शिवपुरी। आगामी नगर पालिका चुनाव में बिजली की ताबड़तोड़ कटौती भाजपा के लिए मुसीबत का कारण बन सकती है। शिवपुरी में पिछले दो माह से इतनी जबरदस्त कटौती हो रही है कि जनता का गुस्सा भाजपा सरकार पर भी निकलने लगा है। अंधाधुंध 6-6 घंटे की कटौती से जनता को दिग्विजय सिंह सरकार के दिन याद आने लगे हैं।
बिजली कटौती के कारण ही दिग्विजय सिंह सरकार को पराजय का सामना करना पड़ा था। जनता के मन में गुस्सा इसलिए भी अधिक है क्योंकि प्रदेश में सबसे अधिक बिजली कटौती शिवपुरी में हो रही है और शासन तथा प्रशासन पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा। शिवपुरी में मेंटेनेंस के नाम पर लगभग 3-4 माह से रोजाना कई-कई इलाकों में 6-6 घंटे की कटौती चल रही है।
सुबह 9 बजे से लाइट काट दी जाती है और फिर 3 बजे के बाद ही लाइट के दर्शन होते हैं। गर्मी का प्रकोप इतना अधिक है कि 6 घंटे की कटौती से बुजुर्गों और बच्चों को सर्वाधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिन घरों में इनर्वटर नहीं है, उनका घर में रहना भी मुश्किल हो रहा है। इस कटौती के अलावा भी दिन में दर्जनों बार लाइट आती और जाती रही। बॉल्टेज के उतार चढ़ाव से कई घरों में विद्युत उपकरण फूंक गए हैं। ऐसे में जनता की नाराजी शासन और प्रशासन के अलावा और किससे होगी।
बिजली कटौती के कारण लोग रातों में भी नहीं सो पा रहे हैं। कई क्षेत्रों में रात-रातभर लाइट गायब रहती है। कभी रात में 3-3, 4-4 घंटे तक गौतम विहार कॉलोनी, श्रीराम कॉलोनी, पुरानी शिवपुरी क्षेत्र, इमामबाड़ा, कमलागंज आदि में लाइट काट दी जाती है। गर्मी और मच्छरों के कारण परेशान जनता सिर्फ सरकार को कोसने के अलावा और क्या कर सकती है। बिजली कटौती की शिकायत दर्ज कराने पर फर्जी एसएमएस आता है कि आपकी विद्युत समस्या का समाधान कर दिया गया है।
जबकि लाइट गायब रहती है। कई बार विद्युत उपभोक्ताओं और कंप्लेंट दर्ज करने वाले के बीच झड़प भी हो जाती है। इन कारणों से आगामी नगर पालिका चुनाव में इसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ सकता है।
जरा सा बहाना और घंटों तक काट दी जाती है लाइट
एक तरफ तो मेंटेनेंस के नाम पर बिजली विभाग विद्युत कटौती कर रहा है। लेकिन यह कैसा मेंटेनेंस की मामूली पानी की बूंदे पड़ने पर और थोडी सी हवा चलने पर लाइट काट दी जाती है। पानी और हवा का प्रकोप समाप्त होने के बाद भी तीन-तीन, चार-चार घंटे तक लाइट नहीं आती है।
पहले सड़क, पानी और अब बिजली संकट से जनता परेशान
शिवपुरी की कुंडली ही न जाने कैसी है कि पिछले कई वर्षो तक यहां के लोग सड़क और पानी के लिए परेशान रहे और अब जब ये समस्याएं हल हो रही हैं और इसके लिए क्षेत्रीय विधायक तथा प्रदेश सरकार की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने बहुत मेहनत की। लेकिन बिजली संकट फिर जनता को परेशान कर रहा है। इससे ऐसा लगता है कि अफसरशाही में कहीं कांग्रेस मानसिकता के लोग तो जमे नहीं बैठे हैं। बिजली कटौती के अलावा गंदगी भी अब शिवपुरी की एक बड़ी समस्या बन चुकी है।