शिवपुरी। शहर का यातायात पुलिस प्रशासन यातायात व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त करने के नाम पर लम्बे समय से हाथ ठेले पर सब्जी, फल व अन्य सामान विक्रय करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने में लगा हुआ हें। वहीं दूसरी ओर अमीर जो सड़कों को अपनी बापौती समझ कर खुलेआम 50-50 फुट तक अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने से अपने हाथ पीछे खींच रहा हैं।
यातायात प्रशासन की इस दोहरी कार्यवाही पर जनता प्रसन्नचिन्ह लगा रही हैं। देखने में यह भी आया हैं कि यातायात प्रशासन शहर के चारों नाकों पर खड़ा होकर ग्रामीण क्षेत्र से शहर में आने वाले गांव के गरीब मजदूरों का चालान पिछले कई महिनों से काटने में लगा हुआ हैं, लेकिन शहर का जनप्रतिनिधि ईमनादारी का चोला ओडऩे वाले यातायात प्रशासन के खिलाफ कोई अंगुली नहीं उठा रहा। जिसके चलते उनके हौंसले बुलंदी पर हैं।
यूं तो शहर में यातायात व्यवस्था पूरी तरह विफल बनी हुई हैं। यातायात को चुस्तदुरूस्त करने के नाम पर यातायात प्रशासन उन सब्जी, फल, हाथ ठेले वाले व छोटे मोटे सड़क के किनारे छोटा मोटा सामान रखकर बेचने वालों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उनकी रोजी रोटी छिनने में लगा हुआ हैं। गरीब सब्जी, फल हाथ ठेले वाले शहर में ऐसे अपना व्यवसाय कर रहे हैं जैसे वह बहुत बड़ा अपराध करने में लगे हुए हैं।
कोर्ट रोड़, अस्पताल चौराहा, राजेश्वरी रोड़, झांसी तिराहा रोड़ पर, कमलागंज, पुराना बस स्टेण्ड, नए बस स्टेण्ड क्षेत्र में सड़क किनारे खड़े होकर व्यवसाय करने वाले फल सब्जी बालों के खिलाफ यातायात प्रशासन चालानी कार्यवाही करते हुए उन्हें आए दिन खदेड़ते हुए देखा जा सकता हैं, लेकिन वहीं दूसरी ओर झांसी तिराहा पर गुना वायपास से लेकर ग्वालियर वायपास तक उन बड़े व्यापारियों के खिलाफ यातायात प्रशासन कार्यवाही नहीं करता जो लोग सड़क को अपनी बापौती समझ कर 50-50 फुट तक रोड़ पर अतिक्रमण कर अपनी दुकान का संचालन करते हुए खुलेआम देखे जा सकते हैं।
बताया गया हैं कि झांसी तिराहा पर श्रीजी हार्डवेयर, शिवपुरी हार्डवेयर, गोविन्द हार्डवेयर सहित आसपास स्थित हार्डवेयर वाले खुलेआम रोड़ पर सरिया रखे हुए हैं। इसी रोड़ पर ट्रांस्पोर्ट कंपनी संचालक भी रोड़ पर अतिक्रमण किए हुए हैं। बैंक संचालकों से मोटी रकम किराये के नाम पर बसूल रहे हैं, लेकिन पार्किंग के नाम पर कोई स्थान बैंक वालों को नहीं दिया।
जिसके कारण आम रास्ते पर खुलेआम पार्किंग देखी जा सकती हैं। इसी तरह अन्य फाईनेंस कंपनी वाले भी आम रास्ते पर पार्किंग करते हैं जिसकी बजह से यातायात प्रभावित होता हैं। होटल और शोरूम संचालकों ने भी स्थाई रूप से दुकानों के आगे टेंट लगा रखे हैं।
इससे भी यातायात प्रभावित होता हैं, लेकिन मजाल हैं यातायात प्रशासन इन लोगों के खिलाफ कोई कार्यवाही कर सके। शहर में गरीबों पर चाबुक चलाकर ईमानदारी को चोला उडऩे वाला अमीर अतिक्रमण करने वाले व्यापारियों के खिलाफ कार्यवाही करने से अपने हाथ क्यों पीछे खींच रहा हैं। यह जन चर्चा का विषय बना हुआ हैं। साथ ही उसकी नियत पर भी शंका जाहिर कर रहा हैं।