Shivpuri News- पूर्व पार्षद राजकुमार और कियोस्क संचालक ने 2 लाख की धोखाधड़ी की, एसपी को शिकायत

Bhopal Samachar
शिवपुरी। कोरोना काल में पत्नी की मौत हो जाने के बाद शासन द्वारा जारी हितग्राही 2 लाख की आर्थिक सहायता राशि को पूर्व पार्षद राजकुमार पाल और कियोस्क संचालक ने मिलकर खाते से निकाल लिया। जब पीड़ित अपनी पासबुक पर एंट्री कराने गया तो यह मामला सामने आया। पूछताछ करने पर पता चला कि खाते में जो मोबाइल नंबर दर्ज है वह कियोस्क संचालक का है और उसने एटीएम से यह पेमेंट टुकडो मे निकाल लिया। अब इस मामले की शिकायत एसपी शिवपुरी को आवदेन के माध्यम से की गई है।

SSP शिवपुरी राजेश सिंह चंदेल को सौंपे गए आवेदन के अनुसार शिवपुरी के वार्ड क्रमांक 1 बछौरा मंशापूर्ण मंदिर के पास निवास करने वाले बबलू कुशवाह पुत्र किशन कुशवाह ने बताया कि उसकी पत्नी खुदमा बाई कुशवाह का निधन कोरोना काल में इलाज के दौरान 22 अप्रैल 2021 को हो गया था। पत्नी के निधन के बाद शासन के द्वारा मिलने वाली आर्थिक सहायता जारी के लिए आवेदन किया गया।

पार्षद राजकुमार पाल ने लिए थे सारे कागजात

बबलू कुशवाह ने बताया कि पत्नी की मौत के बाद मिलने वाली सहायता राशि के लिए उस समय के वार्ड क्रमांक 1 के पार्षद राजकुमार पाल को गरीबी रेखा की किताब, पत्नी का आधार कार्ड, वोटर कार्ड व मृत्यु प्रमाण पत्र गरीबी रेखा का राशन कार्ड लिए थे,वही मेरा खाता 10 हजार रूपए लेकर हैप्पी डेज स्कूल के सामने धर्मेन्द्र कुशवाह के कियोस्क पर बैठकर एक्किस बैंक में खाता खुलवाया था। जब केवल पासबुक दी गई।

बार बार टाल रहे थे,की सहायता राशि नही आई

बबलू का कहना था कि में बार बार राजकुमार पाल से पूछ रहा था कि सहायता राशि का क्या हुआ वह बार बार टाल रहा था कि अभी पैसे नही आए। वही मेने अपने किसी काम से अपनी पासबुक की एंट्री करवाई तो उसमें 2 लाख रुपए का लेन देन दिखा जो मेरे द्वारा नही किया गया। बैंक में जानकारी लेने पर ज्ञात हुआ कि 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि आई थी जिसको एटीएम के द्वारा निकाला गया है।

वही मेरे खाते मे जो मोबाइल नंबर दर्ज था वह कियोस्क संचालक धर्मेन्द्र कुशवाह का निकला इस कारण मेरे पास कोई मैसेज नही आया वही मेरे ATM का पिन भी इसी मोबाइल से जनरेट हुआ था। जब मेरी समझ में आया कि मेरे खाते खुलवाने के बाद जारी एटीएम धर्मेन्द्र कुशवाह के पास ही था उसने मुझे दिया नही।

जब पार्षद राजकुमार पाल से मैने इस विषय में बात की तो वह बोला कि तेरे पास क्या सबूत है कि पैसे मेने निकाले है। आवेदक ने एसपी शिवपुरी से गुहार लगाई है कि मेरे साथ इन दोनों लोगों ने धोखाधड़ी की है। इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। वही इस मामले में अपने राम का कहना है कि कियोस्क संचालक ने जिस बैंक अधिकारी से अपने कियोस्क पर बैठकर खाता खुलवाया है वह भी इस मामले में दोषी है क्योंकि उसने खाताधारक को एटीएम उसके हाथ में नही दिया नियमानुसार किसी भी खाताधारक का एटीएम अन्य व्यक्ति को नही दिया जाता है।
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