बदरवास लूट कांड- अंकुश जैन सहित 4 गिरफ्तार, 3 फरार, 45 लाख में से 8.30 लाख बरामद- Badarwas News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। बीती 2 फरवरी की रात 9 बजे बदरवास में कियोस्क संचालक विजय सिंघल के घर हुई 45 लाख रुपए की लूट का मामला ट्रेस कर लिया हैं। पुलिस ने इस लूटे हुए पैसों में से 8 लाख 30 हजार रूपए बरामद कर लिए हैं। वही इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं,वही इस मामले में 3 आरोपी अभी फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल पर इस लूट कांड के आरोपियों पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था। पुलिस ने इस लूट कांड को 2 दिन में ही ट्रेस करने में सफलता हासिल की है।

पुलिस ने इस मामले में फरियादी विजय सिंघल के पड़ोस में मोबाइल की दुकान संचालित करने वाले अंकुश जैन पुत्र अजीत जैन उम्र 22 वर्ष निवासी वार्ड नम्बर 5 बदरवास को गिरफ्तार किया है। इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड यही युवक है। पुलिस ने अंकुश जैन के अलावा शिवम धाकड, मुरारी धाकड़ बमोरी, आशीष धाकड बिजरौनी को गिरफ्तार किया हैं। वही तीन आरोपी गुना जिले के निहाल देवी के बताए जाते हैं जो पुलिस की पकड़ से दूर हैं।

लूट की इस सनसनीखेज वारदात में बदमाशों ने पूरी सावधानी बरती थी। सीसीटीव्ही कैमरों की हार्ड डिस्क भी वह निकाल कर ले गए थे। लेकिन पुलिस ने अडोस-पडोस के सीसीटीव्ही कैमरों को खंगाल कर लुटेरों के चित्र हासिल किए। कियोस्क संचालक की दुकान में एक बैंक का एटीएम भी लगा है और श्री सिंघल इसी के ऊपर परिवार सहित निवास करते हैं। घटना वाले दिन लुटेरों ने श्री सिंघल को रात में फोन लगाकर कहा कि एटीएम में पैसे फंस गए हैं। इस पर श्री सिंघल ने कहा कि वह आकर देखते हैं और जैसे ही वह दुकान में नीचे आए, वैसे ही बदमाशों ने उन्हें दबोच लिया। पुलिस ने जिस नम्बर से लुटेरों से फोन किया था, उसे ट्रेस किया तो पता चला कि उसकी सिम का विक्रय पड़ोस के दुकानदार सचिन मोबाइल ने किया था। जिसका संचालक अंकुश जैन है। 

पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने घटना में अपनी संलिप्तता से इंकार किया। पुलिस ने जब रात में उसकी लोकेशन पूछी तो उसने कहा कि वह घर में ही था लेकिन उसके मोबाइल से उसकी लोकेशन निहाल देवी क्षेत्र में मिली। इस पर पुलिस ने जब थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया तो उसने उगल दिया कि बारदात को अंजाम देने में उसकी मुख्य भूमिका रही है और उसने अपने साथियों की मदद से इस वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस पूछताछ में उसने उगल दिया कि अपने साथियों की मदद से उसने इस लूट कांड का पूरा ताना वाना बुना है। उसने यह भी बताया कि बारदात में मिली रकम का उन्होंने आपस में निहालदेवी क्षेत्र में बंटवारा भी किया था।

पुलिस की स्थानीय बदमाशों पर थी नजर

लूट के बाद कियोस्क संचालक विजय सिंघल ने पुलिस को बताया था कि बदमाश स्थानीय भाषा में बातचीत कर रहे थे और ऐसा लग रहा था कि वह आस पास के क्षेत्र के ही हैं। इस कारण पुलिस की स्थानीय बदमाशों पर नजर थी। लूट की इतनी बड़ी रकम विजय सिंघल के घर में रखी है, इसकी जानकारी किसी स्थानीय व्यक्ति को हो सकती है।

इस कारण भी पुलिस श्री सिंघल के नजदीकी लोगों पर नजर रख रही थी। श्री सिंघल के पड़ोस में ही आरोपी अंकुश जैन की मोबाइल की दुकान थी। इस कारण पुलिस ने जांच का दायरा उसी से शुरू किया और फिर उसे सफलता मिलती चली गई।

ऐसा दिया था वारदात को अंजाम

कियोस्क संचालक विजय सिंघल की दुकान में एटीएम लगा है और वह उसमें रुपए डालने का काम भी करते हैं। इसी कारण उनके घर में 45 लाख रुपए की रकम थी। बताया जाता है कि 5 लाख रुपए तो उसी दिन वह बैंक से निकालकर घर में लाए थे। वारदात वाले दिन बदमाशों ने उनकी दुकान से उन्हें फोन लगाया कि एटीएम से रुपए निकल नहीं रहे हैं।

इस पर जब श्री सिंघल नीचे आए तो नकाबपोश बदमाशों ने उन्हें काबू कर लिया और वह उन्हें लेकर ऊपर आए। यहां बदमाशों ने उनकी पत्नी और दोनों बच्चों के हाथ पैर बांध दिए और 45 लाख रुपए तथा सोने के आभूषण लूटकर फरार हो गए। जाते-जाते बदमाश सीसीटीव्ही की हार्ड डिस्क भी निकालकर ले गए।
G-W2F7VGPV5M