महाशिवरात्रि: 200 फुट नीचे धरती मां की गोद में है शिवलिंग, 5 मिनिट के लिए बनता है प्रतिबिंब, अद्भुत चमत्कार- Badarwas News

Bhopal Samachar
संजीव जाट/बदरवास
। मंगलवार 1 मार्च को महाशिवरात्रि हैं। भगवान शिव के नाम से शिवपुरी पहचाना जाता है। जिले में लगभग 1 दर्जन से अधिक ऐसे शिवालय हैं जो आनेखे हैं। शिवपुरी समाचार डॉट कॉम इन शिवालयों के विषय और उनसे जुडे ऐतिहासिक तथ्य और अद्भुत चमत्कार को प्रकाशित कर रहा है। आज हम आपको ऐसे शिवालय की मानसिक यात्रा कराऐंगें जो जमीन से 200 फीट नीचे एक गुफा में धरती माई की गोद में विराजमान हैं इस शिवालय में दिन भर अंधेरा रहता हैं लेकिन सूर्यदेव प्रतिदिन यहां उजाले का अभिषेक करने आते हैं और भोलेनाथ भी मात्र कुछ मिनिट के लिए अपना प्रतिबिंब बनाते है,पढ़िए पूरी जानकारी......

शिवपुरी जिले की बदरवास जनपद के अंतर्गत आने वाले ग्राम सालोन में तिलिया भरका एक प्राचीन गुफा है, जिसमें 200 फीट अंदर गहराई में एक प्राचीन शिवलिंग है। इस गुफा में पूरे दिन में महज 5 मिनिट के लिए सूर्य देवता की किरणें शिवलिंग पर पड़ती हैं।

जिससे बनने वाली आकृति भी भगवान शिव के चेहरे जैसी नजर आती है। इतना ही नहीं पहाड़ी के ऊपर कोई भी पानी का स्त्रोत नहीं है, बावजूद इसके लगातार बूंद-बूंद पानी शिवलिंग पर टपक रहा है।

ऐसे पहुंच सकते हैं इस गुफा तक
शिवपुरी समाचार के संवाददाता तिलिया भरका गुफा में पहुंचे तो वहां तक पहुंचने के बीच में कई जगह मधुमक्खी के छत्ते एवं सकरे रास्ते मिले। पहाड़ के अंदर स्थित शिवलिंग पर दोपहर तक हल्की रोशनी पड़ रही थी, लेकिन उसके अंदर का कुछ अधिक नजर नहीं आ रहा था।

शाम को जैसे ही घड़ी की सुइयां 4.50 पर पहुंचीं तो सूर्य देवता की किरणें गुफा के रास्ते से होकर शिवलिंग पर पड़ीं। सूरज की किरणें पड़ते ही न केवल शिवलिंग की परछाईं पीछे पत्थर पर स्पष्ट नजर आने लगी, बल्कि उस प्रतिबिंब में भी एक अलग ही तेज नजर आया।

ग्राम भरका के सरपंच मुसाब गुर्जर का कहना है कि यह अति प्राचीन शिवलिंग है, जिस तक पहुंचने में मधुमक्खी के छत्ते बड़ी बाधा हैं। इतना प्राचीन स्थल होने एवं पहाड़ी के ऊपर कोई जलस्त्रोत न होने के बावजूद शिवलिंग पर पहाड़ी के अंदर से बूंद-बूंद पानी टपक रहा है। सरपंच का कहना है कि यदि पुरातत्व विभाग इस स्थल को चिन्हित कर संरक्षित करे, तो यह भी एक अच्छा दर्शनीय स्थल बन सकता है।

उपर पानी नहीं और शिवलिंग पर गिरता है पानी इलाके के विकास चतुर्वेदी और घनश्याम शर्मा बताते हैं कि पहाड़ी के उपर पानी का कोई नामो निशान नहीं है जबकि नीचे शिवलिंग पर लगातार पानी गिरता रहता है। यहां पूरे दिन में महज 5 मिनट के लिए धूप आती है। ऐसे पहुंच सकते हैं आप यहां इस दिव्य स्थान पर आना आसान नहीं है।

यहां आने के लिए आप ग्वालियर रेलवे स्टेशन या शिवपुरी रेलवे स्टेशन पर उतर सकते हैं। फिर सड़क मार्ग से बदरवास के सलोना ग्राम पंचायत पहुंचे। उसके बाद 5 किलोमीटर के घने जंगल को पार करने के बाद आप उस पहाड़ी क्षेत्र में पहुंच जाएंगे, जहां ये गुफा है।

इसके बाद 200 फीट गहराई में उतरने के बाद आप यहां पहुंच जाएंगे। इस शिवालय में दिन भर धूप नही आती हैं लेकिन  भगवान सूर्यदेव  कि किरणे मात्र 5 मिनट के लिए 4.50 से 4.55 तक शिवालय में आती हैं सूर्यदेव की किरणें जब शिवालय में आकर शिवलिंग पर पडती है तो भोलेनाथ भी प्रसन्न होकर अपना प्रतिबिंब बना लेते है। 
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