शिवपुरी के युवा पूरे देश में चला रहे थे फर्जी सिमें, 3 युवकों को भोपाल क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी जिले के युवा क्राइम में भी पीछे नहीं है लगातार हो रहे देश में क्राइम में शिवपुरी के युवाओं का नाम भी लगातार सामने आ रहा है।अभी हाल ही में शिवपुरी के तीन युवा इंदौर में अश्लील वीडियो के जरिए लोगों को ब्लैकमेल का शिकार बनाते हुए गिरफ्तार हुए थे और अब इसी कड़ी में भोपाल क्राइम ब्रांच ने शिवपुरी के 3 युवाओं को धर दबोचा है।

तीनों युवा बड़े स्तर पर फर्जी से सिम पूरे देश में सप्लाई करते थे और इन सिम को बदमाश साइबर क्राइम करने के लिए उपयोग में लेते थे जिसके चलते आज भोपाल क्राइम ब्रांच ने शिवपुरी से 3 लोगों को हिरासत में लिया है। यह तीनों छात्र बताए जा रहे हैं जो पढ़ाई के साथ साथ इन क्राइम की वारदातों को अंजाम देने के बाद इन सिम की पूरे देश में सप्लाई करते थे।

साइबर क्राइम भोपाल की टीम ने शिवपुरी की करैरा तहसील के तीन आरोपीयो को गिरफ्तार किया है। यह तीनों मिलकर फर्जी आधार कार्ड पर अपना फोटो लगाकर सिम एक्टीवेट कर दिल्ली में बेच रहे थे। आरोपित 50 रूपये की सिम को पांच सौ रूपये में बेचते थे। साइबर क्राइम ने चौंकाने वाला खुलासा किया है कि इस समय झारखंड , दिल्ली , हरियाणा और राजस्थान के साइबर अपराधी शिवपुरी की सिमों का उपयोग आनलाइन अपराध में कर रहे हैं।

इन तीनों का एक साथी फरार है, उसकी तलाश की जा रही है। अभी तक यह गिरोह चार माह में 12 सौ सिम एक्टीवेट कर साइबर बदमाशों को उपलब्ध करवा चुका है।

हम बता दें कि 16 दिसंबर 2021 को अनिल कुमार नाम के व्यापारी ने शिकायत की थी कि दस दिसंबर 2021 उसके पास फोन आया। उसने खुद को बैंक अधिकारी बनकर उसके क्रेडिट कार्ड प्लान बंद करने की बात कर उनकी जानकारी लेकर करीब 1 लाख 16 हजार रूपये के निकाल लिए थे। उनको अहसास हुआ कि वह ठगी के शिकार हो गए हैं। इस पर उनके द्वारा शिकायत साइबर क्राइम भोपाल में की थी। पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस उस नबंर का पता किया तो आरोपित बिहार के रहने वाले थे। वह सिम शिवपुरी की चला रहे थे।

आरोपियों ने गिरफ्तारी के पूछताछ के बाद बताया गया कि उनको दिल्ली से सिम उन तक पहुंचाई गई थी। कड़ी से कड़ी जोड़ती हुई पुलिस करैरा शिवपुरी तक पहुंची।

एक आरोपी पर पचास सिम एक्टीवेट
साइबर क्राइम के मुताबिक इन तीनों आरोपितों पर करीब डेढ़ सौ सिम एक्टीवेट हैं। एक आरोपित के नाम पर पचास सिम चल रही है। वह करैरा शिवपुरी में चौक-चौराहे पर सड़क किनारे छाता लगाकर सिम बेचा करते थे।वह सिम लेने आने वाले मजदूर व वृद्ध व्यक्ति के तीन से चार पहचान पत्र की फोटो कॉपी लेकर रख लेते थे। बाद में उनके फर्जी आधार कार्ड बनाकर उस पर सिर्फ और सिर्फ अपना फोटो लगा लेते थे,पता उसका ही रहने देते थेे। उस पर सिम लेकर एक्टीवेट कर लेते थे।

इन्ही दस्तावेज से वह टेलीकाम कंपनियों में स्वयं को पीओएस एजेंट रजिस्टार करवा लेते थे। एजेंट बनते ही वह सिमें चालू कर दिल्ली में साइबर अपराधियों को सिम रोहित लेकर जाता था। यह तीनों आरोपित वर्तमान में पुलिस के डर से शिवपुरी में एक कमरा किराये पर लेकर साथ में रह रहे थे।

चारों यह काम चार माह से कर रहे थे। तीनों आरोपित का कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं मिला है। उनको यह आइडिया चार माह पहले दिल्ली में एक दोस्त ने दिया था।

यह आरोपित गिरफ्तार किए गए
साइबर क्राइम पुलिस की टीम ने रहगवां तहसील करैरा जिला शिवपुरी निवासी हेमंत लोधी को गिरफ्तार किया है। वह बीएससी कर चुका है और पुलिस आरक्षक की भर्ती की तैयारी कर रहा है। इसका काम सिम एक्टीवेट करना था।

दूसरा आरोपित दिलीप गुर्जर निवासी करैरा शिवपुरी ITI की पढाई कर चुका है। वह फर्जी दस्तावेज बनाकर उस पर सिम को एक्टीवेट करना और उस सिम कको लापू सिम में परिवर्तित करवाना था।

तीसरा आरोपी रोहित योगी निवासी करैरा जिला शिवपुरी आठवीं तक पढ़ा है। वह कोरियर कंपनी में काम कर चुका है। वह एक्टीवेट सिम को लेकर दिल्ली जाकर बेचना था।

साइबर अपराधियेां को बेची जा रही थी सिम
साइबर क्राइम के एसीपी अक्षत चौधरी ने बताया कि शिवपुरी के यह आरोपित सिम एक्टीवेट कर उनको दिल्ली में साइबर बदमाशों को बेच रहे थे। चार माह में 12 सौ के करीब सिम बेची जा चुकी है। यूपी , दिल्ली, झारखंड में बदमाश शिवपुरी की सिम का उपयोग आनलाइन अपराध करने में कर रहे हैं।
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