शिवपुरी। ग्वालियर राजघराने के महाराज और केन्द्र सरकार के कैबीनेट मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के 26 वर्षीय सुपुत्र महाआर्यमान सिंधिया के राजनीति के प्रवेश को लेकर शिवुपरी समाचार ने 13 नबवंर को मिलिए 2024 में होने वाले अपने सांसद से,राजवंश की चौथी पीढ़ी कर सकती हैं राजनीति में प्रवेश नामक शीर्षक से खबर का प्रकाशन किया गया था। यह खबर राजनीतिक हल्को और गुना-शिवपुरी क्षेत्र के निवासियो में चर्चित रही थीं।
इस खबर को मप्र के 10 समाचार पत्रो ने प्रकाशित भी किया था। युवराज महाआर्यमान के जन्मदिन के जश्न ने इस खबर को सार्थक कर दिया,यह तय है कि अब युवराज राजनीति के दंगल में उतर सकत हैं। चुनावी आखाडा कौनसा होगा यह अभी तय नही है कि लेकिन ग्वालियर राजवंश के सभी लोग शिवुपरी-गुना संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड चुके हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवुपरी गुना संसंदीय क्षेत्र से ही अपनी राजनीतिक पारी का श्रीगणेश किया था। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस सीट से ही महाआर्यमान सिंधिया चुनाव लड सकते है।
16 नबवंर को महाआर्यमन सिंधिया के जन्मदिवस पर जिस अंदाज में विभिन्न जिलों से ग्वालियर में सिंधिया समर्थकों की भीड़ उमड़ी उससे अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने इस बात से तो साफ इंकार नहीं किया कि वह राजनीति में नहीं आ रहे हैं। बल्कि कूटनीतिक लहजे में जबाव देते हुए उन्होंने कहा कि अभी मैं लोगों को समझूंगा, उनकी बात सुनूंगा और आगे सोचूंगा।
काफी दिनों से मैं बाहर था, अब अपनों के बीच आया हूं तो यह शुभचिंतकों की स्वाभाविक प्रतिक्रिया है। जन्मदिन पर महाआर्यमन सिंधिया ने राजसी अंदाज में तलबार से केक काटा और जयविलास पैलेस की छत से नीचे खड़े समर्थकों का अभिवादन किया।
पिछले महीने केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तीन दिवसीय प्रवास पर ग्वालियर आए थे और उनके साथ महाआर्यमन निजी से लेकर सार्वजनिक कार्यक्रमों साथ-साथ रहे थे। उस अवसर पर श्री सिंधिया ने अपने पुत्र की भेंट एक-एक कार्यकर्ता से कराई। तभी से महाआर्यमन के राजनीति में आने की अटकलें लगना शुरू हो गई थी। महाआर्यमन सिंधिया के जन्मदिन पर शिवपुरी से भी बड़ी संख्या में सिंधिया समर्थक निजी वाहनों से ग्वालियर पहुंचे थे।
बताया जाता है कि जन्मदिन पर महाआर्यमन सिंधिया को ग्वालियर संभाग के विभिन्न जिलों से लगभग 3 से 4 हजार लोग बधाई देने पहुंचे थे। उनके जन्मदिन को लेकर सिंधिया समर्थकों में काफी उत्साह देखा गया। ग्वालियर शहर में जन्मदिवस के अवसर पर हजारों बैनर और पोस्टर लगाए गए तथा अखबरों में प्रदेश सरकार के सिंधिया समर्थक मंत्री ने फुल पेज विज्ञापन छपवाए।
जन्मदिवस समारोह में भाजपा के सिर्फ सिंधिया समर्थक नेता और कार्यकर्ता ही शामिल थे। पार्टी के अन्य खैमे के समर्थक महाआर्यमन के जन्मदिवस समारोह में नजर नहीं आए। लेकिन जन्मदिवस समारोह में पहली बार महाआर्यमन सार्वजनिक रूप से लोगों के बीच आए। जिससे उनके राजनीति में आने की अटकलें बढ़ गईं।
मीडिया ने भी इस अवसर पर उनसे पूछ लिया कि क्या सार्वजनिक रूप से सबके साथ इस तरह सामने आने को उनकी राजनैतिक पारी की शुरूआत माना जाए। इस पर महाआर्यमन का जबाव था कि अभी ऐसा नहीं है। पहले सभी चीजों को समझूंगा फिर आगे सोचूंगा। महाआर्यमन ने अपने जन्मदिन पर लोगों के प्रेम और आर्शीवाद पर उन्हें धन्यवाद दिया।
इस गणित के कारण हैं प्रवल संभावना: युवराज के राजनीतिक अखाडे में उतरने की
राजनीतिक पंडितो का मानना है कि देश में 2024 के देश के आम लोकसभा चुनावो में महाआर्यमान सिंधिया राजनीति में प्रवेश कर शिवपुरी-गुना लोकसभा सीट से लोकसभा का चुनाव लड सकते हैं। राजनीतिक पंडितो का तर्क हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया राज्यसभा सांसद हैं जुलाई 2020 में वह राज्य सभा सासंद बने थे और राज्यसभा सांसद का कार्यकाल 6 साल का होता है। अगर इस गणित से चले तो 2026 तक सिंधिया सांसद रहेगें। अब वह 2024 का चुनाव नही लडेंगें।
शिवपुरी-गुना लोकसभा सीट सिंधिया राजवंश की परंपरागत सीट हैं। इस सीट से राजमाता से लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव लडे हैं। कैलाश वासी माधवराव सिंधिया भी इस सीट से चुनाव लडे है। इस स्थिती को वजन दिया तो 2024 में गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से महाआर्यमान अपनी परंपरागत सीट से अपनी राजनीतिक पारी की शुरूवात कर सकते हैं।
वर्तमान हालत देखकर लगता नही हैं की मोदी तीसरी बार पीएम नही बनेगें क्यो कि कांग्रेस के पास 2024 का अभी तक कोई प्लान नही हैं और भाजपा ने अपना प्लान बनाकर उस पर काम करना शुरू भी कर दिया हैं। यह राजनीतिक गणित की संभावना हैं और संभावनाओ पर ही राजनीति का भविष्य तय होता हैं।