शिवपुरी। खबर जिल के करैरा अनुविभाग के एक गांव से आ रही है कि करैरा अनुविभाग के गांव सुनरेला में निवास करने वाले युवक को देर शाम जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। युवक के परिजनो को कहना है कि युवक को गांव के ही कुछ लोग दफिना खोदने के जिए ले गए जहां उसकी मियादी बलि दे दी। जिससे युवक मरणासन्न स्थिती में आ गया हैं। अब वह धीरे धीरे तडप तडप कर मर जाऐगा। घटना बडी ही अजीब लग रही हैं,लेकिन जिला अस्पताल में भर्ती युवक के रूप में यह घटना जिंदा हैं। पहले पूरा मामला पढे।
करैरा अनुविभाग के करैरा थाना अंतर्गत आने वाले गांव सिरसोना में निवासरत अखिलेश लोधी उम्र 20 साल पुत्र कुजलाल लोधी को उसके जान पहचान के देवेन्द्र लोधी निवासी ग्राम जिझाई,जगदीश लोधी,सुरेन्द्र लोधी और दिनेश लोधी सभी निवासी सिरसोना लगभग 8 दिन पूर्व उसके घर आए और खेत देखने की कहकर उसको ले गए।
अखिलेश के अनुसार वह उसको भौती के पास ठलामुअर गांव के पास एक सुनसान स्थान पर ले गए और उसको शराब का सेवन कराया गया और दफिना खोदा जाने लगा। अखिलेश ने शिवपुरी समाचार को बताया कि जमीन से उन्है एक लोटा एक कलशा और एक बर्तन मिला,उसके बाद उसे कुछ याद नही हैं। जब उसे होश आया तो वह परिजनो के साथ झांसी अस्पताल में था।
देर शाम परिजन अखिलेश को एसपी आफिस लेकर आए
बताया गया है कि देर शाम को अखिलेश के परिजन मारूति वैन में लेकर एसपी आफिस पहुंचे और अखिलेश को साथ में ले जाने वालो लोगो के खिलाफ मामला दर्ज करने का निवेदन किया। एसपी राजेश सिंह चंदेल ने उन्है कोतवाली भेज दिया कि यहां कायमी कराओ। कोतवाली पुलिस जीरो पर कायमी करने के लिए देर रात अखिलेश को मेडिकल कराने जिला अस्पताल ले गए। जहां उसका मेडिकल कराया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया।
परिजनो का कहना है कि उसकी मियादी बलि दी हैं, जानकार ने बताया
अखिलेश लोधी के भाई कदम सिंह ने बताया कि हमारा भाई हमे मरणासन्न स्थिती में मिला, हम मामले को लेकर भौती थाने गए जहां से हमे करैरा थाने के लिए कह दिया गया। करैरा थाना पुलिस ने भी हमारी बात नही सुनी और हमसे कहा की घटना का थाना क्षेत्र भौती हैं वही मामला दर्ज होगा।
उसके बाद हम अखिलेश को साई कृपा अस्पताल झांसी ले गए जहां उसका इलाज कराया। अखिलेश का पूरा शरीर सुन्न हो गया सिर्फ एक हाथ को छोडकर बाकी शरीर ने काम करना बंद कर दिया है। जांचो में कुछ भी नही आ रहा हैं। हम अखिलेश को लेकर एक जानकार के पास गए उसने कहा कि इसकी मियादी बलि दी गई हैं,जानकार ने अखिलेश को कुछ दवा दी उसके बाद अखिलेश की हालत में इतना सुधार आया है कि वह बोल रहा हैं पर उसका शरीर काम नही कर रहा है।
अस्पताल में तैनात ड्यूटी डॉक्टर ने बताया: न्यूरो से सबंधित हैं बीमारी
देर रात कोतवाली पुलिस के साथ जिला अस्पताल पहुंचे अखिलेश को ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरो ने उसका चैकअप किया,उसके बाद उसे ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने कहा की फिलहाल जो चैकअप किया हैं गले से नीचे बॉडी में कोई सेंस नही बचा है। मरीज का ब्रेन पूरा काम कर रहा है क्यो की वह बातचीत कर रहा है और अपने साथ हुई घटना के विषय में बता रहा है।
अभी इसकी जांचे की जाऐगी,उसके बाद ही कुछ क्लीयर होगा की अखिलेश की नीचे की बॉडी काम क्यो नही कर रही। हो सकता है कि गिरने की वजह से मरीज की स्पाइनल कॉर्ड में चोट की वजह से कोई नस दब गई हो। जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। फिलहाल मरीज को भर्ती कर उसका इलाज शुरू कर दिया गया है।
साथ आए परिजनो ने कहा: अब जानकार ही सही कर सकता हैं
अखिलेश के साथ आए परिजनो ने बताया कि हमने इन चारो को बुलाया और कहां कि हम तुम्हारी रिर्पोट नही करेंगें,बस जिस जानकार ने अखिलेश की मियादी बलि दी हैं उससे इसे सही करा दो, लेकिन वह बोले की तुम कही भी चलो जाओ अब वह ठीक नही होगा और पुलिस हमारा कुछ नही कर सकती हैं।
एक भी निशान नही है शरीर पर मारपीट के
अखिलेश लोधी के शरीर पर किसी भी प्रकार के मारपीट के निशान नही हैं। अखिलेश के अनुसार उसकी किसी भी प्रकार की मारपीट नही की हैं,दफिना खोदने के बाद वह बेहोश हो गया। इस घटना से पहले वह पूर्ण रूप से स्वस्थय था।