आसपुर पंचायत: सचिव और सरपंच आमने सामने, कलेक्टर के दरबार तक पहुंचा विवाद / Pichhore News

Bhopal Samachar
शिवपुरी ब्यूरो। पिछोर जनपद की ग्राम पंचायत आसपुर में सरपंच-सचिव के बीच चल रहे शीत युद्ध के कारण वह एक दूसरे की शिकायतों में उलझे हुए हैं और इन शिकवे शिकायतों में पंचायत का विकास काफी पीछे छूट गया है। गुरुवार को ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर मामले की शिकायत दर्ज कराई है।

जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत आसपुर की सरपंच गुड्डी बाई आदिवासी ने जिला पंचायत सीईओ को अपने सचिव अमर सिंह लोधी की शिकायत दर्ज कराई कि उसने पंचायत में बन रहे सामुदायिक भवन की चार लाख रुपए की राशि सांठ गांठ कर निकाल ली, लेकिन सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य नहीं कराया है।

सामुदायिक भवन अधूरा पड़ा हुआ है। वहीं सचिव का आरोप है कि सरपंच ने 15 लाख रुपए का हिसाब नहीं दिया है। मैंने जो पैसा निकाला उससे सामान खरीद लिया है। वहीं सरपंच के अनुसार सामुदायिक भवन सिर्फ तीन तीन फीट ही बना है। इस पूरे विवाद में पंचायत का विकास पिछड़ गया है। पक्ष-विपक्ष की इस राजनीति के बीच आज कुछ आदिवासी कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिला पंचायत सीईओ के नाम एक आवेदन सौंपा जिसमें पंचायत में विकास कार्य ठप होने की बात का उल्लेख किया गया है।

सचिव ग्रामीणों को बरगला कर ले गया है

इस मामले में जब सरपंच से बात कर यह जानने का प्रयास किया कि ग्रामीण उसके खिलाफ होकर सचिव के पक्ष में आवेदन देने क्यों आये हैं तो सरपंच का कहना था कि सचिव ग्रामीणों को बरगला कर ले गया है कि सरपंच पट्टे नहीं होने दे रहा, तुमको मजदूरी नहीं मिलने दे रहा, वह उनको पैसों का लालच दे कर ले गया है।

सीसी सड़क और चबूतरा निर्माण की हो जांच

सचिव का आरोप है कि भ्रष्टाचार तो सरपंच ने किया है। उसके खाते में सारा पैसा गया है। हालात यह हैं कि निर्माण कार्यों का कोई भौतिक सत्यापन नहीं है। सचिव के अनुसार यदि त्रिलोक सिंह के मकान से पंचबेडीया तक सीसी सड़क और चबूतरा निर्माण की जांच हो जाए तो सब साफ हो जाएगा।

हमारे काम नहीं हो रहे इसलिए आये हैं

जब सचिव के पक्ष में आवेदन देने पहुंचे आदिवासियों से बात की गई तो आधे से ज्यादा लोगों को यह पता ही नहीं था कि वह सचिव के पक्ष में ज्ञापन देने आए हैं। उन्होंने बताया कि उनके काम नहीं हो रहे हैं, वह इसलिए शिकायत करने आये हैं।
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