पोहरी। खबर जिले के पोहरी जनपद क्षेत्र के ग्राम मकलीजरा से आ रही है। जहां आज पोहरी तहसीलदार और बैराड पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में एक जेसीबी को नरेगा के तालाब की खुदाई करते हुए रंगे हाथों पकडा है। ऐसा नहीं है कि इसकी सूचना जिम्मेदार सीईओ शेलेन्द्र आदिवासी को नहीं थी। अपितु इस मामले की सूचना के बाद भी आज दिनांक तक उन्होंने कोई कार्यवाही नही की।
जानकारी के अनुसार ग्राम मकलीजरा के ग्रामीणों ने सीईओ सहित तहसीलदार सतेन्द्र सिंह गुर्जर को सूचना दी कि ग्राम मकलीजरा में एक नरेगा के तालाब का काम मजदूरों के स्थान पर जेसीबी से चल रहा है। इस सूचना पर सतेन्द्र सिंह गुर्जर बैराड पुलिस को लेकर मौके पर पहुंचे। जहां तालाब में खुदाई करते हुए तहसीलदार ने उक्त जेसीबी को जप्त कर अपने साथ थाने ले गए।
बताया गया है कि यह जेसीबी मंत्री के रिश्तेदार की है। जिसके चलते अब इस मशीन को छुडाने के लिए कवायत शुरू हुई। और जो सीईओ 5 दिन से इस शिकायत पर सुनवाई नहीं कर रहे वह तत्काल मौके पर जा पहुंचे और मामले में पर्देदारी करते हुए कहने लगे कि यह काम आदिम जाति का है। जिसमें उक्त मशीन रपटा निर्माण कर रही है।
अब सबाल यहां खडा होता है कि क्या रपटा निर्माण तहसीलदार को नहीं दिखा तो अब बाद में सीईओं शेलेन्द्र आदिवासी को दिख रहा है। दूसरा मामला यह भी है कि यहां एक एलएनटी कपिलधारा योजना के तहत कुएं का निर्माण कर रही थी। परंतु यह निर्माण करते ही खराब हो गई। जिसे भी प्रशासन ने जप्त न करते हुए महज यह कहकर छोड दिया कि यह खराब है। अब जब यह खराब थी तो उससे पहले भी तो इसने लगभग 20 फिट कुआ खोदा है।
कुल मिलाकर मामले को प्रशासन कितना भी ढकने का प्रयास करें। परंतु खबर लिखे जाने तक जेसीबी को जप्त कर बैराड थाने में रखबा दिया है। खबर लिखे जाने तक जेसीबी पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इस मामले में डीलिंग की खबरें भी आ सामने आ रही है। तहसीलदार सतेन्द्र सिंह गुर्जर ने अपना मोबाईल बंद कर लिया है।
इनका कहना है
हां पांच दिन से जिस एलएनटी की शिकायत मिल रही थी उसकी हमने जांच करा ली है। वह खराब रखी हुई है। जिससे वह वहां से हट भी नहीं पा रही है। आज जो जेसीबी जप्त की है वह आदिमजाति के रपटे का निर्माण कर रही थी। मै अभी गांव मेें ही आया हू।
शेलेन्द्र आदिवासी,सीईओ जनपद पंचायत पोहरी।
हां हमारी टीम तहसीलदार पोहरी के साथ मकलीझरा में गई थी। जहां एक जेसीबी नरेगा के तालाब में खुदाई कर रही थी। जिसे तहसीलदार और हमारी टीम पकडकर अपने साथ थाने ले आई है। अब जो तहसीलदार का प्रतिवेदन आएगा उस आधार पर कार्यवाही की जाएगी।
सतीश सिंह चौहान,थाना प्रभारी बैराड