जनता को ठग गए शिवराज: उपचुनाव बाद सरकुला डेम के निर्माण को आई मशीनें हो गई गायब- Shivpuri News

Bhopal Samachar
संतोष शर्मा शिवपुरी। आपने और हमने देखा है कि चुनाव आते हैं वीआईपी नेता भी आम हो जाते हैं,थैला भरभर योजनाए जनता पर चुनाव जीतने के लिए फैकी जाती है। इतना ही नही योजनाओ का भूमिपूजन भी हो जाता हैं,नेता फोटो सेशन भी करा जाते है। ऐसा ही कुछ हुआ पोहरी की जनता के साथ,चुनाव में प्यास है बडी का वादा कर डेम का भूमिपूजन और फिर उसके बाद मशीने भी गायब। अब जनता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है।

जलक्रांति का बीज हैं सरकुला डेम

पोहरी क्षेत्र के आमजन जलक्रांति पोहरी के नाम से वर्ष 2014 से सरकुला नदी पर डैम निर्माण की मांग कर रहे थे। इसके लिए तत्कालीन विधायक प्रहलाद भारती एवं जल क्रांति के सक्रिय सदस्यों द्वारा 14 जून 2016 में भोपाल जाकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मुलाकात की तथा सरकुला डैम निर्माण की मांग रखी थी।

जिसे पोहरी में चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आम सभा के दौरान डैम निर्माण की विधिवत घोषणा भी की थी इसके लिए वर्ष 2018 में 226.62 करोड़ का बजट भी कैबिनेट में मंजूर किया जा चुका था। इसके बाद प्रदेश के नाथ हो गए कलमनाथ और इस योजना का बजट रोक दिया गया,बजट रोकने के बाद तात्कालिन विधायक सुरेश राठखेडा जनता को जबाव नही दे पा रहे थे।

फिर जैसे मौसम बदलता हैं ऐसे ही प्रदेश में राजनीति ने करवट ली। ग्वालियर के महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांगेेस का हाथ छोड भाजपा का दामन थाम लिया और और उनके साथ प्रदेश के 16 विधायको ने अपना विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने वालो मे एक नाम पोहरी विधायक सुरेश राठखेडा भी एक नाम था।

पोहरी में उपचुनाव होना था और इस बार भाजपा से प्रत्याशी थे सुरेश राठखेडा उपचुनाव से पूर्व सरकुला डेम का मुददा उझला तो भाजपा ने जनता की प्यास है बडी पर काम शुरू कर दिया,आनन फानन में सरकुला डेम के टेंडर लगवा दिए और डेम का काम मिला राजकुमार बिल्डर्स प्रा लि.को।

चुनाव के पूर्व डेम का भूमिपूजन 11 सितंबर 2020 को सीएम शिवराज सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक भव्य कार्यक्रम में इस डेम का भूमिपूजन किया। बडी बडी मशीने भूमिपूजन के समय कार्यक्रम स्थल पर थी। पोहरी में प्यास है बडी के नारे पर बडी संख्या में भाजपा को वोट मिले और भाजपा के प्रत्याशी सुरशे राठखेडा चुनाव जीत गए।

चुनाव जीतने के बाद मशीने गायब हो गई। डेम का काम शुरू होने से पूर्व ही रूक गया। कारण की अधिकृत जानकारी किसी को नही हैं,लेकिन अब अपना अमूल्य वोट देने के बाद पोहरी जनता अपने आप को ठगा से महसूस कर रही हैं।

सरकूला डेम पोहरी क्षेत्र की लाईफ लाईन है खेतो की सिचाई के अतिरिक्त इस योजना से पोहरी की जनता को पेयजल उपलब्ध होना था। पोहरी की जनता को लगा इस डेम के टेंंडर लग चुके हैं,मशीने भी आ चुकी हैं तो काम भी जल्द ही हो जाऐगा,लेकिन ऐसा नही हुआ हैं चुनाव के बाद काम रूक गया और मशीने भी गायब हो गई।

इनका कहना है
सरकुला डैम का निर्माण शीघ्र एवं मूल स्वरूप में ही किया जाना चाहिए, यह पोहरी क्षेत्र के लिये जीवनरेखा साबित होगा।
प्रहलाद भारती, पूर्व विधायक पोहरी

सरकुला डैम से पोहरीवासियों को उम्मीद लगी हुई है, डैम निर्माण से लोगों को पीने के पानी के साथ ही सिचाई के लिये उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
अरविंद तोमर, वरिष्ठ पत्रकार
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