करैरा । करैरा कस्बे में बीते रोज एक अंतिम यात्रा चर्चा का विषय रही। इस अंतिम यात्रा में बैंड नही डीजे बज रहा था। आम तौर पर कभी अंतिम यात्रा में डीजे नही बजता हैं। लोगो में यह जिज्ञासा बन गई कि अंतिम यात्रा में डीजे क्यो......
बताया जा रहा हैं कि करैरा में डीजे वाली अंतिम यात्रा 85 वर्षीय गंगाराम करोसिया की थी जो करैरा से 30 किमी दूर सुनारी में निवास करते हैं लेकिन उनके बच्चे करैरा नगर में ही निवास करते हैं। कल सुबह गंगाराम करैरा नगर में अपने घर पर ही अंतिम सांस ली।
बताया जा रहा है कि गंगाराम ने अपने बच्चो को अपनी अंतिम ईच्छा बताई कि उसकी शव यात्रा में उत्सव जैसा महौल हो और डीजे बजना चाहिए। अपने पिता की अंतिम ईच्छा को पूरी करने के लिए गंगाराम के बेटो ने डीजे मंगवाया ओर पिता की अंर्थी के आगे उसे बजवाया उस पर गाने बजे रहे थे। इस तरह गंगाराम की अंतिम ईच्छा उसकी अंतिम यात्रा में पूरी हुई।