शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका का प्रथम सम्मेलन आरोप प्रत्यारोपों के दौर के बाद एजेंडे में लिए गए सभी बिन्दु सहमति के साथ स्वीकृत किए गए। इस सम्मेलन में मध्य प्रदेश सरकार के आदेश के बाद पार्षद पतियों को परिषद में बैठने का मौका नहीं दिया गया, जिससे वह मन मसोस रह गए वहीं वार्ड क्रमांक 26 की पार्षद एवं उपाध्यक्ष के पति रामजी व्यास सांसद प्रतिनिधि व वार्ड क्रमांक 3 की पार्षद दीप्ति दुबे के पति भानू दुबे विधायक प्रतिनिधि के तौर पर सम्मेलन में शामिल हुए। कुछ पार्षदों ने नगर पालिका में भ्रष्टाचार का सहित अन्य मुद्दे उठाए बताया गया है कि इन मुद्दों पर नगर पालिका अध्यक्ष उन्हें शांत रहने के लिए कहा गया।
महिला पार्षद सिर्फ कोरम पूर्ति के लिए बैठी नजर आईं
परिषद में महिला पार्षद तो सिर्फ कोरम पूर्ति के लिए बैठी हुई नजर आईं। नेता प्रतिपक्ष शशि आशीष शर्मा ने शुरुआत में कुछ बिंदुओं पर बोलना चाहा तो उनके बिंदुओं को शोर गुल के बीच सुना ही नहीं गया। इसके अलावा वार्ड क्रमांक 6 की पार्षद मोनिका बिरथरे ने कुछ विषयों पर अपना मत रखा। इसके अलावा एक भी महिला पार्षद बैठक में किसी भी बिंदु पर चर्चा में शामिल होती हुई नजर नहीं आई। शशि शर्मा का आरोप है कि मंचासीन अधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने उनके पक्ष को शोरगुल के बीच सुना ही नहीं। कोई कुछ सुनने को ही तैयार नहीं था।
थीम रोड पर लाइट ब्यूटीफिकेशन को सैद्धांतिक स्वीकृति
नगर पालिका द्वारा थीम रोड पर लाइट ब्यूटीफिकेशन को सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई है। नपा सीएमओ ने इस प्रोजेक्ट को देश ही नहीं विश्व का सबसे शानदार प्रोजेक्ट करार दिया। इसके अलावा थीम रोड पर झाड़ू लगाने के लिए रोड स्वीपिंग मशीन खरीदने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके अलावा नपा में छोटी पोकलेन मशीन खरीदने को भी हरी झंडी प्रदान की गई।
खरीदे जाएंगे 20 नए कचरा वाहन
वार्डो में से कचरा कलेक्शन में आ रही परेशानियों के मद्देनजर नगर पालिका की पहली परिषद में इस बार पर सभी पार्षदों ने सहमति जताई की हर वार्ड में एक कचरा वाहन उपलब्ध कराया जाए। बैठक में 20 नए कचरा वाहन खरीदने के प्रस्ताव पर मोहर लगाई गई। इसके अलावा नपाध्यक्ष ने सभी पार्षदों को भरोसा दिलाया कि सभी कचरा वाहन पार्षदों के अनुसार ही संचालित होंगे। वर्तमान में नपा पर 20 कचरा वाहन होना बताया गया हैए
जल्द ही ठेके पर जाएगी शहर की सफाई
शहर की सफाई व्यवस्था अभी तक नगर पालिका के कर्मचारियों के हाथ में थी। सफाई व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी नगर पालिका की होती थी, लेकिन बैठक में इस बात की सहमति मिली कि शहर की सफाई व्यवस्था ठेके पर उठा दी जाए। इसमें समस्त सामान दवाइयां, पाउडर, झाड़ू, मेन पावर, सहित कोर्ट अन्य सामग्री भी ठेकेदार कंपनी को ही उपलब्ध करानी होंगी। सफाई व्यवस्था ठेके पर जाने के बाद नपा में तैनात सफाई कर्मियों को हटा दिया जाएगा।
आवारा कुत्तों की नसबंदी का होगा ठेका
शहर में घूमने वाले आवारा कुत्तों की नसबंदी कराने के लिए नगर पालिका किसी प्राइवेट एजेंसी को ठेका देगी। इस प्रस्ताव को पार्षदों की हरी झंडी मिल गई। कुत्तों की नसबंदी होने से शहर में कुत्तों की जनसंख्या बढ़ने पर रोक लग जाएगी। इसके अलावा इस बिंदु के साथ ही सुअरों को लेकर सवाल उठा जिस पर नपा सीएमओ का कहना था कि सूअर को पकड़ने के लिए ठेका और वर्क आर्डर हो चुका है। अब एजेंसी को सिर्फ अपना काम शुरू करना है।
कलेक्टर जल्द करेंगे मुरम खदान स्वीकृत
नगर पालिका द्वारा वार्डों में मुरम बिछाने के लिए पिछले लंबे समय से लगातार अवैध रूप से मुरम का खनन किया जा रहा है। इस विषय पर बताते हुए सीएमओ ने पार्षदों से कहा कि कलेक्टर साहब ने आश्वासन दिया कि वह नगर पालिका के लिए जल्द ही एक मुरम खदान स्वीकृत करके देंगे। जब तक मुरम खदान स्वीकृत नहीं हो जाती तब तक के लिए नपा कहीं से भी मुरम खोद सकती है लेकिन वाहन नगर पालिका का ही होना चाहिए।
बस स्टैंड की गंदगी और अवैध वसूली परिषद में गूंजी
बस स्टैंड पर गंदगी, यात्रियों के लिए पानी की अनुपलब्धता सहित अन्य सुविधाओं का मामला परिषद में खूब गूंजा। इसके अलावा परिषद में बस स्टैंड के ठेकेदार का ठेका समाप्त हो जाने के बाद भी की जा रही अवैध वसूली का मामले पर पार्षदों में आक्रोश देखा गया। काफी बहस के बाद यह निर्णय लिया गया कि बस स्टैंड का नया ठेका किया जाएगा। जब तक नया ठेका नहीं हो जाता तब तक पुराना ठेकेदार वसूली करेगा और यह राशि उसे कोरोना काल में दी जाने वाली छूट में समायोजित होगी। इसके अलावा ठेकेदार को 54 लाख की राशि नपा को जमा करानी होगी। राशि जमा न कराने पर उस पर एफआईआर दर्ज कराई जाए।
बारिश आई तो बंद की स्क्रीन, होगा हजारों का भुगतान
अभी तक नपा में हजारों साधारण सभा की बैठक आयोजित हो चुकी है, लेकिन पहली बार मीडिया को बैठक से दूर रखने के लिए स्क्रीन लगाकर बैठक के सीधे प्रसारण व रिकॉर्डिंग की व्यवस्था की गई। इसके लिए हजारों रुपये खर्च किए गए। बैठक शुरू होने के कुछ देर बाद ही बारिश आने पर ठेकेदार द्वारा स्क्रीन और प्रसारण बंद कर दिया गया। ऐसे में सीधा प्रसारण न होने के बाबजूद भी नपा द्वारा हजारों रुपये का भुगतान ठेकेदार को किया जाएगा।