बैराड़। कल रात्रि से जिले में ओलों का कहर जारी है। रात्रि में कोलारस,बदरवास क्षेत्र में कोरोना ने किसानों की खडी फसलों को जमींदोज कर दिया। अभी किसान प्रकृति द्धारा बाढ का दर्द भूल नहीं सके। इसी बीच रही सही कसर इन ओलो ने पूरी कर दी। देर शाम खबर जिले के बैराड से आई है। जहां बैराड़ क्षेत्र में ओलों ने पूरी फसलों को तबाह कर दिया।
बताया गया है कि बैराड़ तहसील क्षेत्र के दर्जनभर ग्रामों में ओला पड़ने से किसान की फसल बर्बाद की कगार पर पहुंच गयी है। शनिवार की शाम करीब 4 से 5 बजे के बीच में छोटी बूंदाबांदी के बाद तेज बारिश होने लगी जिस के साथ ही ओले बरसने लगे कई स्थानों पर 200 से 500 ग्राम तक के ओले पड़े हुए है।
इस समय किसानों की चना, सरसों, गेहूं, मशूर, धनिया, टमाटर, मिर्ची की फसल बड़ी तादात में खड़ी है इस बार बैराड़ तहसील क्षेत्र में इन फसलों की पैदावार बड़े ही अच्छे तौर पर हुआ है। इस समय ओलावृष्टि से किसानों के की फसलें पुरी तरह से बरबाद हो गई।
जिसके चलते गांव के बुर्जुगों ने झांलर,शंक बजाकर इन ओलों को भगाने का टोटका किया। बताया जा रहा है कि बैराड़ तहसील के ग्राम आंकुर्सी, सकतपुर, संकरपुर, देवपुर, भौराना, रायपुर, गिरवानी, सिलपरी, ऊमरी, भिलौड़ी, पिपरोदा, कुपरेंडा, टोड़ा, रासैरा आदि दर्जनभर से अधिक ग्रामों में जमकर ओलावृष्टि हुई है जिससे अब किसान पूरी तरह टूट चुका है।
अब किसान प्रशासन ने भी आस नहीं कर पा रहे है। उसके पीछे का कारण यह है कि आज दिनांक तक बाढ में हुए नुकसान का भुगतान किसानों का नहीं हो सका है। अब फिर क्या आस लगा सकते है।