शिवपुरी। कहते हैं कि वंश को पुत्र चलता हैं अगर बेटा पैदा होता हैं तो उत्सव मनाया जाता है। अगर बहू को बेटा न हो तो कई बार सुनने को मिलता हैं कि बहू को घर से निकाल दिया। लेकिन अब समाज कीह सोच और दिशा बदल रही हैं। शिवपुरी के एक शर्मा परिवार के यहां बेटी ने जन्म लिया तो घर ही नही अस्पताल और मोहल्ले में ही आंनद उत्सव शुरू हो गया। मिठाईया बांटी गई। नन्ही कन्या को देवी स्वरूप मानकर उसके घर जाने वाली गाडी को सजाया गया। आतिशबाजी की गई। समाज को दिशा देने वाला एक अनुपम नजारा था यहां पर।
शहर के फतेहपुर पर रहने वाले संतोष शर्मा के छोटे बाई की बहू के यहां पुत्री रत्न की प्राप्ति हुई। नन्ही परी के आंगन में आने का पूरा उत्सव मनाया गया। शहर के के सदर वाजार में कविता नर्सिंग होम में सामान्य प्रसव के वाद जन्मी पुत्री की जानकारी मिलते ही न सिर्फ अस्पताल परिसर में मिष्ठान वितरण किया गया वरन जव उसे अस्पताल से घर ले जाने के लिए वाहन को दुल्हन की तरह गुलाव के फूलों से सजाया गया।
फिर परिजनों के साथ अपने निवास पर लेकर पहुंचे तो यहां घर पर नवजात शिशु की मां के साथ वालिका के गृह प्रवेश से पूर्व जोरदार आतिशवाजी की गई। इसके वाद मंत्रोच्चार के साथ वालिका के कर कमलों से चावल का कलश गिराते हुए उसे घर में प्रवेश दिया गया जहां रंगोली और वैलून से सजे हुए घर में लक्ष्मी स्वरूपा पुत्री का अभिवादन किया गया और पूरे मोहल्ले में मिष्ठान वितरण भी किया गया । इस तरह शर्मा परिवार में पुत्री के जन्म का उत्सव शहर भर में चर्चा का विषय बना हुआ है।