शिवपुरी। आज कैलाश वासी परम श्रदेय श्रीमंत माधौ महाराज की जयंती है। जिसके चलते कैलाशवासी श्रीमंत माधौ महाराज समिति ने जयंती के उपलक्क्ष में शहर में कार्यक्रम आयोजित किए। इन कार्यक्रमों में मुख्य अथिति के तौर पर यशोधरा राजे सिंधिया को आमंत्रित किया। आज जैसे ही यशोधरा राजे सिंधिया कार्यक्रम में पहुंची और वहां भीड देखकर एक दम से आयोजकों पर भडक गई। और बापिस अपनी गाडी में बैठ गई।
यशोधरा राजे को भडकता देख कैलाशवासी श्रीमंत माधौ महाराज समिति के अध्यक्ष रामकृष्ण उर्फ मुन्ना मित्तल के हाथपैर फूल गए। वह तत्काल यशोधरा राजे के चरणों में गिर गए। जिसपर से यशोधरा ने भडकते हुए कहा कि आपको पहले ही बता दिया था कि कोरोना का कहर चल रहा है फिर भीड कैसे एकत्रित कर ली। जिसपर से मुन्ना मित्तल ने माफी मांगकर अपनी सफाई दी। जिसपर से यशोधरा राजे पिघल गई। और वह माधव चौक स्थिति माधौ महाराज की प्रतिमा पर पहुंच गई।
परंतु जैसे ही वह प्रतिमा पर पहुंची तो प्रतिमा के सिर पर बेतहरीव तरीके से नकली फूलों की माला दिखी। जिसे देखकर तो वह अपना आपा खो बैठी और आयोजकों को बुलाकर कहा कि यह क्या तरीका है। समाज सेवा के नाम पर यह क्या कर रहे हो। अब तो तुम सब आ गए। उस समय तुम कहा थे। जब माधौ महाराज की मूुर्ति टूट गई थी। यह तुम्हारी व्यवस्थाएं है। और वह नाराज होकर बिना किसी से बात किए वहां से चली गई।
रामकृष्ण उर्फ मुन्ना मित्तल कैलाश बासी श्रीमंत माधौमहाराज समिति का अध्यक्ष है। आज माधौ महाराज की जयंती पर यशोधरा राजे को बुलाया था। जैसे ही यशोधरा राजे गाडी से उतरी वहां भीड देखकर भडक गई। मुन्ना मित्तल ने पैर पकडे और मनाकर बापिस बुलाया। उसके बाद वह जैसे ही मूर्ति पर माल्र्यापर्ण करने पहुंची। वहां मूर्ति पर नकली माला देखकर भडक गए। मुन्ना मित्तल सिर पर हाथ रखकर बैठ गई।
इनका कहना है
वह तो राजा महाराजा है। वह तो नाराज होते रहते है। मेरी तरफ से कोविड को लेकर उन्होंने भीड नहीं होने की बात कही थी। परंतु उनके आने पर भीड देखकर वह नाराज हो गई। अब महाराज शहर में आई है तो भीड तो आ ही जाती है। उसके बाद हमने प्लास्टिक की माला पहना दी थी। जिसे लेकर वह नाराज हो गई थी। अब महाराज का गुस्सा है वह तो ऐसे नाराज हो ही जाती है।
रामकृष्ण उर्फ मुन्ना मित्तल,अध्यक्ष कैलाशवासी श्रीमंत माधौ महाराज समिति