शिवपुरी। खबर पुलिस अधीक्षक कार्यालय से आ रही हैं उप्र के रहने वाली एक वृद्धा ने अपना आवेदन पुलिस अधीक्षक को सौंपा है। इस आवेदन के अनुसार उसकी बेटी ने ससुरालियो की दहेत प्रताडना से तंग आकर आत्महत्या की थी। करैरा पुलिस ने ससुरालियो पर कोई कार्रवाई नही की। अब वृद्घा ने आवेदन के माध्यम से न्याय की गुहार लगाई हैं।
अवेदन के अनुसार उप्र के क्योलारी गांव निवासी विनीता की शादी 2016 में रामलला को साक्षी मानकर ओरछा मंदिर में मनोज दुबे ग्राम अम्बारी तहसील करैरा के साथ हुई थी। परिजनों ने बेटी को सामर्थ्य के अनुसार दान दहेज देकर विदा किया। मनोज और उसके परिवार वालों ने भी विनीता की मां को भरोसा दिया कि उन्हें सिर्फ बेटी चाहिए।
शादी के कुछ दिन बाद ही अचानक से ससुराल वालों ने विनीता को दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। विनीता ने घर वालों को यह बात बताई लेकिन पुलिस शिकायत इसलिए दर्ज नहीं कराई क्योंकि विनीता को लगा कि समय के साथ सब सही हो जाएगा।
लेकिन हालात नहीं सुधरे और उसे 4 अगस्त 2021 को फांसी लगाकर दहेज की बलि चढ़ना पड़ा। परिजनों के अनुसार विनीता के ससुराल वालों ने उन्हें इस बात की सूचना देना तक मुनासिब नहीं समझा। अंत में पुलिस ने उन्हें सूचना देकर बुलाया। विनीता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उनसे लाश के पंचनामा के नाम पर कोरे कागज पर साइन करवाए और दहेज हत्या का यह मामला फाइलों में दफन कर दिया।
बिना बयान लिए कह दिया कि बयान हो गए
मृतिका के परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस ने विनीता की मौत के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है। उनके अनुसार एसडीओपी ने सात दिन बाद आने को कहा था लेकिन बाद में कोई बयान लिए बिना ही कह दिया कि आपके बयान हो गए। अब आप एसपी के यहां जाओ, तब से अब तक यहां कई चक्कर लगा चुके हैं। लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है।