पिछोर। मंगलवार की शाम प्रशासन को और जिले को टेंशन देने वाली शाम थी। जिले में एक ही दिन में एक साथ 2 मरीज कोरोना संक्रमित मिले हैं। एक मरीज महिला के रूप में वह कमलागंज श्रीलाल के बाडा,तो दूसरा एक ट्रक ड्रायवर के रूप में पिछोर अनुविभाग का है। महिला और ट्रक ड्रायवर की ट्रेवल हिस्ट्री क्लीयर हैं लेकिन ट्रक ड्रायवर की हॉम क्वारेटेंशन की हिस्ट्री में अपने मकान का उद्धघाटन सत्यनाराण की कथा और कन्या भोज निकला है। इस कारण प्रशासन टेंशन में हैं।
पिछोर के राजा महादेव मौहल्ले में रहने वाले 35 साल के ट्रक ड्राइवर ने मीडिया को बताया कि वह छह दिन बाद शिवपुरी लौटा था। 24 मई को शिवपुरी जिला अस्पताल पहुंचा और अपना चैकअप कराया। चैकअप कराने के बाद सीधा अपने घर पहुंचा और 25 मई को उदघाटन किया। इसमें पूजा के नाम पर सत्यनारायण की कथा और भंडारे के नाम पर 50 कन्याभोज कर दिया।
मेरे मन में भ्रम था इस कारण मैने जांच कराई: कोरोना पॉजीटिव ट्रक ड्रायवर
ट्रक ड्रायवर ने बताया कि मैं शिवपुरी से गेहूं भरकर महाराष्ट्र ले गया था। उधर से दाल भरकर 24 मई को शिवपुरी लौटा था। चारों तरफ कोरोना महामारी चल रही है, इसलिए मन में भ्रम था। भ्रम दूर करने के लिए गाड़ी छोड़कर चैकअप कराने के लिए सीधे जिला अस्पताल पहुंचा। डॉक्टरों को महाराष्ट्र से लौटने के बारे में बताया। मेरी जांच की और सैंपल लेकर घर चले जाने को कहा। साथ ही कहा कि 14 दिन तक परिवार वालों से दूर रहना है।
ट्रक ड्राइवर का कहना है कि महाराष्ट्र पहुंचा तो मैं दूर खड़ा था और हम्मालों ने माल लोड किया। हाथ सेनिटाइज करके ट्रक की स्टेरिंग पकड़ी। फिर भी कोरोना कैसे हो गया, कुछ समझ नहीं आ रहा है। घर में 13 और 10 साल के दो बच्चे व पत्नी है।
इस मामले में कलेक्टर अनुग्रहा पी.का कहना है कि ट्रक ड्राइवर के खिलाफ धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज कराएंगे। स्वस्थ हो जाने पर जेल भेजने की कार्रवाई करेंगे। ट्रक ड्राइवर द्वारा यह गंभीर लापरवाही की गई है। वहीं ट्रक ड्राइवर इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहरा रहा है। यदि डॉक्टर स्वस्थ हाेने की बात नहीं कहते तो वह कथा नहीं कराता। कथा में शामिल हुए पंडित से लेकर कन्याएं और रिश्तेदारों की लिस्ट बनाकर होम क्वारेंटाइन कराने की कार्रवाई की जा रही है।