सरकारी जमीन पर शराब का शोरूम,एक ही बिल्डिंग में 2 स्कूल: जांच के नाम पर लटका दिए मामले- Shivpuri News

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शेखर यादव शवपुरी।
अगर किसी मामले की शिकायत की जाती हैं तो उसकी विधिवत जांच होती हैं उसके बाद नोटिस भेजा जाता है और जवाब आने के बाद उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाती हैं,लेकिन शिवपुरी जिले में जांच के नाम पर शुद्ध वसूली को खेल चल रहा है शिकायत जांच अधिकारियों के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो रहा है या फिर ताकत के आगे विभाग ही नमस्तक हो गया हैं। दोनो ही बातें नियमानुसार नहीं हैं।

मामला जुडा हैं वन विभाग और जिले के शिक्षा विभाग से दोनों ही मामलों का जांच के नाम पर लटका दिया गया हैं। समय निकाल कर अभयदान दिया जा रहा है। दोनो ही मामले स्वयं प्रमाणित हैं,लेकिन कार्रवाई करने से विभाग के अधिकारी डर रहे है या इन मामलो में भ्रष्टाचार किया जा रहा हैं।

वन भूमि पर खोला शराब का शोरूम-ताकतवर सोम के आगे झुक गया विभाग

गुना बाईपास से लेकर चिंकारा तक वनभूमि हैं, इस वन भूमि पर भोपाल की सोम कंपनी ने अपना शराब का शोरूम खोल लिया। अगर भारत सरकार के नियमों को समझें तो वन भूमि पर किसी भी प्रकार की कमर्शियल एक्टिविटी नहीं कर सकते,यहां तक अनाधिकृत प्रवेश भी वर्जित हैं,लेकिन यहां हाइवे के किनारे स्थित वन भूमि पर शराब का शोरूम तान दिया। जब मीडिया ने यह मामला उठाया तो रेंजर गोपाल जाटव ने जमीन खाली करने का नोटिस दे दिया। इसके बाद वन विभाग ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हैं।

अब मामला पहुंचा CM हेल्पलाइन में

इस मामले की शिकायत एक जागरूक नागरिक ने की हैं। शिकायत क्रमांक 18468267 दिनांक 26.7.2022 के अनुसार सोम कंपनी ने गुना बाईपास के पास स्थित वन भूमि पर अवैध रूप से शराब की दुकान खोली है जो अवैध हैं। इसकी जांच करते हुए कार्रवाई की जाए।

इस शिकायत का निराकरण करते हुए सीएम हेल्पलाइन पर निराकरण में लिखा है, एक निराकरण सीएम हैल्पाईन शिकायत क्रमांक दिनांक 26 मई के संबंध मं वन परिक्षेत्र शिवपुरी के अंतर्गत सबरेंज शिवपुरी की बीट लुधावली के कक्ष क्रमांक आर एफ 40 की सीमा एवं राजस्व सीमा पर अवैध रूप से संचालित शराब की दुकान के विरूद्ध 80 अ का नोटिस दिया गया है। वर्तमान में बेदखली की कार्यवाही प्रचलित हैं यह नोटिस विभाग ने 26 मई को दिया है।

इस जांच की गति पर कई सवाल खडे हो रहे है। शिकायत एल फोर पर जा चुकी हैं। नोटिस को दिए हुए 100 दिन से अधिक हो चुके हैं। जांच पर लिख दिया गया है कि बेदखली की कार्रवाई प्रचलित है। सरकारी भाषा में इसको फसा दिया गया हैं। अगर ईमानदारी से विभाग को इस शराब के शोरूम हो हटाना था तो फिर एसडीएम शिवपुरी का पत्र नहीं लिखा।

वह इस जांच में लिखा है कि सरकारी भूमि पर कब्जा कर शराब की दुकान ,खोली हैं मामला प्रमाणित है कि दुकान सरकारी जमीन पर चल रही है,लेकिन सोम कंपनी के आगे वन विभाग नमस्तक हैं कार्यवाही से डर रहा हैं या फिर सोम कंपनी के द्वारा दी जाने वाली हर माह लक्ष्मी के नीचे दब रहे हैं।

दूसरा मामला शिक्षा विभाग का अवैधानिक रूप से चल रहा हैं स्कूल

जिले में स्कूलों की मान्यता में बड़ा खेल खेला गया हैं। प्राइवेट स्कूल संचालक लगातार नियमों को टांग रहे हैं। नियमों पर खूंटी पर टांगने का मामला नवाब साहब रोड पर संचालित राजेंद्र मेमोरियल स्कूल से आ रहा हैं। जहां एक ही भवन में 2 स्कूल संचालित हो रहे हैं। दोनों स्कूलों के नाम और मान्यताएं अलग हैं यहां तक की डायस कोड भी अलग हैं। कागजों में स्कूलों की जो मान्यता दी हैं उसमें पता भी अलग अलग हैं।

राजेंद्र मेमोरियल स्कूल के प्रवेश द्वार पर राजेंद्र मेमोरियल स्कूल का बोर्ड दिखाई देता है और द्वितीय प्रवेश द्वार में संत मंगलदास हायर सेकेंडरी स्कूल का बोर्ड दिखाई देता है जो कि नियम के विरुद्ध है

संत मंगल दास स्कूल की मान्यता ग्रामीण एंडे्स की हैं। कुल मिलाकर नियम टंगे है खूंटी पर। इस मामले की शिकायत भी जा चुकी है मामले की जांच के नाम पर लटकाया जा रहा है और अधिकारी कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं। इस मामले में सवाल खडे होते हैं कि जब मामला क्लीयर है तो जांच कितनी लंबी चलेगी। इस मामले में अभी हाल में ही जिला शिक्षा अधिकारी की कुर्सी पर आए समर्थ सिंह राठौर का कहना है कि जल्द ही स्कूल पर कार्रवाई करेंगें।
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