शिवपुरी। रात भर से शिवपुरी के आसमान में डेरा डाले बादल आज भोर होते ही बरसना शुरू कर दिया। कल रात 9 बजे बरसात शुरू हुई ऐसा लगा था कि आज की रात पानी भरी होगी लेकिन ऐसा नही हुआ बादल 10 मिनिट बरस के थक गए।
आज सुबह 5 बजे से हल्की बूंदो से बादलो ने पानी रिलीज करना शुरू कर दिया था 7 बजे से हल्की बारिश होती रही। इसके बाद 10 खबर लिखे जाने तक पानी एक ही स्पीड में बरसता रहा। पानी बरसने की गति न कम थी न ही ज्यादा।
इस मौसम में पहनी बार हुआ है कि पानी लगातार 5 घंटो से लगातार बरस रहा हैं। इस बारिश से बाटर लेवल में इजाफा होगा व किसानो की फसलो में पर्याप्त पानी लगेगा। वही अभी तक प्यासे कुए,तालाबो में भी जलस्तर बडने की संभावना है।
यह रहा है अभी तक बारिश का आंकडा
जिले में अभी तक कुल 290.72 मिमी औसत बारिश हो चुकी है। शुरुआत में मानसून ठीक नहीं रहा और 47 दिन में कुल 139.94 मिमी औसत बारिश हुई। मानसून में जैसे ही सुधार आया तो बीते नौ दिनों में ही 151 मिमी औसत पानी बरस गया है। परिणाम यह निकला कि ढाई सप्ताह पहले जिले में खरीफ बोवनी का रकबा 40% था, जो अब बढ़कर 78% तक पहुंच गया है।
मानसून में देरी की वजह से सोयाबीन की बोवनी का समय बीतने से 45 हजार हेक्टेयर रकबा घट गया है। कृषि विभाग ने जिले में सोयाबीन बोवनी का लक्ष्य 2.10 लाख हेक्टेयर रखा था, जिसमें 1.65 लाख हेक्टेयर में बोवनी हुई है। हालांकि अभी धान रोपने के साथ उड़द, मूंग और तिल की बोवनी अभी किसान कर रहे हैं।
जिससे खरीफ फसलों का रकबा बढ़ रहा है। हालांकि मानसून देरी से सक्रिय होने की वजह से जल संसाधन विभाग के अधिकतर तालाब खाली पड़े हैं। मड़ीखेड़ा बांध का जल स्तर भी सिर्फ 15 सेंटीमीटर बढ़ा है। तालाबों के साथ बांध भरने के लिए अभी काफी बारिश की जरूरत है।
