4 माह बाद भी नहीं होता कागजों में बच्चों का जन्म: जन्म प्रमाण पाने के लिए करना होता है 4 माह तक इंतजार / SHIVPURI NEWS

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शिवपुरी। पोहरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नवजात बच्चों को जन्म देने वाली माताएं एवं उनके परिजन वर्तमान में प्रबंधन से खासे नाराज नजर आते हैं क्योंकि बच्चे के जन्म के 4 माह उपरांत भी उसके जन्म का प्रमाण पत्र अस्पताल प्रबंधन द्वारा उसके अभिभावकों को नहीं दिए जा रहे हैं। लापरवाही एवं आर्थिक लाभ की इच्छा के चलते इस कार्य में लगे हुए कर्मचारी बच्चे के माता-पिता को अस्पताल में सैकड़ों चक्कर कटवा रहे हैं।

यहां जानकारी देना मुनासिब होगा कि मध्य प्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों के कारण संस्थागत प्रसव के प्रतिशत में भारी इजाफा हुआ है, लोग अब अस्पताल में प्रसव कराने को लेकर जागृत हुए हैं, परंतु वहां पर तैनात कर्मचारियों की लापरवाही पूर्ण रवैया एवं आर्थिक लाभ की इच्छा के चलते आम लोग अभी भी परेशानी उठाने को मोहताज है।

खुशबू पत्नी पवन धाकड़ के यहाँ चार माह पूर्व पोहरी अस्पताल में बालक का जन्म हुआथा, प्रांत: चार महीने बाद भी उसे जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं हुआ, कई बार अस्पताल के चक्कर लगाने एवं जिम्मेदार लोगों से इस समस्या के विषय में चर्चा के बाद भी कोई हल नहीं निकला, इनके जैसे न जाने कितने और लोग जन्म प्रमाण के लिए चक्कर लगा रहे हैं। जब इस विषय में जिम्मेदार स्थानीय अधिकारियों से संपर्क किया गया तो वे जबाब देने से बचते नजर आए।

क्या कहना है इनका-

आपके द्वारा जन्म प्रमाण पत्र बनाने में हो रही लापरवाही का मामला मेरे संज्ञान में आया है, मैं आज ही अधीनस्थों को आदेश निकाल कर तत्काल जन्म प्रमाण पत्र उनके माता-पिता को प्रदान करने का पत्र जारी करता हूं। यदि इस कार्य में कोई भी लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
डॉ ए एल शर्मा
सीएमएचओ, शिवपुरी
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