पोहरी। खबर मानवता को शर्मसार करने वाली हैं। जिले के पोहरी थाना अंतर्गत आने वाले सरजापुर के पास झाड़ियों के पास पत्थरों के बीच में जिंदा नवजात दवा मिला है। यह बात भी सच साबित हुई कि मारने वाले से बचाने वाला बडा होता है। घंटो पत्थर और मिट्टी के नीचे कुछ घंटो का नवजात जिंदा हैं और अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहा हैं।
जानकारी के अनुसार पोहरी सरजापुर गांव के बाहर स्थित झांडियो के पास पत्थर मिट्टी के नीचे एक जिंदा नवजात मिलने की सूचना डायल 100 को प्राप्त हुई। डायल 100 के पर तैनात पुलिस जैसे ही पहुंची तो उन्होने देखा कि कुछ घंटो पहले इस दुनिया में जन्मा नवजात पत्थर और मिट्टी के नीचे दबा है।
डायल-100 एफ.आर.व्ही. मे तैनात पुलिस स्टाफ ने घटनास्थल पर पहुंचकर बताया कि जंगल में पत्थरों के बीच एक नवजात बच्चा मिला है । डायल 100 सेवा द्वारा तत्काल नवजात बच्चे को शासकीय अस्पताल पोहरी पहुँचाया गया जहाँ से प्राथमिक उपचार उपरांत बच्चे को डायल-112/100 सेवा द्वारा जिला अस्पताल शिवपुरी में भर्ती कराया गया ।
जहाँ नवजात शिशु का उपचार किया जा रहा है। समय पर बच्चे को उपहार मिलने से अब उसकी हालात में सुधार है। बताया जा रहा है कि उक्त मासूम का जन्म कुछ ही घ्ंटे पूर्व हुआ है। नवजात किसी अविवाहित युवती की कोख से पैदा हुआ है इस कारण उसे मारने के उद्देश्य गड्ढा खोदकर उसे दबाया गया हैं।
लेकिन कहते है कि मारने से बचाने वाला बडा होता हैं। इस नवजात की उम्र लंबी हैं और उसे और जीना हैं। जितनी देर वह पत्थर और मिट्टी में दबा रहा उतनी समय तक कोई जंगली जानवर या कुत्ता उसके समीप नही आया। कुल मिलाकर किसी अविवाहित युवती की कोख से पैदा होने वाला यह नवजात अब स्वस्थ है।