करैरा। साहब! हमारे नाम से स्वीकृत मछली पालन के लिए तालाब की राशि सरपंच-सचिव ने गांव के दूसरें मजदूरों के खाते में डालकर कर ली आहरण कर ली है। इससे हमें शासकीय योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। यह शिकायत गुलाब पुत्र लल्ली परिहार निवासी कुमरौआ ने एसडीएम को एक लिखित शिकायती आवेदन पत्र देकर लगाए हैं।
उनका कहना है कि मेरे नाम से मछली पालन के लिए तालाब स्वीकृत हुआ था। इसमें सरपंच-सचिव व रोजगार सहायक ने फर्जी मस्टर निकालकर गांव के ही नीरज, शिवचरण, सिरनाम, बृजेंद्र, उदय सिंह, किरण, ठाकुर दास, संजू, कमला, रामकुमार, नंदराम, मीरा, सपना सहित अन्य निवासी ग्राम कुम्हरौआ के खाते में डाल कर स्वीकृत हुई 35 हजार 816 रुपए की राशि की आहरण कर लिया है।
वहीं रोशन परिहार का कहना है कि मेरे खाते में राशि डालकर आहरण करने के आरोप लगाए हैं। इसी प्रकार तुलसी परिहार ने भी आरोप लगाया है कि मेरे नाम से स्वीकृत तालाब की 28 हजार 320 रुपए की राशि सरपंच-सचिव ने फर्जी मास्टरों के आधार से गांव के अन्य मजदूरों के खाते में डालकर निकाली है। साथ ही हमारे खाते में आई राशि भी गायब कर दी है।
आवास की नहीं मिली दूसरी किस्त
कोलारस में दो महिला हितग्राहियों ने एसडीएम को अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि आवास की पहली किस्त मिलन के बाद नहीं मिल रही दूसरी किस्त, कर्जा लेकर बनवा रहे हैं। ऊषा बाई योगी पत्नी ख्याली योगी निवासी वार्ड क्रमांक 2 जगतपुर ने व गीता बाई योगीन पत्नी राजकुमार योगी ने लिखित शिकायत देकर कही।
वहीं पंचम सिंह गुर्जर पुत्र रायसिंह गुर्जर ने सेल्समैन पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमें तीन माह से राशन नहीं दिया गया है। इतना ही नहीं मांगने पर वह कहता है तुम ज्यादा मुंह चलाते हो, इसलिए तुम्हें राशन नहीं दू्ंगा। इसी प्रकार करैरा में आधा दर्जन मजदूरों ने मजदूरी का भुगतान नहीं करने व खाते में डाली मजदूरी को दिलाने की मांग की है।