शिवपुरी। सहारा इंडिया से अपनी जमा-पूंजी वापस नहीं मिलने से नाराज निवेशक अब आरपार की लड़ाई में उतर आए हैं। निवेशकों ने शिवपुरी शहर के मुख्य चौराहों से लेकर बाजार व अन्य जगहों पर सहारा इंडिया के खिलाफ बैनर लगवा दिए हैं। निवेशक एकजुट होकर 7 सितंबर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने की तैयारी भी कर रहे हैं।
सहारा इंडिया के एजेंट रहे कई लोगों का दावा है कि शिवपुरी जिले में सहारा इंडिया में 10 हजार से अधिक निवेशकों का 250 करोड़ रुपए से अधिक फंसा हुआ है। सिटी कोतवाली थाने में 25 सितंबर 2020 को सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय, शिवपुरी ब्रांच मैनेजर सहित सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था लेकिन मामले में पुलिस अभी तक चालान पेश करना तो दूर, किसी को भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
इसी अनदेखी से नाराज होकर निवेशक अब सहारा इंडिया के खिलाफ खुद ही मोर्चाबंदी शुरू कर रहे हैं। इसके लिए जिलेभर से निवेशकों को एकजुट करने की तैयारी चल रही है। पिछोर, खनियांधाना व करैरा फ्रेंचाइजी खत्म कर शिवपुरी शाखा को भी इंदौर शिफ्ट करने की तैयारी: निवेशकों का कहना है कि सहारा इंडिया कंपनी जिले की पिछोर, खनियांधाना और करैरा फ्रेंचाइजी को खत्म कर शिवपुरी शाखा को इंदौर शिफ्ट करने की तैयारी कर रही है।
यदि ऐसा हुआ तो निवेशक किराया लगाकर इंदौर या ग्वालियर नहीं जा सकेंगे। कंपनी बचने के लिए शाखा हटाना चाहती है। शाखा गई तो लोगों को पैसा मिलना मुश्किल हो जाएगा। एसडीएम ऑफिसों में आवेदन लिए, किसी पर कार्रवाई नहीं: पिछले साल मुख्यमंत्री के चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश के बाद शिवपुरी जिले के पांचों अनुभागों के एसडीएम कार्यालयों में निवेशकों से लिखित आवेदन लिए। हजारों आवेदन लेने के बाद प्रशासन की तरफ से प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। इस वजह से लोगों के साथ एक तरह का छलावा हुआ है। इसी से नाराज होकर निवेशक मोर्चाबंदी करने जा रहे हैं।
12 करोड़ में से 48 लाख रूपए का ही हुआ भुगतान
सिटी कोतवाली थाना शिवपुरी में पिछले साल 80 से अधिक लोग एफआईआर दर्ज कराने गए थे। निवेशकों की लिस्ट बढ़कर 250 से अधिक हो गई थी। सहारा इंडिया से इन लोगों को 12 करोड़ रुपए लेना है। बताया जा रहा है कि करीब 48 लाख रुपए कुछ लोगों को मिल भी चुका है लेकिन पुलिस का दबाव नहीं होने से कंपनी पैसा नहीं दे रही है।
एजेंटों का घर से निकलना हुआ दूभर, निवेशक दे रहे हैं धमकी
एजेंट दीपक जैन ने बताया कि मेरे खुद के 17 लाख रुपए सहारा इंडिया में फंसे हैं। मिलने जुलने वालों का पैसा भी अटका है। यह लोग उल्टा सीधा बोलते हैं। मारने तक की धमकी दे जाते हैं। घर से नहीं निकल पा रहे। कई गलियों में तक नहीं घुस पाते। काम धंधा भी नहीं कर पा रहे हैं। दुकान डालकर भी बैठेंगे तो निवेशकों को समझाने में पूरा वक्त बीत जाएगा।
हालात बहुत बुरे हो चुके हैं। एजेंट नीरज शर्मा ने बताया कि परिवार सहित खुद के 40 लाख रु. लेना है जबकि निवेशकों के मिलाकर कुल 1 करोड़ रुपए फंसे हैं। जिले में 10 हजार से अधिक निवेशकों के करीब 250 करोड़ रुपए सहारा इंडिया से लेना है। एफआईआर दर्ज कराने के बाद भी कोई फायदा नहीं हुआ। किसी की गिरफ्तारी नहीं होने से हम लोगों को पैसा मिलना मुश्किल दिख रहा है। इसलिए मजबूरी में आमने-सामने की लड़ाई के लिए आना पड़ रहा है।
कोतवाली पुलिस की निष्क्रियता को लेकर निवेशकों में आक्रोश
कोतवाली में सहारा इंडिया के प्रमुख सुब्रत रॉय और ब्रांच मैनेजर नदीम अहमद सहित 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन इसके बाद कोतवाली पुलिस ने न ही आरोपियों की गिरफ्तारी की और न ही उस मामले में कोई ठोस कार्रवाई की। इस कारण निवेशक कोतवाली पुलिस की निष्क्रियता को लेकर आक्रोशित हैं।
उनका कहना है कि कोतवाली पुलिस अगर मुकदमा दर्ज होने के बाद ही आरोपियों की गिरफ्तारी करती तो उन्हें उनके गाढ़े पसीने की कमाई वापिस मिल जाती। लेकिन कोतवाली पुलिस ने ऐसा नहीं किया है।
इनका कहना है-
निवेशकों की तरफ से सहारा इंडिया से संबंधित 7 लोगों के खिलाफ कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज है। गिरफ्तारी को लेकर प्रयास जारी हैं, अभी प्रोग्रेस नहीं हो पाई है। हालांकि कुछ निवेशकों को लगभग 45 लाख रु. मिल चुके हैं, धीरे-धीरे अन्य को भी मिल जाएंगे।
बादाम सिंह यादव, टीआई, सिटी कोतवाली थाना शिवपुरी