शिवपुरी। आईटीपी याानि इम्यूना थ्रोंबासाइटोपेनिया जिसमें ब्लड प्लेटलेट्स कम होते जाते हैं,एसेी बीमारी हैं जिसके शिकार 1 लाख में 8 बच्चे हैं। शुक्रवार को बेटी परख उम्र 8 साल को लेकर प्लेट्टस चढ़वाने के लिए पिता दीपक गुप्ता मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो स्टाफ ने भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया। यह देखकर ड्यूटी डॉक्टर ने स्टाफ को फटकार लगाई।
पिता दीपक गुप्ता ने बताया कि उनकी बेटी को गंभीर आईटीपी की बीमारी हैं। जिसमें उसे हर सात दिन में प्लेट्टस चढ़वाने पड़ते हैं। बेटी की तबीयत न बिगडे, इसलिए डॉक्टर द्धारा निर्धारित 7 दिन की समय सीमा में इसे चढ़ाना अनिवार्य होता हैं। इसलिए नानक जंयती के अवकाश के दिन मेडिकल कॉलेज पहुंच गया। वहां स्टाफ ने भर्ती कर परख का इलाज शुरू कर दिया।
लेकिन ड्यूटी डॉक्टर ने आकर स्टाफ को फटकार लगाई कि जब आज अवकाश थी तो इसे भर्ती क्यो किया। एक बार मुझसे पूछ तो लेते,इ स परख के पिता दीपक ने कहा कि आज 7 दिन पूरे हो गए है इस कारण भर्ती किया हैं।
आप कम से कम ड्रिप तो चढ़ जाने दो,तब जाकर कही डॉक्टर माने। वही इलाज करने वाले डॉक्टर जैन का कहना हैें कि उन्होने मरीज को कुछ नही कहा। स्टाफ को डांटा मरीज को क्यो भर्ती किया। हमने तो उसका पूरा इलाज किय और इलाज के बाद उसकी छुट्टी भी कर दी।