कोलारस। कोलारस के सहकारी बैंक को कंगाल करने वाले चपरासी राकेश पाराशर की पिंकी यादव करोड़पति निकली। पुलिस की पूछताछ में कई राज खुले हैं,इस कारण एक सील्ड मकान को खुलवाया गया। इस मकान से करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी की जानकारी मिली हैं।
जैसा कि विदित हैं कि शिवपुरी सीसीबी शाखा कोलारस से 80.52 करोड़ गबन के मामले में 17 जनवरी तक रिमांड के बाद भृत्य राकेश पराशर, पिंकी यादव व उसके भाई पवन यादव से पूछताछ में कई राज सामने आए हैं। पुलिस ने इस बीच एक सील्ड मकान खुलवाया है। मकान के अंदर से 40-50 बसों के अलावा ट्रक व डंपर आदि वाहनों से संबंधित कागजात मिले हैं। यह वाहन कहां और कैसे गायब हैं, पुलिस जल्द तलाश कर जब्त करेगी।
पुलिस ने और ज्यादा पूछताछ के लिए तीनों की रिमांड कोर्ट से बढ़वा ली है। पूछताछ के दौरान पिंकी यादव द्वारा सोना गिरवी रखकर मुथूट फाइनेंस से 20 लाख रुपए गोल्ड लोन लिया है। इसके अलावा पिंकी यादव के पास करैरा में एक मकान व जमीन होना पाई गई है। साथ ही पिंकी के नाम से प्लॉट से संबंधित कागजात पुलिस को मिले हैं।
इसके अलावा उसके भाई पवन यादव के कब्जे से पुलिस ने एसयूवी कार बरामद की है। पवन यादव के नाम शिवपुरी शहर में मकान होना पाया गया है। वहीं कैशियर के रूप में भृत्य राकेश पाराशर द्वारा कई लोगों को उपकृत करना स्वीकार किया है। जल्द पुलिस ऐसे लोगों के यहां दबिश देकर हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी।
भृत्य राकेश पाराशर के सील्ड मकान को खुलवाकर पुलिस ने खाना तलाशी ली है जिसमें जमीनों की खरीद फरोख्त से जुड़े कई दस्तावेज बरामद हुए हैं। पुलिस संबंधित मकान, प्लॉट व खेती से संबंधित जमीनों को अपनी विवेचना में शामिल कर कार्रवाई करेगी। वहीं खास बात यह रही कि स्थानीय मीडिया से जुड़े तथाकथित लोगों से संबंधित जानकारी भी पुलिस के हाथ लगी है। राकेश पराशर ने स्वीकार किया है उसने कार दिलाने से लेकर हर महीने कैश देकर संबंधित लोगों को उपकृत किया है।
पुलिस ऐसे लोगों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी कर रही है। इस मामले में कोलारस टीआई आलोक सिंह भदौरिया का कहना है कि अभी तक पूछताछ व छानबीन में वाहन, मकान, प्लॉट व जमीनें खरीदने संबंधित कागज मिले हैं। एक कार बरामद हुई है। महिला द्वारा 20 लाख का गोल्ड लोन लिया है। संबंधितों को नोटिस दे रहे हैं। भृत्य ने कई लोगों को कैश, कार आदि देना बताया है। संबंधितों को नोटिस जारी कर पूछताछ करेंगे।