसी को मंत्री,किसी को राज्य मंत्री और ढेर सारे समर्थकों को भाजपा संगठन में महत्वपूर्ण पद भी दिलवा दिए,लेकिन शिवपुरी का कुछ भी नही दिया,क्या रूठे है शिवपुरी से सिंधिया सरकार...?
G-W2F7VGPV5M