ऑटो चालक की पत्नी ट्रैफिक प्रभारी रणवीर से बोली, मेरा पति मर गया तो में तुमसे ले लूंगी... - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। पुलिस परेड ग्राउंड में शुक्रवार को वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें ऑटो चालकों को वैक्सीन लगाई जानी थी। इस दौरान कुछ ऑटो चालकों द्वारा अजीबोगरीब बहाने बनाकर वैक्सीन न लगवाने की बात कही, लेकिन ट्रैफिक प्रभारी व नर्स ने उन्हें हर तरह से समझाकर वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया, जिसमें एक तो मान गया, जबकि दूसरा भाग गया।

गौरतलब है कि कोरोना जैसी महामारी से बचाने के लिए वैक्सीन को सबसे मजबूत सुरक्षा कवच सरकार मान रही है तथा इसे अधिक से अधिक लोगों को लगवाने के लिए जगह-जगह कैंपों का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को आयोजित कैंप में कुछ ऐसे भी ऑटो चालक आए, जिन्हें समझाने में पुलिस सहित स्वास्थ्य महकमे को खासी मशक्कत करनी पड़ी।

मेरे पति को कुछ हो गया तो तुमसे ले लूंगी..

वैक्सीनेशन शुरू होने के साथ ही ऑटो चालक दौजा शाक्य अपनी पत्नी के साथ वहां पहुंचा और उसने हाथ जोडक़र कहा कि मेरे रिश्तेदार ने वैक्सीन लगवाई तो 15 दिन तक वो चारपाई पकड़े रहा ओर फिर मर गया। ट्रैफिक प्रभारी रणवीर यादव ने कहा कि सभी पुलिस वालों को लग गई, हम सभी जिंदा हैं।

इस बीच दौजा की पत्नी बोली कि यदि मेरे पति को कुछ हो गया तो मैं तुमसे अपना पति ले लूंगी। यह सुनकर टीका लगाने आई नर्स अलका श्रीवास्तव ने कहा कि हम आपकी बेटी जैसी हैं और जब हम आपकी गारंटी ले रहे हैं कि कुछ नहीं होगा और यदि कुछ हुआ तो तुम्हारी पत्नी को हम अपने पास रख लेंगे। तब कहीं जाकर दौजा ने तो टीका लगवा लिया, लेकिन उसकी पत्नी उसे छोडक़र चली गई।

मुझे कोरोना हो चुका है वैक्सीन मत लगाओ

वहीं ईदगाह पर रहने वाला ऑटो चालक महेश कुशवाह ने वैक्सीन लगवाने से इंकार करते हुए कहा कि मुझे कोरेाना हो गया था, इसलिए मुझे टीका मत लगाओ। यह सुनते ही नर्स समझ गई कि यह झूठ बोल रहा है, तो नर्स ने उसका आधार नंबर पूछकर कंप्यूटर में कुछ सर्च करने के बाद बोली कि तुम्हे कोरोना नहीं हुआ, मैंने रिकार्ड में देख लिया। इस पर महेश निरुत्तर हो गया, लेकिन वो खुद को वैक्सीन लगवाने के लिए अंदर से मजबूत करने की बात कहकर वहां से चला गया।

मुझे डायबिटीज अधिक डॉक्टर ने मना किया है

एक अन्य ऑटो चालक ने कहा कि मुझे डायबिटीज 165 है, इसलिए डॉक्टर ने मना कर दिया कि तुम वैक्सीन मत लगवाना। नर्स ने पूछा कि तुम कहां पूछने गए थे, तो उसने कहा कि मैं मानस भवन में जब जांच करवाने गया तो वहां पर बताया था। नर्स ने कहा कि मेरी बहन वहां पर है, मैं पूछती हूं कि किस डॉक्टर ने तुमसे मना किया था। यह सुनकर वो बोला कि अब लगा दो वैक्सीन, मुझसे किसी ने नहीं मना नहीं किया