शिवपुरी। 8 माह पूर्व पुरानी शिवपुरी की एक डेढ़ वर्षीय मासूम बालिका के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी महेश धानुक पुत्र बद्री धानुक की आज सुबह जेल में हालत बिगडऩे से अस्पताल में मौत हो गई। जिसकी जानकारी मृतक के परिवारजनों को लगी तो वह अस्पताल पहुंच गए। जहां उन्होंने तीन घंटे तक हंगामा किया।
जिन्हें रोकने के लिए पुलिस को अस्पताल में मोर्चा संभालना पड़ा। वहीं जेल और जिला प्रशासन के अधिकारी भी अस्पताल पहुंच गए। जहां हंगामा कर रही मृतक की पत्नी और पुत्र मोहित धानुक ने पीडि़त बालिका के पिता धर्मेंद्र और मां ज्योति सहित रेप के मामले में गवाही देने वाले अर्जुन और सुनील पर जेल में जेल प्रशासन के सरंक्षण में हत्या करवाने का आरोप लगाया है। इस मामले में मौके पर पहुंचे एसडीएम गणेश जयसवाल और एसडीओपी अजय भार्गव ने पीड़ित पक्ष को उचित कार्रवाई करने का आश्वासन देकर समझा-बुझाकर घर वापिस भेजा। तब कहीं जाकर हंगामा शांत हुआ।
जानकारी के अनुसार आज सुबह करीब 5 बजे जब जेल खुली तो बैरक में बंद महेश पुत्र बद्री धानुक निवासी पुरानी शिवपुरी को अचानक से घबराहट हुई और उसके मुंह से कफ बाहर आने लगा। जिसे वहां मौजूद जेल प्रहरी ने देखा और तुरंत ही जेलर को सूचित किया। इसके बाद जेलर अपने स्टाफ के साथ कैदी को लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसका परीक्षण करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। जिसकी जानकारी मृतक के परिजनों को दी गई तो वह अस्पताल पहुंचे।
जहां पति की लाश देखकर उसकी पत्नी बदहवाश हो गई और पुत्र भी चीख-चीख कर रोने लगा। इस दौरान मृतक की पत्नी ने अपने पड़ोस में रहने वाले धर्मेंद्र, ज्योति, अर्जुन और सुनील पर जेल में उसकी पति की हत्या कराने का आरोप लगाया। स्थिति को संभालने के लिए कोतवाली टीआई सुनील खेमरिया, फिजिकल थाना प्रभारी कृपाल सिंह राठौर और देहात थाना प्रभारी विकास यादव मौके पर पहुंच गए। बाद में पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने स्थिति को संभाला और मृतक के परिजनों से बातचीत करने के बाद उन्हें घर भेजा।
पेशी के दौरान पिता की हत्या करने की दी थी धमकी : मोहित धानुक
मृतक के पुत्र मोहित धानुक का आरोप है कि 13 जनवरी को उसके पिता की कोर्ट में पेशी थी। जहां वह अपनी मां के साथ कोर्ट में पहुंचा था। वहां पर पहले से ही धर्मेंद्र, ज्योति, अर्जुन और सुनील मौजूद थे, जो उन्हें देखकर हंस रहे थे और कह रहे थे कि अब महेश कुछ ही दिनों का मेहमान है।
उनका इतना प्रभाव है कि वह जेल में ही उसकी हत्या करा देंगे और इस धमकी के तीन दिन बाद ही आज उसके पिता की मौत हो गई। मोहित का आरोप है कि इन्हीं चारों लोगों ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर उसके पिता की जेल में हत्या कराई है।
कैदी पहले से नहीं था बीमार, अचानक हुई मौत : जेलर नायक
जेलर दिलीप सिंह के अनुसार सुबह 5 बजे महेश धानुक बैरक में हाथ पैर पटक रहा था। इस पर उसे बैरक से निकाल कर मैं जिला अस्पताल इलाज के लिए लेकर आया। उस समय उसके मुंह से कफ निकल रहा था। अस्पताल में उसकी मौत हो गई। मृतक महेश पहले से बीमार नहीं था।
अस्पताल में नहीं था भर्ती का कोई रिकॉर्ड
अस्पताल में मृतक के भर्ती होने संबंधी कोई भी रिकॉर्ड नहीं है। इस पूरे मामले को लेकर जब एसडीओपी अजय भार्गव से बात की गई तो उनका कहना था कि वह भर्ती का रिकॉर्ड देखेंगे, इसके बाद ही वह आगे कुछ कह पाएंगे। परिजनों का आरोप था कि जेल अधिकारियों ने उन्हें बताया था कि उनके पिता को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लेकिन जब वह मौके पर पहुंचे तो वहां भर्ती का कोई रिकॉर्ड नहीं था। इसलिए परिजन जेल प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं।
न्याय नहीं मिला तो पूरा परिवार करेगा आत्महत्या
मृतक महेश धानुक के पुत्र मोहित धानुक ने एसडीएम गणेश जयसवाल को पूरी घटना के बारे में बताया और चार लोग अर्जुन, धर्मेंद्र, सुनील और ज्योति पर हत्या का आरोप लगाया। जिस पर एसडीएम ने उन्हें मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
जिस पर परिजन वहां से हटने के लिए राजी हुए। लेकिन इस दौरान मोहित धानुक ने एसडीएम से कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह अपने पूरे परिवार के साथ आत्महत्या करेगा और उन आरोपियों के नाम वह कागज पर लिखकर जाएंगे।
पड़ोस की मासूम से किया था मृतक ने बलात्कार
पुरानी शिवपुरी के तलैया मोहल्ला में रहने वाले महेश धानुक उर्फ महेश पेंटर ने 26 मई को पड़ोस में रहने वाली डेढ़ वर्षीय मासूम के साथ बलात्कार किया था। आरोप है कि बच्ची खेलते-खेलते पड़ोस में रहने वाले महेश पेंटर के घर पहुंच गई। उस समय महेश घर में अकेला होकर नशे में धुत्त था और नशे में धुत्त महेश ने डेढ़ वर्ष की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म को अंजाम दिया।
घटना के बाद बच्ची रोती हुई अपने घर पहुंची तो उसकी चप्पल और कपड़े गायब थे तथा उसका रोना रूक नहीं रहा था। उसे ब्लीडिंग भी हो रही थी। ब्लीडिंग देखकर मां समझ गई कि उसके साथ कुछ गलत हुआ है। बताया जाता है कि इसी बीच महेश पेंटर बच्ची का पजामा लौटाते हुए बोला देखो मैंने कुछ नहीं किया है। इससे बच्ची का पिता समझ गया कि दुष्कर्म महेश पेंटर ने किया है। पुलिस ने उसी समय महेश पेंटर को हिरासत में ले लिया था और तभी से वह जेल में हैं।